पहली बार 40 देशों में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की रहेगी धूम, तैयारियों में जुटी हरियाणा सरकार
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज से मुलाकात कर महोत्सव की रूपरेखा पर चर्चा की। 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक कुरुक्षेत्र में मुख्य कार्यक्रम होंगे। इस बार 40 देशों में गीता महोत्सव 2025 के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिनमें कुरुक्षेत्र के कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण होगा।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के माध्यम से विश्व समुदाय को गीता के शाश्वत संदेश से जोड़ा जाएगा। इसी उद्देश्य के साथ पहली बार पहली बार 40 देशों में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की धूम रहेगी। यहां तक कि इन देशों में धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में होने वाले मुख्य कार्यक्रमों का लाइव प्रसारण भी देखा जा सकेगा। इस बार अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव 15 नवंबर से 5 दिसंबर तक चलेगा। कुरुक्षेत्र में होने वाले अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में 15 से ज्यादा देशों के 25 स्काॅलर भी पहुंचेंगे। 20 से ज्यादा देशों के राजदूत भी इस महोत्सव में शिरकत करेंगे।
महोत्सव की तैयारियों को लेकर हरियाणा सरकार जी-जान से जुटी है। इसी कड़ी में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से उनके आवास पर मुलाकात की और गीता जयंती की तैयारियों के हर पहलू पर विस्तार से बातचीत की। हरियाणा सरकार का एक प्रतिनिधिमंडल हाल ही में बाली जाकर आया है, जहां अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव मनाया गया।
महोत्सव को सफल बनाने के लिए सभी विभागों का समन्वय जरूरी
राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हरियाणा राजभवन में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की तैयारियों के संबंध में कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड (केडीबी) की बैठक ली। इस दौरान गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज और कुरुक्षेत्र के सांसद नवीन जिंदल भी मौजूद रहे।
राज्यपाल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव को सफल बनाने के लिए सभी विभाग समन्वय के साथ कार्य करें। विदेशी प्रतिनिधियों एवं अतिथियों का पारंपरिक प्रथाओं से स्वागत किया जाए, जिससे सभी मेहमानों को हरियाणा की संस्कृति का अद्भुत अनुभव हो सके। महोत्सव की तैयारियों में किसी प्रकार की कमी न रहे।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव- 2025 न केवल हरियाणा, बल्कि पूरे भारत की सांस्कृतिक धरोहर को विश्व पटल पर स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस महोत्सव के माध्यम से विश्व समुदाय को गीता के शाश्वत संदेश से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। गीता का संदेश हर पीढ़ी के लिए प्रासंगिक है।
सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से लिया जाएगा सहयोग
मुख्यमंत्री ने कहा कि सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से शोभायात्रा निकली जाएगी। गीता महोत्सव के दौरान स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके लिए सभी धार्मिक, सामाजिक, अन्य संगठनों और जन भागीदारी के साथ एक विशेष अभियान चलाया जाएगा ताकि कुरुक्षेत्र की पावन धरा स्वच्छ और सुंदर बने।
21 दिनों तक दिखेगा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक उल्लास का संग
गीता महोत्सव 21 दिन चलेगा और महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम आठ दिन चलेंगे। इस महोत्सव से पहले ही कई कार्यक्रमों का आगाज हो जाएगा। इसमें 4 से 14 नवंबर तक ऑनलाइन गीता क्विज, 15 नवंबर को गीता रन का आयोजन होगा। 15 नवंबर से 5 दिसंबर तक शिल्प और सरस मेला चलेगा तथा रोजाना सायं के समय पुरुषोत्तमपुरा बाग में भजन संध्या और महाआरती का आयोजन होगा।
मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से एक दिसंबर तक हाेंगे
महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक होंगे। इसमें हरियाणा पवेलियन, पार्टनर स्टेट, पुस्तक मेला, जनसंपर्क विभाग की राज्य स्तरीय प्रदर्शनी, पुरुषोत्तमपुरा बाग में मुख्य मंच पर दिन और सायंकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
24 नवंबर: गीता यज्ञ, गीता पूजन, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार, सर्वधर्म सम्मेलन, ज्योतिसर व सन्निहित सरोवर पर श्रीमदभगवद गीता और पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
25 नवंबर: कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार, ज्योतिसर व सन्निहित सरोवर पर कथा, पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा।
26 नवंबर: गीता सेमिनार का समापन व पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रम, 27 नवंबर को पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
28 से 30 नवंबर तक : शिक्षा विभाग की तरफ से गीता श्लोकोच्चारण, वाद विवाद, निबंध लेखन, पेंटिंग, रंगोली, मेहंदी सहित अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।
1 दिसंबर : सुबह 9 बजे ज्योतिसर में गीता पाठ और यज्ञ, वैश्विक गीता पाठ, विश्वविद्यालय में 48 कोस तीर्थ सम्मेलन, सायं 5:30 पर सन्निहित सरोवर पर दीपोत्सव, 6 बजे ब्रह्मसरोवर पर दीपदान व आरती तथा पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
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