Move to Jagran APP

हरियाणा में स्‍कूलों के दाखिले फार्म पर विवाद, कांग्रेस ने बताया नस्‍लीय

कांग्रेस ने हरियाणा में स्‍कूलों में द‍ाखिले फार्म में आपत्तिजनक व नस्‍लीय सवाल पूछने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने इसे तुरंत वापस लेने की मांग की है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 11 Apr 2018 04:04 PM (IST)Updated: Fri, 13 Apr 2018 09:05 PM (IST)
हरियाणा में स्‍कूलों के दाखिले फार्म पर विवाद, कांग्रेस ने बताया नस्‍लीय
हरियाणा में स्‍कूलों के दाखिले फार्म पर विवाद, कांग्रेस ने बताया नस्‍लीय

जेएनएन, चंडीगढ़। कांग्रेस ने हरियाणा में स्‍कूलों के दाखिले के फार्म में व्‍यक्तिगत जानकारी मांगे जाने पर आपत्ति जताई है। कांग्रेस ने इसे नस्लीय और धार्मिक रूपरेखा वाला करार दिया है। पार्टी के राष्‍ट्रीय मीडिया प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि यह बेहद आपत्तिजनक है और इसमें बच्‍चों से यह भी पूछा गया है कि उनके अभिभावक 'अनक्लिन प्रोफेशन' में तो नहीं हैं। मनोहरलाल सरकार इस फार्म को तुरंत वापस ले और इसके लिए लोगों से माफी मांगे।

loksabha election banner

सुरजेवाला ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि स्‍कूलों में दाखिले के लिए जारी फार्म में ऐसी जानकारियां मांगना नस्‍लील, जातीय और धार्मिक संकीर्णता काे स्‍पष्‍ट करता है। हरियाणा सरकार द्वारा विद्यार्थियों के दाखिले के समय उनके अभिभावकों के बारे में सौ तरह की व्यक्तिगत जानकारी मांगा जाना पूरी तरह गलत है।

यह भी पढ़ें: भर्ती घोटाला : कई सनसनीखेज खुलासे, एक सचिव का नाम भी आ रहा सामने

सुरजेवाला ने इसके लिए मनोहर लाल सरकार से अविलंब माफी मांगने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार इस तरह की जानकारी मांगे जाने के फार्म को तत्काल वापस ले। उन्होंने सवाल पूछा , मनोहरलाल सरकार बताए कि वह किस वजह से अभिभावक और छात्रों की व्यक्तिगत जानकारियां एकत्रित कर रही है। इन जानकारियों का वह क्या करेंगी?

उन्‍होंने कहा कि दाखिला फार्म छात्रों और अभिभावक का सर्विलांस फार्म हो गया है। इसमें छात्रों के अभिभावकों के बैंक अकाउंट नंबर, उनकी धर्म-जाति,  आधार नंबर, आयकर नंबर की जानकारी मांगी जा रही है। सुप्रीम कोर्ट ने भी अभी आधार को जरूरी नहीं बनाया है। ऐसे में हरियाणा सरकार का यह कदम कई सवाल उठाता है।

यह भी पढ़ें: खुशखबरी: अब काला गेहूं मधुमेह रोग का करेगा खात्‍मा, कैंसर से भी बचाएगा

उन्‍होंने कहा कि इतना ही नहीं मनोहर लाल सरकार ने इस फार्म में बच्‍चों से पूछा है कि क्‍या उनके माता-पिता 'अनक्लीन प्रोफेशन' में हैं। सुरजेवाला ने पूछा कि मनोहर लाल सरकार बताए कि वह किसे अनक्लीन प्रोफेशन मानती है। क्या वह सफाई कर्मचारी के कार्य को अनक्लीन प्रोफेशन मानती है या क्या मेहनत मजदूरी करने वालों काे वह 'अनक्लीन प्रोफेशन' के दायरे में मानती है?


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.