Updated: Fri, 26 Sep 2025 10:13 PM (IST)
हरियाणा सरकार ने बाजरा किसानों के लिए महत्वपूर्ण घोषणा की है। अब मंडियों में सरकारी एजेंसियां 2200 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से भुगतान करेंगी। भावांतर भरपाई योजना के तहत 575 रुपये प्रति क्विंटल किसानों के खाते में डाले जाएंगे लेकिन यह लाभ मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकृत किसानों को ही मिलेगा। निजी खरीद पर भी किसानों को लाभ मिलेगा।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा की अनाज मंडियों में अब सरकारी खरीद एजेंसियां किसानों को 2200 रुपये क्विंटल के हिसाब से भुगतान करेंगी। भावांतर भरपाई योजना के तहत सभी बाजरा किसानों के खातों में सरकार की ओर से 575 रुपये प्रति क्विंटल डाले जाएंगे।
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हालांकि मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण कराने वाले किसानों को ही भावांतर भरपाई की जाएगी। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने बाजरे की खरीद को लेकर सभी उपायुक्तों और जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रकों को नए सिरे से आदेश जारी किया है।
इससे पहले बाजरे की खरीद 2,150 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से करने के निर्देश दिए गए थे, जबकि सरकार 625 रुपये क्विंटल भावांतर भरपाई के रूप में देती। किसान अगर मंडी में निजी खरीदारों को भी बाजरा बेचते हैं तो उनके खातों में भी 575 रुपये प्रति क्विंटल डाले जाएंगे।
यदि किसान का बाजरा निजी व्यापारियों द्वारा 2,200 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक कीमत पर खरीदा जाता है, तब भी सरकार 575 रुपये क्विंटल देगी। सरकार की ओर से हैफेड और हरियाणा राज्य भंडारण निगम द्वारा प्रदेशभर में 60:40 के अनुपात से बाजरे की सरकारी खरीद की जाएगी।
ई-खरीद पोर्टल के माध्यम से की गई प्राइवेट बिक्री पर ही भावांतर भरपाई योजना का लाभ मिलेगा। केवल उन्हीं किसानों को भावांतर भरपाई मिलेगी, जिनका पंजीकरण और सत्यापन कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के पोर्टल पर हो चुका है।
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