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    अनिल विज को BJP ने भेजा कारण बताओ नोटिस, CM नायब और मोहनलाल बडौली के खिलाफ की थी टिप्पणी

    हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज को पार्टी प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडौली और मुख्यमंत्री नायब सैनी के खिलाफ बयानों को लेकर भाजपा ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। पार्टी ने कैबिनेट मंत्री से तीन दिनों के भीतर जवाब देने को कहा है। अनिल विज के कुछ दिन पहले ही सीएम नायब सिंह सैनी के खिलाफ टिप्पणी की थी।

    By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Mon, 10 Feb 2025 08:19 PM (IST)
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    अनिल विज को कारण बताओ नोटिस, 3 दिन में देना होगा जवाब। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, पंचकूला। हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिज विज को पार्टी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। हरियाणा बीजेपी ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडौली और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के खिलाफ बयानों को लेकर नोटिस जारी किया है। पार्टी ने कैबिनेट मंत्री से तीन दिनों के भीतर जवाब देने को कहा है।

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    हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडौली ने यह नोटिस जारी किया है। इसमें लिखा है कि आपने हाल ही में पार्टी के अध्यक्ष और पार्टी के मुख्यमंत्री पद के खिलाफ सार्वजनिक रूप से बयान दिए हैं। यह गंभीर आरोप है और यह पार्टी की नीति तथा आंतरिक अनुशासन के खिलाफ है।

    'आपके बयान से पार्टी की छवि को नुकसान'

    आपका यह कदम न केवल पार्टी के विचारधारा के खिलाफ है, बल्कि यह उस समय पर हुआ है जब पार्टी पड़ोसी राज्य में चुनाव के लिए अभियान चला रही थी। चुनाव के समय में एक सम्मानित मंत्री पद वहन करते हुए इस प्रकार की बयानबाजी से पार्टी की छवि को नुकसान होगा यह जानते हुए भी आपने ये बयान दिए हैं और यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।

    राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के निर्देश अनुसार आपको यह कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है। आपसे यह अपेक्षा करते हैं कि तीन दिन में आप इस विषय पर लिखित स्पष्टीकरण दें।

    अनिल विज ने क्या दिया था बयान 

    अनिल विज ने मुख्यमंत्री के उड़नखटोले पर सवार होने तथा नीचे उतरकर जनता की सुनवाई करने का बयान देने के साथ ही कसौली दुष्कर्म कांड के बाद प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडौली से इस्तीफा मांगा था। पार्टी यदि विज के जवाब से संतुष्ट नहीं होती तो उनके मंत्री पद पर खतरा हो सकता है।

    दिल्ली की जीत के बाद पार्टी ने अनिल विज को नोटिस देकर सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं में अनुशासन का कड़ा संदेश दिया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह के मंत्रिमंडल में अनिल विज बिजली, परिवहन और श्रम मंत्री हैं।

    अनिल विज पर लगे आरोप

    मंत्रियों के पोर्टफोलियो में उनका नंबर मुख्यमंत्री के बाद दूसरा है। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सरकार में भी अनिल विज दूसरे नंबर के सबसे वरिष्ठ मंत्री थे। मनोहर लाल के साथ उनकी कई साल तक खटपट रही। उस समय अनिल विज के पास गृह मंत्रालय था।

    मनोहर लाल के बाद जब नायब सिंह सैनी राज्य के मुख्यमंत्री बने थे, तब विज को मंत्री नहीं बनाया गया था। राज्य में भाजपा की तीसरी बार सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह के मंत्रिमंडल में अनिल विज के विभागों में कटौती कर दी गई थी। अनिल विज पर आरोप है कि उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडौली के विरुद्ध ऐसे समय में बयानबाजी की, जब दिल्ली विधानसभा के चुनाव चल रहे थे।

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