हरियाणा: 'पानी सप्लाई के लिए PVC पाईप खतरनाक, लोगों में बढ़ रही है नपुंसकता'; सदन में मुद्दा गूंजा तो स्पीकर गंभीर
हरियाणा में गांवों में जलापूर्ति के लिए इस्तेमाल की जा रही पीवीसी पाईप लोगों और पशुओं के लिए गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर रही हैं। विधानसभा में उठाए गए इस मुद्दे पर सरकार ने कार्रवाई करने का फैसला लिया है। जल्द ही ऐसे लोगों के खिलाफ कानून बनाया जाएगा जो अवैध रूप से पानी कनेक्शन लेते हैं और पानी का दुरुपयोग करते हैं।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। गांवों में जलापूर्ति के लिए इस्तेमाल की जा रही पीवीसी पाईप से ट्यूमर, किडनी, लिवर, कैंसर, त्वचा जैसी गंभीर बीमारियों के साथ पशुओं और इंसानों में नपुंसकता भी बढ़ रही है। डबवाली से इनेलो विधायक आदित्य देवीलाल ने बृहस्पतिवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान यह मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा कि इस समस्या को सरकार गंभीरता से ले। जन स्वास्थ्य मंत्री रणबीर गंगवा ने अपने जवाब में कहा कि विभाग द्वारा पीवीसी पाईप का इस्तेमाल नहीं किया जाता। उन्होंने माना कि अवैध तरीके से पानी कनेक्शन लेने व पानी का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए फिलहाल कोई कानून नहीं है। सरकार ने कानून बनाने का फैसला लिया है। जल्द ही विभाग ऐसा कानून बनाएगा ताकि ऐसे लोगों से निपटा जा सके।
योजना पर तीन हजार 789 करोड़ रुपये खर्च
गंगवा ने कहा कि सरकार ने जल जीवन मिशन यानी जल से हर घर तक जल के दायरे का भी विस्तार करने का निर्णय लिया है। अभी तक 100 सदस्यों या 20 परिवार तक और इससे अधिक की ढाणियों में ही पानी के कनेक्शन दिए जाने के नियम थे।
हरियाणा में इससे कम आबादी वाली ढाणियों तक भी पानी पहुंचाने के लिए सरकार योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि 2019-20 में करवाए गए घरेलू सर्वेक्षण के तहत 6 अप्रैल, 2022 तक 30 लाख 41 हजार घरों को जल जीवन मिशन के तहत कवर किया गया। इस योजना पर सरकार ने तीन हजार 789 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं।
बड़ी संख्या में पीवीसी पाईपों का इस्तेमाल
उन्होंने कहा कि हरियाणा में अब प्रदेश गांव और बड़ी ढाणियों में नल से जल पहुंचाया जा रहा है। आदित्य देवीलाल ने कहा कि विभाग खुद तो डीआई पाईप इस्तेमाल करता है, लेकिन बड़ी संख्या में पीवीसी पाईपों का इस्तेमाल हो रहा है।
उन्होंने कहा कि पीवीसी पाईप का इस्तेमाल करने वाली पंचायतों व पंचायत समिति के बिल रोकने चाहिए। स्पीकर हरविन्द्र कल्याण ने आदित्य चौटाला द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दे को गंभीर बताते हुए कहा कि बाद में इस पर विस्तार से चर्चा होनी चाहिए। इनेलो विधायक ने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है। सरकार को सख्त एक्शन लेने की जरूरत है।
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