हिसार से दूर सुनसान जगह पर स्टेशन, 2.25 बजे कैसे पकड़े चंडीगढ़ की ट्रेन
हिसार से चंडीगढ़ के लिए शुरू की गई ट्रेन शहरवासियों के लिए उपयोगी साबित नहीं हो रही है। रायपुर रेलवे स्टेशन शहर से दूर होने और ट्रेन का समय रात 2.25 बजे होने के कारण लोग इसमें सफर करने से डर रहे हैं। सुनसान रास्ते और आपराधिक गतिविधियों के डर से यात्री कम हैं। रेलवे स्टेशन पर सुविधाओं की कमी भी एक समस्या है।

सुभाष चंद्र, हिसार। हिसार को चंडीगढ़ से रेल मार्ग से जोड़ने की वर्षो पुरानी मांग इसी वर्ष मई माह में पूरी हुई थी। उत्तर पश्चिम रेलवे ने हिसार के रायपुर रेलवे स्टेशन से चंडीगढ़ ट्रेन की सुविधा शुरू की, लेकिन हिसार स्टेशन पर अतिरिक्त प्लेटफार्म न होने की वजह से रायपुर रेलवे स्टेशन से ट्रेन चलती है। यह स्टेशन के शहर से अलग-थलग होने व ट्रेन की टाइमिंग रात 2.25 बजे होने के कारण आमजन इस ट्रेन में सफर करने में संकोच कर रहे हैं। रात के समय सुनसान रास्ते से होकर रायपुर स्टेशन जाना बहुत ही जोखिम भरा है।
अधिकतर शहरवासी दिल्ली रोड के ईद-गिर्द तीन से छह किलोमीटर के एरिया में बसे हुए हैं। लेकिन रायपुर स्टेशन शहर में मिलगेट रोड से होते हुए सेक्टर 1-4 को पार करने के बाद रेलवे फाटक के पास है। मेन रोड से रेलवे स्टेशन जाने का रास्ता भी सुनसान है, इस कारण यहां पर रात को जाना आपराधिक गतिविधियों को बढ़ाना देने जैसा है।
इस क्षेत्र में काफी लूटपाट के केस भी आते रहते है। इसी कारण शहरवासी चंडीगढ़ ट्रेन में जाने से परहेज कर रहे है। इस ट्रेन के शुरु होने के चार माह बाद भी महज 20 से 22 यात्री ही प्रतिदिन सवार हो रहे हैं। जबकि किसी ट्रेन के संचालन के लिए कम से कम 150 से 200 यात्रीभार होना चाहिए। यह ट्रेन 18 मई से शुरु की गई थी। विधायक सावित्री जिंदल ने इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। उस दौरान रेलवे के आला अधिकारी भी मौजूद थे।
हिसार रेलवे स्टेशन पर नहीं है अतिरिक्त प्लेटफार्म
चंडीगढ़ ट्रेन का हिसार रेलवे स्टेशन तक विस्तार नहीं किया गया। रेलवे कर्मियों का कहना है कि इसका कारण हिसार रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त प्लेटफार्म की सुविधा न होना है। यहां पर छह ही प्लेटफार्म है। चंडीगढ़ ट्रेन की टाइमिंग के अनुसार ट्रैक खाली नहीं है। जिस कारण इस ट्रेन को अभी हिसार रेलवे स्टेशन तक विस्तार नहीं दिया जा सका है।
चंडीगढ़ जाने वाली इस ट्रेन में जाखल तक यात्रीभार काफी कम होता है। वहीं रायपुर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं है। यहां रेलवे स्टेशन पर महज दो कर्मचारी काम करते हैै। जिनमें एक स्टेशन मास्टर ओर दूसरा सहायक होता है। यहां आने जाने के रास्ते पर टर्मिनल की सुविधा भी नहीं है। यहां सीएनडब्ल्यू का स्टाफ भी उपलब्ध नहीं है। यह स्टाफ गाड़ियों के रखरखाव, मरम्मत और संचालन का जिम्मेदार होता है।
पहले सुबह 4.30 बजे होनी थी शुरू
रेलवे की ओर से पहले इस ट्रेन का प्रपोजल सुबह 4.30 बजे के लिए बनाया गया था। प्रपोजल में सुबह 10.30 बजे इसे चंडीगढ़ पहुंचना था। लेकिन बाद में इसकी टाइमिंग में भी बदलाव कर दिया गया। अब इस गाड़ी का कुरुक्षेत्र, कैथल, नरवाना को ही लाभ मिल पा रहा है, जबकि वहां से पहले से ही चंडीगढ़ के लिए गाड़ियां संचालित होती है।
अतिरिक्त प्लेटफार्म निर्माण के बाद ही संभव होगा।
रेल यात्री वेलफेयर एसोशिएशन के अध्यक्ष आकाश का कहना है कि चंडीगढ़ ट्रेन का हिसार रेलवे स्टेशन तक विस्तार कराने के लिए उत्तर रेलवे व बीकानेर मंडल में अधिकारियों से मिले थे। मामले को लेकर ज्ञापन दिया गया था। रेलवे अधिकारियों ने चंडीगढ़ ट्रेन को हिसार स्टेशन तक चलाने का आश्वासन दिया है, हालांकि यह अतिरिक्त प्लेटफार्म निर्माण के बाद ही संभव होगा।
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