Haryana Nikay Chunav: निकाय चुनाव भी पूरी ताकत से लड़ रही BJP, कांग्रेस और बाकी पार्टियों का हाल-बेहाल
Haryana Nikay Chunav हरियाणा में 2 मार्च को होने वाले शहरी निकाय चुनावों को लेकर भाजपा पूरी तरह से गंभीर है। पार्टी ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है। सीएम नायब सैनी खुद हर नगर निगम में जाकर जनसभाएं कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस निकाय चुनाव को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नजर नहीं आ रही है। यही हाल बाकी पार्टियों का भी है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में दो मार्च को हो रहे शहरी निकाय चुनाव (Haryana Civic Body Election) को लेकर भाजपा को छोड़कर कोई भी राजनीतिक दल गंभीर नहीं है। भाजपा शहरी निकाय चुनावों को विधानसभा चुनाव की तर्ज पर पूरी गंभीरता के साथ लड़ रही है।
चुनाव प्रचार बंद होने में सिर्फ चार दिन का समय बचा है, लेकिन कांग्रेस नेता स्टार प्रचारकों की सूची में फेरबदल करने के चक्कर में उलझे हुए हैं। आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, जननायक जनता पार्टी और इंडियन नेशनल लोकदल राज्य के शहरी निकाय चुनाव लड़ने को लेकर जरा भी गंभीर नहीं हैं।
बीजेपी ने दिया है ट्रिपल इंजन की सरकार का नारा
प्रदेश में 10 नगर निगमों समेत 40 शहरी निकायों में आम चुनाव और उपचुनाव होने हैं। पानीपत शहरी निकाय में नौ मार्च को तथा बाकी सभी शहरी निकायों में दो मार्च को वोट पड़ेंगे। 12 मार्च को मतों की गिनती होगी। भाजपा ने शहरी निकाय चुनाव में जीत के लिए ट्रिपल इंजन की सरकार का नारा दिया है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी स्वयं हर नगर निगम में जाकर जनसभाएं कर रहे हैं। दूसरे दलों के असंतुष्ट नेताओं को भाजपा में शामिल करने का सिलसिला तेज हो गया है।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल करनाल, केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर फरीदाबाद और केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह गुरुग्राम तथा मानेसर नगर निगमों में भाजपा उम्मीदवारों की जीत के लिए पूरी जिम्मेदारी के साथ सक्रिय हैं।
भाजपा ने एक दर्जन मंत्रियों को सौंपी जिम्मेदारी
हरियाणा सरकार के करीब एक दर्जन मंत्रियों को शहरी निकाय चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों को जिताने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। भाजपा सरकार के पूर्व मंत्रियों, पार्टी पदाधिकारियों, राज्यसभा सदस्यों, सांसदों व विधायकों को भी शहरी निकाय चुनाव जिताने का लक्ष्य सौंपा गया है।
शहरी निकाय चुनाव में विधायकों तथा पार्टी नेताओं के प्रदर्शन के आधार पर बोर्ड, निगम और आयोगों में चेयरमैनी प्रदान की जा सकती है। हरियाणा भाजपा के प्रभारी डॉ. सतीश पुनिया स्वयं चुनाव की मानीटरिंग कर रहे हैं। हरियाणा कांग्रेस के नव नियुक्त प्रभारी बीके हरि प्रसाद ने स्वयं को इस चुनाव से अभी अलग रखा हुआ है।
कांग्रेस का है ये हाल
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा का फोकस सिर्फ रोहतक नगर निगम के चुनाव पर है, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा उन नगर निगमों में जा रहे हैं, जहां उन्हें बुलाया जा रहा है। कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा, कैप्टन अजय सिंह यादव और रणदीप सिंह सुरजेवाला की शहरी निकाय चुनाव में ज्यादा रुचि नहीं है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान को पार्टी के उन नेताओं के विरोध का सामना करना पड़ रहा है, जिनके नाम स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल होने से रह गये हैं। पिछले तीन दिनों के भीतर कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची में तीन बार कांग्रेस नेताओं के नाम शामिल किए जा चुके हैं।
सभी वार्डों में उम्मीदवार तक खड़े नहीं कर पाई है कांग्रेस
कांग्रेस राज्य में सभी वार्डों में अपने उम्मीदवार तक खड़े नहीं कर पाई है। कई वार्ड ऐसे हैं, जहां पर प्रत्याशियों को सिंबल तक अलाट नहीं किए गए हैं। कांग्रेस द्वारा राज्य में चुनाव को गंभीरता से नहीं लड़ने की रिपोर्ट के बाद कांग्रेस के सह प्रभारी जितेंद्र बघेल ने स्वयं मोर्चा संभाला है।
जितेंद्र बघेल मंगलवार और बुधवार को फरीदाबाद तथा रोहतक के दौरे पर रहकर शहरी निकाय चुनाव को धार देने का प्रयास करेंगे। भाजपा नगर निगम के साथ नगर परिषद व पालिका के चुनाव भी सिंबल पर लड़ रही है।
जननायक जनता पार्टी और इंडियन नेशनल लोकदल ने शहरी निकाय चुनाव में अपनी उपस्थिति अभी तक दर्ज नहीं कराई है। दिल्ली के चुनाव में आम आदमी पार्टी की निराशाजनक हार के बाद हरियाणा में आप शहरी निकाय चुनाव लड़ने की सिर्फ औपचारिकता निभा रही है।
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