'कई साल पहले लिख दिया था गीत', हरियाणा के ‘राज्यगीत’ के बोल चोरी करने के विवाद में नया मोड़; असली लेखक आए सामने
हरियाणा के राज्य गीत के बोल चोरी करने का विवाद गहराता जा रहा है। राज्य गीत के वास्तविक लेखक डॉ. बालकिशन शर्मा ने दावा किया है कि उनका गीत मौलिक है और उन्होंने किसी अन्य लेखक की रचना से नकल नहीं की है। दूसरी ओर फतेहाबाद जिले के गांव ढींगसरा के कृष्ण कुमार और सोनीपत की गीतू परी ने गीत के बोल चोरी करने के आरोप लगाए हैं।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के राज्य गीत के बोल चोरी करने के विवाद में ‘राज्यगीत’ के वास्तविक लेखक पानीपत के डॉ. बालकिशन शर्मा ने दावा किया है कि सरकार द्वारा चयनित गीत उनकी स्वयं की मौलिक रचना है। किसी अन्य लेखक की रचना से उन्होंने इसकी नकल नहीं की है। कुरुक्षेत्र के डॉ. श्याम शर्मा ने यह गीत गाया है। विधानसभा की राज्य स्तरीय कमेटी अपनी रिपोर्ट किसी भी समय सदन में पेश कर सकती है।
फतेहाबाद जिले के गांव ढींगसरा के कृष्ण कुमार और सोनीपत की गीतू परी ने इस गीत के बोल चोरी करने के आरोप लगाए हैं। भाजपा विधायक लक्ष्मण यादव के नेतृत्व वाली कमेटी 204 गीतों में से तीन गीत चयनित किए थे, जिनमें बालकिशन शर्मा का गीत फाइनल हुआ।
विधानसभा के सभी विधायक इस गीत का सदन में सुनने के बाद इस पर अपनी सहमति की मुहर लगाएंगे। बालकिशन शर्मा ने गीत के बोल चोरी करने के विवाद के बाद कहा कि कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग हरियाणा द्वारा ‘राज्यगीत’ आमंत्रित करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर 2021 थी।
'तीन गीतों में भी मेरा गीत शामिल'
उन्होंने अपना राज्यगीत विभाग को ई-मेल द्वारा अंतिम तिथि से पूर्व ही भेज दिया था। बालकिशन शर्मा का कहना है कि उनको चार अगस्त 2023 को कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग द्वारा भेजे गए पत्र के माध्यम से सूचित किया गया कि उनका गीत उच्च स्तरीय कमेटी द्वारा चयनित सात श्रेष्ठ गीतों में से एक है।
सातों गीतों को संगीतबद्ध कराने के पश्चात पुनः उच्चस्तरीय कमेटी ने उनमें से तीन गीतों का चयन किया। इन तीन गीतों में भी मेरा गीत शामिल है। यह तीनों गीत दिसंबर 2023 के विधानसभा सत्र में सुनाए गए तथा विधायक लक्ष्मण सिंह यादव की अध्यक्षता में किसी एक गीत को फाइनल करने के लिए कमेटी गठित की गई। कई बैठकों के बाद कमेटी ने उनका गीत फाइनल किया है।
बालकिशन शर्मा ने कहा कि उनके द्वारा लिखे राज्यगीत पर नकल का आरोप लगाने वाली लेखिका ने अपने गीत की जो हस्तलिखित प्रति प्रचारित की है उसमें लेखन की तिथि 29 जनवरी 2024 दर्शाई है जबकि उनका लिखा गीत 29 सितंबर 2021 से भी पहले का है। वह सन 2024 में लिखे गीत की नकल कैसे हो सकता है।
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