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    Haryana Result 2024: बहुमत के बाद भी BJP के 8 उम्मीदवारों की जमानत जब्त, हार से नहीं उबर पा रहे

    Updated: Thu, 10 Oct 2024 10:58 PM (IST)

    हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पूर्ण बहुमत हासिल किया लेकिन उसके आठ उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। दूसरी ओर कांग्रेस के केवल तीन उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई। भाजपा के जिन आठ उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई है उनमें गन्नौर हिसार डबवाली रानियां ऐलनाबाद महम पुन्हाना और नूहं विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। कांग्रेस की भी तीन सीटों पर बुरा हाल।

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    Haryana Result 2024: 8 सीटों पर बीजेपी की जमानत जब्त, प्रेस कॉन्फ्रेंस करते नायब सिंह सैनी।

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस भले ही हार गई, लेकिन उसके सिर्फ तीन उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई है। भाजपा के पूर्ण बहुमत के बाद उसके आठ प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई है।

    कांग्रेस के जिन तीन विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई है, वहां पार्टी के बागी उम्मीदवारों के कारण ऐसे हालात बने हैं। पांच साल पहले हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के तीन और कांग्रेस के 27 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई थी।

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    इन सीटों पर बीजेपी की जमानत जब्त

    भाजपा उम्मीदवारों की गन्नौर, हिसार, डबवाली, रानियं, ऐलनाबाद, महम, पुन्हाना और नूहं विधानसभा क्षेत्रों में जमानत जब्त हुई है। इन आठ सीटों में गन्नौर और हिसार में निर्दलीय चुनाव जीते हैं, जबकि डबवाली और रानियां में इनेलो उम्मीदवार चुनाव जीते। बाकी चार हलकों महम, पुन्हाना, नूहं और ऐलनाबाद में कांग्रेस प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है।

    जनरल उम्मीदवारों के लिए जमानत राशि 10 हजार

    पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के अधिवक्ता हेमंत कुमार के अनुसार अगर किसी चुनाव में कोई उम्मीदवार विजयी नहीं होता तो उसे अपनी जमानत राशि वापस लेने के लिए उस चुनाव में डाले गए कुल वैध वोटों का एक छठे भाग से ज्यादा अर्थात 16.66 फीसदी से अधिक वोट लेने अनिवार्य होते हैं।

    विधानसभा चुनाव में अनारक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए जमानत राशि 10 हजार रुपये जबकि एससी और एसटी वर्ग के प्रत्याशियों के लिए पांच हजार रुपये निर्धारित है।

    क्या है नियम

    नोटा के पक्ष में डाले गए वोटो को चुनाव की गिनती के दौरान हारे गए उम्मीदवारों के लिए 16.66 फीसदी वोटों का आकलन करने की लिए वैध नहीं माना जाता एवं इन वोटों को कुल डाले गए वोटों में से घटा दिया जाता है।

    पांच वर्ष पूर्व अक्टूबर 2019 में 14वीं विधानसभा के लिए हुए आम चुनाव में भाजपा की प्रदेश भर में केवल तीन सीटों रानियां, पूंडरी और पृथला में जमानत जब्त हुई थी एवं उन तीनों सीटों पर निर्दलीय विधायक जीते थे, जिन्होंने बाद में भाजपा सरकार को अपना समर्थन दे दिया था।

    इन सीटों पर कांग्रेस की जमानत जब्त

    कांग्रेस के तीन उम्मीदवारों को इस बार अंबाला छावनी, तिगांव और बल्लभगढ़ में ही अपनी जमानत राशि गंवानी पड़ी। अक्टूबर 2019 में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों की 27 सीटों पर जमानत जब्त हुई थी।

    इन सीटों में अंबाला शहर, अंबाला कैंट, यमुनानगर, शाहबाद, नीलोखेड़ी, इंद्री, पानीपत ग्रामीण, जुलाना, जींद, उचाना कलां, नरवाना, टोहाना, फतेहाबाद, रानियां, सिरसा, उकलाना, नारनौंद, हांसी, बरवाला, दादरी, भिवानी, अटेली, नांगल चौधरी, पटौदी, बादशाहपुर, गुरुग्राम और सोहना शामिल हैं।

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