'ईमानदारी' पर टकराए चौटाला और खेमका, कहा- ईमानदारी का सिर्फ ठप्पा
नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला ने कहा कि अशोक खेमका दूध के धुले नहीं हैं। वहीं, खेमका ने ट्वीट कर तंज कसा।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला ने आइएएस अधिकारी अशोक खेमका पर तीखा हमला बोला है। उनकी कार्यप्रणाली और ईमानदारी पर सवाल खड़े करते हुए चौटाला ने कहा कि खेमका को फोबिया है। वे दूध के धुले नहीं हैैं। उन्होंने अपने नाम के आगे सिर्फ ईमानदारी का ठप्पा लगा रखा है। खेमका ईमानदार नहीं है।
अभय चौटाला के खेमका पर बोले गए इस हमले की राजनीतिक गलियारों व अफसरशाही में खूब चर्चा रही। शाम होते-होते खेमका ने भी चौटाला के इस आरोप पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि रामचंद्र कह गए सिया से, ऐसा कलियुग आएगा, हंस चुगेगा दाना तिनका, कौवा मोती खाएगा। खेमका की इस प्रतिक्रिया की भी खूब चर्चा हुई।
मानेसर जमीन घोटाले में सीबीआइ की चार्जशीट पर सवाल उठाते हुए खेमका ने पिछले दिनों ट्वीट किया था। खेमका ने अपने ट्वीट में कहा था कि वास्तव में जो दोषी हैैं, उन्हें छोड़ दिया गया है। कई ऐसे गवाह भी बनाए गए, जो आरोपों के कठघरे में आते हैैं। पूर्व सीएम हुड्डा के खिलाफ दायर इस चार्जशीट पर खेमका के ट्वीट को लेकर जब अभय चौटाला से सवाल किया तो उन्होंने एक के बाद एक हमला बोला।
चौटाला ने कहा कि यदि खेमका को दोषियों के नाम पता हैैं तो उन्हें ट्वीट करने के बजाय उनके नाम उजागर करने चाहिए। उनके खिलाफ कई तरह की जांच चल रही हैैं। सरकार उन्हें बचा रही है। मैैंने खुद विधानसभा की कमेटी के समक्ष पेश नहीं होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की शिकायत की थी। वे जिस तरह के ईमानदार दिखते हैैं, वैसे हैैं नहीं। सरकार उन्हें ट्वीट करने के नहीं बल्कि काम करने के लिए वेतन देती है।
चौटाला के इस आरोप पर अपनी कहावत दोहराते हुए खेमका ने कहा कि यह तो बड़े ताज्जुब की बात है कि सिर्फ मेरे खिलाफ जांच चल रही है। जांच तो और भी कई लोगों के खिलाफ चल रही है। उनका इशारा हुड्डा और चौटाला दोनों की तरफ था।
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