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    हरियाणा में हाई एजुकेशन को लेकर होंगे बड़े बदलाव, नए कोर्स शुरू करने की तैयारी, विश्वविद्यालयों के स्टाफ पर भी मंथन जारी

    Updated: Sun, 10 Aug 2025 06:09 PM (IST)

    हरियाणा में उच्च शिक्षा को रोजगारोन्मुखी बनाने के लिए शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा सभी विश्वविद्यालयों का दौरा करेंगे। उनका लक्ष्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करना और युवाओं को डेयरी डिजिटल मार्केटिंग जैसे क्षेत्रों में कौशल विकास के लिए प्रोत्साहित करना है। सरकार ने 65 कॉलेजों में 103 नए कोर्स शुरू करने की अनुमति दी है ताकि युवाओं को बेहतर भविष्य मिल सके।

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    हरियाणा की उच्च शिक्षा में दिखेंगे बदलाव, खेती और डिजिटल मार्केटिंग पर जोर (File Photo)

    अनुराग अग्रवाल, पंचकूला। आने वाले समय में हरियाणा की उच्च शिक्षा में कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। राज्य के विश्वविद्यालयों को रोजगारपरक पाठ्यक्रम तैयार करने, अनुसंधान कार्यों में विभिन्नता और परिपक्वता लाने, डिजिटल मार्केटिंग तथा कृषि के शोध कार्यों को बढ़ावा देते हुए युवाओं को खेती की तरफ मोड़ने के इरादे से हरियाणा के उच्च शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा सभी विश्वविद्यालयों का दौरा करेंगे।

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    गुरुग्राम विश्वविद्यालय और भिवानी के चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय से इसकी शुरुआत हो चुकी है। उच्च शिक्षा मंत्री की योजना राज्य के प्रत्येक विश्वविद्यालय का दौरा करने की है, ताकि वहां तीन से चार घंटे रहकर न केवल राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रविधानों को लागू कराया जा सके, बल्कि जरूरी सुविधाओं की उपलब्धता के लिए प्रस्ताव तैयार कराए जाएं।

    वर्तमान में राज्य में 38 विश्वविद्यालय हैं, जिनमें एक केंद्रीय विश्वविद्यालय, 10 राज्य विश्वविद्यालय, 24 निजी विश्वविद्यालय, तीन मानद विश्वविद्यालय और एक प्रतिष्ठित संस्थान शामिल हैं।

    हरियाणा का सबसे पुराना विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय है, जिसे 1956 में स्थापित किया गया था और इसका उद्घाटन भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने किया था।

    राज्य का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार है। यह विश्वविद्यालय एशिया के सबसे बड़े कृषि विश्वविद्यालयों में से एक है और 8,645 एकड़ में फैला हुआ है। राज्य सरकार का मानना है कि उच्च शिक्षा को रोजगारपरक बनाने की बेहद आवश्यकता है, ताकि युवाओं को सिर्फ सरकारी नौकरियों पर निर्भर न रहना पड़े।

    उच्च शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा राज्य के सभी विश्वविद्यालयों का दौरा कर यह जानेंगे कि संबंधित शिक्षण संस्थान में कितने विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, कितने शिक्षक काम कर रहे हैं, कितनों की जरूरत है और कितने पाठ्यक्रम संचालित हो रहे हैं।

    उनकी योजना सभी पाठ्यक्रमों का बारीकी से विश्लेषण करने की है, ताकि यह चिन्हित किया जा सके कि संबंधित पाठ्यक्रम विद्यार्थियों के भविष्य को सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं अथवा नहीं। साथ ही इस बात पर चर्चा की जाएगी कि किन पाठ्यक्रमों को संचालित करने से युवाओं का भविष्य सुरक्षित हो सकता है। डेयरी, प्राकृतिक खेती, डिफेंस, डिजिटल मार्केटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ), कौशल विकास और पशुपालन के साथ तकनीकी विकास पर आधारित पाठ्यक्रमों को तैयार करने के निर्देश शिक्षा मंत्री की ओर से दिए जाने की संभावना है।

    सभी विश्वविद्यालयों में हो चुकी कुलगुरुओं की नियुक्तियां

    हरियाणा में इस समय कोई विश्वविद्यालय ऐसा नहीं बचा, जिसमें वाइस चांसलर (कुलगुरु) और रजिस्ट्रार नहीं है। कुछ समय पहले तक राज्य के करीब एक दर्जन विश्वविद्यालय कुलगुरुओं की कमी से जूझ रहे थे।

    सभी विश्वविद्यालयों में कुलगुरुओं की नियुक्तियों के बाद अब उच्च शिक्षा को नये आयाम देने की तरफ सरकार का पूरा ध्यान है।

    केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को साल 2023 तक नई शिक्षा नीति को अपने-अपने राज्यों में लागू करने के निर्देश दे रखे हैं, लेकिन हरियाणा ऐसा राज्य है, जिसने साल 2025 तक पूरी तरह से राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अपने यहां लागू करने की प्रक्रिया आरंभ कर रखी है। राज्य में खाली पदों को भरने के लिए भी जरूरी दिशा निर्देश सरकार की ओर से दिए जा रहैं।

    65 कॉलेजों में मिली 103 नये पाठ्यक्रमों की मंजूरी

    हरियाणा में सरकार ने पिछले दिनों 65 राजकीय महाविद्यालयों में स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर के 103 नए कोर्स शुरू करने की अनुमति दी है। इसी तरह 28 कालेजों में 44 नए विषयों की पढ़ाई कराने की मंजूरी मिली है।

    राजकीय महाविद्यालयों में शुरू किए गए नये विषयों में अधिकतर जियोग्राफी, होम साइंस, इनवायरमेंट, कैमिस्ट्री, डिफेंस स्टडी, जूलोजी, बाटनी व फिजिकल एजुकेशन से जुड़े विषय हैं। नये कोर्सों में बीबीए, डिफेंस स्टडी, मेजर कैमिस्ट्री, फिजिक्स, डिजिटल मार्केटिंग, मेडिकल साइंस और अर्थशास्त्र के विषय शामिल हैं, जिन पर सरकार बड़ी तेजी के साथ आगे बढ़ रही है।