हरियाणा के नए मुख्य सचिव बनने के लिए लॉबिंग शुरू, डॉ. विवेक जोशी बने चुनाव आयुक्त; रेस में कौन-कौन शामिल?
हरियाणा में नए मुख्य सचिव बनने के लिए सरगर्मियां तेज हैं। इसके लिए लॉबिंग भी शुरू हो गई है। हरियाणा का मुख्य सचिव बनने की रेस में 5 IAS अधिकारी रेस में हैं। हरियाणा के मुख्य सचिव डॉ. विवेक जोशी (Dr. Vivek Joshi) अब निर्वाचन आयुक्त की जिम्मेदारी संभालेंगे। बता दें कि डॉ. विवेक जोशी 1989 बैच के सीनियर आईएएस अधिकारी हैं।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्य सचिव डॉ. विवेक जोशी की भारतीय निर्वाचन आयोग में नियुक्ति के बाद प्रदेश में नए मुख्य सचिव को लेकर लॉबिंग शुरू हो गई है। पिछले 10 वर्षों में प्रदेश में सबसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को मुख्य सचिव बनाने की परंपरा रही है।
ऐसे में 1990 बैच के पांच आईएएस अधिकारी मुख्य सचिव बनने के दावेदार हैं, जिनमें सुधीर राजपाल और डॉ. सुमिता मिश्रा वरिष्ठता में सबसे ऊपर हैं। इसके अलावा इसी बैच के अनुराग रस्तोगी, आनंद मोहन शरण और राजा शेखर वुंडरू मुख्य सचिव बनने की दौड़ में हैं।
अनुराग रस्तोगी प्रबल दावेदार
1989 बैच के आईएएस अधिकारी डॉ. विवेक जोशी जल्द ही निवार्चन आयुक्त की नई जिम्मेदारी संभालेंगे। निर्वाचन आयोग में नियुक्ति की वजह से अब प्रदेश में नए मुख्य सचिव की नियुक्ति की जानी है।
30 अक्टूबर को तत्कालीन मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद की सेवानिवृत्ति के बाद केंद्र सरकार से प्रतिनियुक्ति से लौटे जोशी को नया मुख्य सचिव बनाया गया था, लेकिन उनकी ज्वाइनिंग में देरी के कारण चार दिन के लिए अनुराग रस्तोगी को मुख्य सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
वर्तमान में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के अतिरिक्त मुख्य सचिव और वित्तायुक्त राजस्व के साथ वित्त एवं योजना विभाग संभाल रहे अनुराग रस्तोगी को इस आधार पर नया मुख्य सचिव बनने का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
वैसे भी सरकार में दूसरे नंबर का पद माने जा रहे वित्तायुक्त राजस्व को मुख्य सचिव बनाया जाता रहा है। हालांकि 30 जून को रस्तोगी की सेवानिवृत्ति है, जिस कारण अगर सरकार ने लंबी अवधि के लिए मुख्य सचिव की नियुक्ति करनी चाही तो उनकी दावेदारी कमजोर पड़ सकती है।
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इन्हें भी मिल सकती है जिम्मेदारी
जोशी के बाद वरिष्ठताक्रम में सबसे ऊपर सुधीर राजपाल हैं, जिनके पास स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान, आयुष तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की जिम्मेदारी है। नायब सरकार पूर्ववर्ती मनोहर सरकार की नीति पर चली तो सुधीर राजपाल नए मुख्य सचिव बन सकते हैं।
इसी तरह गृह सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा भी मजबूत दावेदार हैं। वरिष्ठता में चौथे नंबर के आनंद मोहन शरण 31 अगस्त को सेवानिवृत्त होने हैं, जो उनकी दावेदारी में बाधा है। वहीं, 1990 बैच के ही राजा शेखर वुंडरू के समर्थन में एक लॉबी जुटी हुई है।
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