पांडवों-कौरवों का युद्ध, श्री कृष्ण के उपदेश... क्या खास है हरियाणा की झांकी में? गणतंत्र दिवस परेड में बिखेरा जलवा
हरियाणा की झांकी ने गणतंत्र दिवस परेड में धूम मचा दी। महाभारत के अंश और भगवत गीता के संदेश ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। झांकी में राज्य की प्रगति तकनीकी नवाचार महिला सशक्तिकरण और खेल महाशक्ति के रूप में पहचान को भी दर्शाया गया। झांकी देख लोग मंत्रमुग्ध हो गए। सभी ने जमकर हरियाणा की झांकी की तारीफ की।
पीटीआई, पंचकूला। आज देशभर में गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया। विभिन्न राज्यों की झाकियों ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया। हरियाणा की झांकी देख लोग मंत्रमुग्ध हो गए। गणतंत्र दिवस परेड में हरियाणा की झांकी में महाभारत का अंश देखने को मिला। कुरुक्षेत्र में पांडवों और कौरवों के बीच हुए युद्ध के दौरान दिए गए भगवत गीता के संदेश को दिखाया गया।
झांकी में तकनीकी नवाचार, महिला सशक्तिकरण और अपने लोगों की वीरता में राज्य की प्रगति को भी दर्शाया गया। झांकी के सामने वाले भाग में कुरुक्षेत्र के युद्धक्षेत्र को दर्शाया गया है, जहां भगवान कृष्ण अर्जुन को गीता का उपदेश दे रहे हैं। ज्योतिसर पर भी काफी जोर दिया गया है। ज्योतिसर, वह स्थान जहां भगवान कृष्ण ने अर्जुन को दिव्य संदेश दिया था। ज्योतिसर, जो अब कुरुक्षेत्र शहर में स्थित एक तीर्थ स्थल है।
76वें गणतंत्र दिवस पर दिल्ली के कर्तव्य पथ पर झांकी के रूप में 'समृद्ध हरियाणा: विरासत और विकास' की थीम पर हरियाणवी गौरवशाली संस्कृति की झलक। pic.twitter.com/WInCc08R4T
— Nayab Saini (@NayabSainiBJP) January 26, 2025
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क्या खास है झांकी में
झांकी के मध्य भाग में सूरजकुंड मेले से प्रेरित एक शिल्प गाड़ी दिखाई गई है, जिसमें सरकंडा शिल्प, चमड़े की जूतियां, चोपे, बाग, फुलकारी, रेवाड़ी के पीतल के बर्तन और सुराही जैसे हस्तशिल्प प्रदर्शित किए गए।
झांकी में ऐतिहासिक रूप से ग्रामीण हरियाणा को एक सुविकसित औद्योगिक राज्य के रूप में प्रदर्शित किया गया है। इसने लड़कियों के कल्याण के लिए केंद्र की 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' योजना को भी प्रदर्शित किया।
खेल महाशक्ति के रूप में हरियाणा
झांकी के अंतिम खंड में दिखाया गया कि कैसे हरियाणा को व्यापक रूप से एक खेल महाशक्ति के रूप में पहचाना जाने लगा है, जो ओलंपिक और राष्ट्रमंडल खेलों सहित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत के 30 प्रतिशत से अधिक पदकों का योगदान देता है। इस साल हरियाणा के एथलीटों ने 16 ओलंपिक और पैरालंपिक पदक जीते हैं। हरियाणा के कैथल के एकलव्य हरविंद्र सिंह को भारत सरकार ने पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया है। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्य पर उनके नामों का एलान हुआ है।
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