MLA देवेंद्र अत्री को हाईकोर्ट से नहीं मिली राहत, हरियाणा की उचाना सीट से विधानसभा चुनाव जीतने में धांधली के आरोप
भाजपा विधायक देवेंद्र अत्री को हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली। कोर्ट ने बृजेंद्र सिंह की चुनावी याचिका खारिज करने की अत्री की मांग को अस्वीकार कर दिया। अब हाईकोर्ट बृजेंद्र की याचिका पर सुनवाई करेगा। बृजेंद्र सिंह ने अत्री के चुनाव जीतने को चुनौती दी है जिसमें उन्होंने वोटों की गिनती में गड़बड़ी का आरोप लगाया है

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। भाजपा विधायक देवेंद्र अत्री को हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली है। कोर्ट ने उनकी अर्जी खारिज कर दी है। अत्री ने बृजेंद्र सिंह चुनावी याचिका खारिज करने की मांग की थी। अब हाई कोर्ट बृजेंद्र की याचिका पर सुनवाई करेगा।
इससे पहले 12 सितंबर को जींद जिले की उचाना विधानसभा सीट पर चुनाव जीते भाजपा विधायक देवेंद्र अत्री की जीत को चुनौती देने वाली चुनाव याचिका को रद करने के लिए दाखिल अर्जी पर हाई काेर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था।
मुख्य चुनाव याचिका को रद करने की मांग
दरअसल, देवेंद्र अत्री ने अर्जी दाखिल करते हुए मुख्य चुनाव याचिका को रद करने की मांग की थी। कोर्ट ने इस अर्जी पर सभी पक्षों को सुनने के बाद को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
उचाना सीट से चुनाव जीते भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र चतुर्भुज अत्री को कुल 48 हजार 968 वोट मिले थे, जबकि पूर्व सांसद एवं कांग्रेस उम्मीदवार बृजेंद्र सिंह को 48 हजार 936 मत पड़े थे। बृजेंद्र सिंह की हार मात्र 32 मतों से हुई है, जिसके विरुद्ध उन्होंने हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी।
बृजेंद्र सिंह की दलील, मतों की गिनती में गड़बड़
बृजेंद्र सिंह की दलील दी थी कि बैलेट मतों की गिनती में गड़बड़ हुई है। तीसरे नंबर पर आजाद प्रत्याशी विजेंद्र घोघरियान को 31 हजार 456 वोट मिले थे, जबकि एक अन्य आजाद प्रत्याशी विकास को 13 हजार 458 वोट और पांचवें नंबर पर रहे।
जेजेपी के उम्मीदवार एवं पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को कुल 7950 वोट मिले थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह के बेटे रिटायर्ड आइएएस बृजेंद्र सिंह ने 32 मतों से मिली हार के बाद चुनाव याचिका दाखिल की थी।
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