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    हरियाणा में जनगणना से पहले होगी घरों की गिनती, आदेश जारी

    Updated: Tue, 28 Oct 2025 10:36 PM (IST)

    हरियाणा में जनगणना 1 मार्च 2027 से शुरू होगी, लेकिन घरों की गिनती 1 नवंबर से शुरू हो जाएगी। लोग 1 से 7 नवंबर तक स्व-गणना कर सकते हैं। राजस्व विभाग की टीमें 10 से 30 नवंबर तक फील्ड में घरों की गिनती करेंगी। सटीक जनगणना के लिए 31 दिसंबर के बाद प्रशासनिक सीमाओं में बदलाव नहीं होगा। जनगणना दो चरणों में होगी, जिसमें घरों और व्यक्तियों की जानकारी एकत्र की जाएगी। जनगणना के बाद परिसीमन में बदलाव हो सकता है।

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    एक से सात नवंबर तक ऑनलाइन या ऐप के माध्यम से दे सकेंगे अपने घर की जानकारी।

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में जनगणना का काम एक मार्च 2027 से शुरू होना है, लेकिन घरों की गिनती का काम हरियाणा दिवस यानी एक नवंबर से शुरू हो जाएगा। एक से सात नवंबर तक लोग स्व-गणना के तहत ऑनलाइन या ऐप के माध्यम से अपने घर की जानकारी दे सकते हैं। इसके बाद राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की टीमें 10 से 30 नवंबर तक फील्ड में जाकर घरों की गिनती करेंगी।

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    राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं वित्त आयुक्त डॉ. सुमिता मिश्रा ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। घरों के सूचीकरण और आवास की गणना के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से निरीक्षकों एवं गणकों की नियुक्ति की जाएगी। साथ ही, इनके बीच कामों का विभाजन किया जाएगा। सटीक जनगणना के लिए प्रदेश सरकार पहले ही आदेश जारी कर चुकी है कि 31 दिसंबर के बाद जिला, मंडल-उपमंडल, तहसील और ब्लाक सहित अन्य प्रशासनिक इकाइयों की सीमा में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।

    जनगणना दो चरणों में होगी। पहले चरण में प्रत्येक घर की आवासीय स्थिति, संपत्ति और सुविधाओं के बारे में जानकारी एकत्र की जाएगी। दूसरे चरण में हर घर में प्रत्येक व्यक्ति का जनसांख्यिकीय, सामाजिक-आर्थिक, सांस्कृतिक और अन्य विवरण एकत्र किया जाएगा। सर्वेक्षण के दौरान विभिन्न घरों में फोन, इंटरनेट, वाहन (साइकिल, स्कूटर, मोटरसाइकिल, कार, जीप, वैन) और उपकरणों (रेडियो, टीवी, ट्रांजिस्टर) आदि के स्वामित्व के बारे में पूछा जाएगा।

    साथ ही अनाज उपभोग, पेयजल और बिजली, शौचालय, अपशिष्ट जल निपटान, स्नान और रसोई की सुविधाओं, खाना पकाने के लिए प्रयुक्त ईंधन और एलपीजी-पीएनजी कनेक्शन के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी। इसके अलावा घर के फर्श, दीवारों और छत के लिए प्रयुक्त सामग्री, इसकी स्थिति, घर में रहने वालों की संख्या, कमरों की संख्या, विवाहित जोड़ों की उपस्थिति और क्या घर की मुखिया महिला है या अनुसूचित जाति या जनजाति से संबंधित है, जैसे प्रश्न पूछे जाएंगे।

    जनगणना के बाद परिसीमन में बढ़ेंगी लोकसभा और विधानसभा

    हरियाणा में 2011 की जनगणना के हिसाब से आबादी 2 करोड़ 53 लाख है, लेकिन राज्य सरकार ने परिवार पहचान पत्रों के माध्यम से जो आंकड़ा जुटाया है, उसके हिसाब से राज्य की आबादी हाल फिलहाल 2 करोड़ 85 लाख है। हरियाणा में जनगणना का काम एक मार्च 2027 से शुरू होकर दो चरणों में पूरा होगा, जिसके बाद परिसीमन किया जाएगा। राज्य में इस समय 90 विधानसभा और 10 लोकसभा क्षेत्र हैं।

    परिसीमन के बाद राज्य में न केवल 22 जिलों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि विधानसभा क्षेत्रों की संख्या 126 और लोकसभा क्षेत्रों की संख्या 14 हो सकती है। विधानसभा क्षेत्रों की संख्या बढ़ने की संभावना के चलते ही राज्य सरकार की कोशिश है कि हरियाणा का नया विधानसभा भवन तैयार किया जाए, जिसमें इतने विधायकों के बैठने की व्यवस्था हो सके।