पंचकूला में बिजली कर्मचारियों का उग्र प्रदर्शन, ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी को बताया तानाशाही
पंचकूला में बिजली कर्मचारियों ने ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। एचएसईबी वर्करज यूनियन के बैनर तले हुए इस प्रदर्शन में कर्मचारिय ...और पढ़ें
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ऑनलाइन ट्रांसफर पालिसी के खिलाफ पंचकूला में गरजे बिजली कर्मचारी (फोटो: जागरण)
जागरण संवाददाता, पंचकूला। ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी के विरोध में एचएसईबी वर्करज यूनियन (हरियाणा कर्मचारी महासंघ, रजिस्ट्रेशन नंबर 292) के बैनर तले मंगलवार को यूएचबीवीएनएल कार्यालय, सेक्टर-14 पंचकूला के समक्ष जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया।
यह प्रदर्शन सेंटर काउंसिल के आह्वान पर किया गया। प्रदर्शन के उपरांत यूनियन की ओर से मैनेजिंग डायरेक्टर यूएचबीवीएनएल, एचवीपीएनएल और एचपीजीसीएल को अतिरिक्त मुख्य सचिव, बिजली विभाग पंचकूला के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
प्रदर्शन की अध्यक्षता एचएसईबी वर्करज यूनियन के प्रांतीय प्रधान इकबाल चंदाना ने की, जबकि मंच संचालन प्रांतीय महासचिव यशपाल देशवाल ने किया। इकबाल चंदाना ने अपने संबोधन में कहा कि निगम प्रबंधन और हरियाणा सरकार जिस ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी को बिजली कर्मचारियों पर थोपना चाहती है, वह न केवल कर्मचारियों के हितों के खिलाफ है बल्कि इससे कर्मचारियों की जान तक जोखिम में पड़ सकती है। उन्होंने कहा कि यह पॉलिसी निगम के लिए भी नुकसानदेह साबित होगी और जब तक इसे वापस नहीं लिया जाता, संघर्ष जारी रहेगा।
प्रांतीय महासचिव यशपाल देशवाल ने कहा कि फील्ड में कार्यरत तकनीकी कर्मचारियों को ट्रांसफर पॉलिसी के दायरे में लाना, उन्हें सीधे तौर पर मौत के मुंह में धकेलने जैसा है, जिसे एचएसईबी वर्करज यूनियन किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं करेगी।
वरिष्ठ उपप्रधान अशोक शर्मा ने कहा कि फील्ड एरिया की जानकारी के अभाव में नए कनेक्शनों पर डिफॉल्टर उपभोक्ताओं की पहचान करना मुश्किल हो जाएगा, जिससे निगम को प्रदेशभर में भारी राजस्व नुकसान होगा।
मुख्य संगठनकर्ता विनोद शर्मा ने बताया कि यदि अनुभवी कर्मचारियों का दूसरे डिवीजन और सर्कल में ट्रांसफर किया गया तो डिफॉल्टिंग अमाउंट और बकाया राशि की पहचान लगभग असंभव हो जाएगी। राज्य प्रेस सचिव श्यामलाल खोड़ और राज्य ऑडिटर मनोज सैनी ने कहा कि जब तक इस तानाशाही फरमान को वापस नहीं लिया जाता, यूनियन अपना आंदोलन और तेज करेगी।
वित्त सचिव अनिल पहल ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी रद्द नहीं की तो प्रदर्शन को और उग्र किया जाएगा। उप महासचिव विजय हुड्डा और सतेंद्र सहारण ने संयुक्त रूप से कहा कि सरकार और निगम प्रबंधन समय रहते यूनियन से बातचीत करे, अन्यथा 20 जनवरी को अतिरिक्त मुख्य सचिव, पंचकूला का घेराव किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि इस दौरान औद्योगिक शांति भंग होती है तो इसकी जिम्मेदारी सरकार और निगम प्रबंधन की होगी।
प्रदर्शन में प्रदेशभर के सभी सर्कलों के सर्कल सचिव, यूनिट व सब-यूनिट के प्रधान सचिव, उनकी कार्यकारिणी और हजारों की संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे। प्रमुख रूप से जींद से पूर्व राज्य वरिष्ठ उपप्रधान कृष्ण नैन, अंबाला से सतबीर देशवाल व राजकुमार सेहला, सोनीपत से सुमित कटारिया, पंचकूला से अमित भोंसले, कुरुक्षेत्र से कृष्ण चौहान, खेड़ड़ से दलजीत पंघाल, सिरसा से सतिंदर मोंगा, यमुनानगर से राजिंदर सिंह, टीएल सर्कल से अजय सैनी, राजो सामदो सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।

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