लाॅकडाउन का असर, पूरी तरह ऑनलाइन हो गई हरियाणा सरकार, सीएम से लेकर मंत्री तक डिजिटल
लॉकडाउन मे हरियाणा सरकार पूरी तरह ऑनलाइन हो गई। सरकार का कामकाज पूरी तरह ऑनलाइन हो रहा है। सीएम से लेकर मंत्री तक ऑनलाइन कार्य कर रहे हैं।
चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा में लाॅकडाउन के चलते पूरी सरकार अब ऑनलाइन हो गई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल से लेकर उनकी कैबिनेट के अधिकतर मंत्री दफ्तरों में फाइलों का ऑनलाइन निपटारा कर रहे हैं। बेहद जरूरी फाइलों को ही मैन्युअल तरीके से क्लीयर किया जा रहा है। कोरोना वायरस फैलने की आशंका और डर के बीच अधिकारी भी सरकारी फाइलों को हाथ लगाने से बच रहे हैं। उनके द्वारा मंत्रियों व मुख्यमंत्री को मंजूरी के लिए अधिकतर फाइलें आनलाइन भेजी जा रही हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल सभी फाइलों को हर रोज ऑनलाइन चेक कर रहे हैं।
मंत्री और अफसरों से लेकर मुख्यमंत्री तक सभी फाइलों की आनलाइन मंजूरी
कोरोना महामारी के चलते मुख्यमंत्री कार्यालय की कार्यशैली में काफी बदलाव हुआ है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल पहले हर रोज सुबह साढ़े नौ बजे से साढ़े दस बजे तक अपने आवास पर सीएमओ के अधिकारियों, पर्सनल स्टाफ, ओएसडी और एडीसी की बैठक लिया करते थे, मगर अब यह बैठक हर रोज रात को साढ़े आठ बजे से साढ़े दस बजे होने लगी है। इन दो घंटों में पूरा स्टाफ दिन भर की गतिविधियों की रिपोर्ट मुख्यमंत्री को देने के बाद अगले दिन का वर्किंग प्लान तैयार करता है।
अहम फाइलों को अपने मिनी आइपेड पर मंगवाकर चैक करते हैं मनोहर लाल
मुख्यमंत्री ने हाल में ही एक मिनी आइपेड खरीदा है। इस आइपेड पर सभी फाइलें मंगवाई जाती हैं। मुख्यमंत्री सुबह के समय कंप्यूटर पर करीब दो घंटे लगाते हैं। उनकी पहली मीटिंग सुबह ११ बजे आरंभ होती है। दूसरी मीटिंग 12 से साढ़े 12 बजे के बीच की जाती है। तीसरी मीटिंग शाम तीन बजे से होती है। उसके बाद पांच बजे मीटिंग की जाती है। मुख्यमंत्री ने हर रोज पार्टी के प्रमुख नेताओं, कार्यकर्ताओं, विधायकों, सांसदों तथा पुराने साथियों से मीटिंग करने का सिलसिला भी आरंभ कर रखा है। उनके साथ हर रोज शाम के छह बजे मीटिंग की जाती है, जो आठ बजे तक चलती है।
पर्सनल स्टाफ की मीटिंग का समय बदला, एक घंटे की अवधि भी बढ़ाई
मुख्यमंत्री आजकल कंप्यूटर पर सभी ऑनलाइन पोर्टल, कोरोना महामारी की रिपोर्ट, सामाजिक संस्थाओं और अधिकारियों द्वारा किए जाने वाले सारे काम ऑनलाइन ही देख रहे हैं। वीडियो कांफ्रेंस के जरिये उद्योगपतियों व नई कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत का नियमित सिलसिला शुरू कर दिया गया है। मुख्यमंत्री की निगाह हर रोज होने वाली रजिस्ट्रियों पर भी है।
यदि कोई रजिस्ट्री पेंडिंग हैं तो उस जिले के अधिकारी से कारण सहित रिपोर्ट तलब की जाती है। मुख्यमंत्री सारी अहम फाइलें अपने मिनी आइपेड पर मंगवा रहे हैं। उन्हें चैक करने के बाद यदि कोई सुझाव या दिशा निर्देश अधिकारियों को देना होता है तो वह फोन पर दिया जाता है।
हर रोज भाजपा कार्यकर्ताओं से संवाद, रात तो अफसरों से फोन पर फीडबैक
मुख्यमंत्री ने आजकल फिजिकल फाइलें पढ़ने का काम कम कर रखा है। मंत्रिमंडल की बैठकें भी ऑनलाइन की जा रही है। कोरोना महामारी में तीन बार कैबिनेट की बैठक हो चुकी है, जो आनलाइन हुई है। रात को दस बजे से 12 बजे तक भी मुख्यमंत्री कंप्यूटर पर बैठते हैं। इस अवधि में वह अपने पुराने कार्यकर्ताओं को फोन कर उनका हालचाल जानते हैं।
करनाल विधानसभा क्षेत्र के अलावा पूरे प्रदेश में खास लोगों से बात की जाती है। जिस तरह कभी चौ. बंसीलाल और भजनलाल रात को अधिकारियों से फोन पर पूरे दिन का फीडबैक लेते थे, उसी तरह मनोहर लाल भी अधिकारियों से उनके जिलों का फीडबैैक ले रहे हैं। विधायकों व सांसदों की सुनवाई संबंधी परिपत्र मुख्य सचिव के जरिये मनोहर लाल रविवाार को जारी करवा ही चुके हैं।
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