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    हरियाणा सिविल सेवा परीक्षा के नियम बदले, अब 600 अंकों के छह पेपर, 75 अंकों का होगा पर्सनालिटी टेस्ट

    Updated: Mon, 29 Dec 2025 06:30 PM (IST)

    हरियाणा सरकार ने सिविल सेवा परीक्षा के नियमों में बदलाव किया है। अब मुख्य लिखित परीक्षा में चार की बजाय छह प्रश्नपत्र होंगे, कुल 600 अंकों के। इसमें अ ...और पढ़ें

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    हरियाणा सिविल सेवा परीक्षा के नियम बदले (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने सिविल सेवा परीक्षा के नियमों में बदलाव किया है। अब मुख्य लिखित परीक्षा में चार की बजाय कुल 600 अंकों के छह प्रश्नपत्र होंगे इसमें अंग्रेजी, हिंदी और चार सामान्य अध्ययन के पेपर शामिल हैं। पर्सनालिटी टेस्ट 75 अंकों की होगी।

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    परीक्षा में 600 अंकों के छह प्रश्नपत्र होंगे

    मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में इसी महीने हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में बदले हुए नियमों पर मुहर लगने के बाद मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने सोमवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। बदले हुए नियमों के अनुसार, मुख्य लिखित परीक्षा में छह प्रश्नपत्र होंगे, जो कि 600 अंकों के रहेंगे। अंग्रेजी और हिंदी का पेपर प्रत्येक 100-100 अंकों का होगा।

    इसके अलावा चार जनरल स्टडीज के पेपर होंगे और प्रत्येक 100-100 अंकों के रहेंगे। पहले चार पेपर हुआ करते थे, जिनमें बदलाव किया गया है।

    हिंदी-अंग्रेजी दोनों भाषा में तैयार होंगे प्रश्नपत्र

    प्रश्न पत्र एक अंग्रेजी (अंग्रेजी निबंध सहित) होगा, जबकि प्रश्न पत्र दो हिंदी (हिंदी निबंध सहित) रहेगा। प्रश्न पत्र तीन सामान्य अध्ययन-वन का होगा, जबकि प्रश्न पत्र चार सामान्य अध्ययन-टू का रहेगा। प्रश्न पत्र पांच सामान्य अध्ययन-तीन और प्रश्न पत्र छह सामान्य अध्ययन-चार का होगा। परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र परंपरागत (निबंध) प्रकार का होगा।

    प्रत्येक पेपर की अवधि तीन घंटे होगी। भाषा या साहित्य पेपर को छोडकर, उम्मीदवारों को सभी प्रश्न पत्रों के उत्तर अंग्रेजी या हिंदी में देने का विकल्प रहेगा। व्यक्तित्व परीक्षा 75 अंकों की होगी।

    भूतपूर्व सैनिकों को सभी पेपरों में बैठना अनिवार्य

    मुख्य लिखित परीक्षा में सम्मिलित किए जाने वाले उम्मीदवारों की कुल संख्या समान अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवार, अगर कोई होगा, सहित विज्ञापित रिक्तियों की संख्या से बारह गुणा होगी। इसी प्रकार पर्सनालिटी टेस्ट के लिए बुलाए जाने वाले उम्मीदवारों की कुल संख्या समान अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवार, यदि कोई होगा, सहित विज्ञापित रिक्तियों का तीन गुणा होगी। भूतपूर्व सैनिकों और भूतपूर्व सैनिकों के आश्रितों को सभी पेपरों में बैठना अनिवार्य होगा।

    सेलेक्शन के लिए कितना नंबर लाना होगा?

    किसी भी उम्मीदवार को व्यक्तित्व/मौखिक परीक्षा के लिए तब तक नहीं बुलाया जाएगा, जब तक उसने सभी लिखित पेपरों के कुल योग के कम से कम 45 प्रतिशत अंक प्राप्त न किए हों और हिंदी व अंग्रेजी भाषा में प्रत्येक में कम से कम 33 प्रतिशत अंक प्राप्त न किए हों। जहां बेंचमार्क दिव्यांगता वाले उम्मीदवार पर्याप्त संख्या में उपलब्ध नहीं होंगे, हरियाणा राज्य लोक सेवा आयोग 45 प्रतिशत अंकों की उक्त सीमा को घटा कर 35 प्रतिशत अंक तक कर सकता है।

    अंतिम चयन, उम्मीदवारों द्वारा प्रयोग किए गए सेवा के अधिमान को ध्यान में रखते हुए मुख्य लिखित परीक्षा तथा व्यक्तित्व/मौखिक परीक्षा अर्थात 675 अंकों में से उम्मीदवार द्वारा प्राप्त किए गए कुल अंकों के आधार पर तैयार की जाने वाली वरिष्ठता सूची पर आधारित होगा।

    अंग्रेजी-हिंदी दोनों भाषा में तैयार होगा पेपर

    मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक, उम्मीदवार अपने-अपने उत्तर हिंदी या अंग्रेजी में लिखेंगे (भाषा या साहित्य पेपरों को छोड़कर)। जब तक अन्यथा निर्देशित न हों, सामान्य ज्ञान (1 से IV) के पेपरों के उत्तर या तो अंग्रेजी भाषा में या हिंदी भाषा में दिए जाएंगे, लेकि्न किसी भी उम्मीदवार को किसी एक पेपर के उत्तर आंशिक रूप से हिंदी और आंशिक रूप से अंग्रेजी में देने की अनुमति नहीं होगी।

    उम्मीदवारों को इन पेपरों के उत्तर किसी अन्य माध्यम में देने के विकल्प के लिए अनुमति नहीं मिलेगी, लेकिन हिंदी भाषा या साहित्य पेपरों को छोड़कर, पेपर द्विभाषी अर्थात अंग्रेजी और हिंदी में तैयार किए जाएंगे।

    पाठ्यक्रम में बदलाव का अधिकार सरकार के पास

    मुख्य लिखित परीक्षा स्नातक स्तर की होगी और उसका पाठ्यक्रम सरकार द्वारा अधिसूचित किया जाएगा। उसके बाद सरकार राज्य लोक सेवा आयोग के परामर्श से राजपत्र में अधिसूचित करने के बाद प्रारंभिक या मुख्य परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम में परिवर्तन/संशोधन/पुनरीक्षण कर सकती है। आवेदन प्रारूप की लागत और परीक्षा फीस सरकार से परामर्श कर लोक सेवा आयोग द्वारा निश्चित की जाएगी।

    समान अंक प्राप्त करने पर यह होगा क्राइटेरिया

    आवेदन प्रारूप की प्राप्ति की अंतिम तिथि तक परीक्षा के लिए निर्धारित फीस जमा करवाने में असफल रहने पर उम्मीदवार को परीक्षा में बैठने के लिए अयोग्य ठहरा दिया जाएगा। अगर दो या दो से अधिक उम्मीदवारों द्वारा मुख्य लिखित परीक्षा और व्यक्तित्व/मौखिक परीक्षा में प्राप्त किए गए अंक बराबर हैं, तो मुख्य लिखित परीक्षा के पेपरों में अधिक अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवार को योग्यता में उच्चतर माना जाएगा।

    अगर ऐसे उम्मीदवारों के मुख्य लिखित परीक्षा के पेपरों के कुल अंक भी बराबर हैं तो आयु में बड़े उम्मीदवार को योग्यता में उच्चतर माना जाएगा।