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    Haryana Lok Sabha Chunav Result: हरियाणा में बीजेपी नहीं तोड़ पाई 2019 का रिकॉर्ड, महज पांच सीटों पर ही हासिल कर पाई बढ़त

    Updated: Tue, 04 Jun 2024 05:37 PM (IST)

    हरियाणा में लोकसभा चुनाव 2024 बेहद ही रोमांचक रहा। हरियाणा में पांच पर बीजेपी और पांच पर कांग्रेस की जीत लगभग तय है। प्रदेश में सर्वाधिक मतों से रोहतक ...और पढ़ें

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    हरियाणा में बीजेपी नहीं तोड़ पाई 2019 का रिकॉर्ड, महज पांच सीटों पर ही हासिल कर पाई बढ़त।

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में लोकसभा की 10 सीटों की गिनती के बीच अब रुझान लगभग स्पष्ट हो गए हैं। इस बार के चुनावों में भाजपा को तगड़ा झटका लगता दिख रहा है। 2019 में सभी दस सीटों पर जीत हासिल करने वाली भाजपा पांच सीटों पर सिमट रही है। जबरदस्त तरीके से वापसी करते हुए कांग्रेस पांच सीटों पर जीत हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। इतना ही नहीं, जीत का सर्वाधिक पौने तीन लाख से अधिक मतों का अंतर भी रोहतक में दीपेंद्र सिंह हुड्डा के नाम दर्ज होगा।

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    साल 2019 के चुनावों में रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा भाजपा के अरविंद शर्मा के हाथों 7500 के लगभग मतों से चुनाव हार गए थे। अपनी हार का बदला लेते हुए दीपेंद्र ने अरविंद शर्मा को काफी पीछे छोड़ दिया है। वहीं दूसरी ओर, पूर्व केंद्रीय मंत्री व सिरसा से कांग्रेस प्रत्याशी कुमारी सैलजा भी अच्छे मार्जन के साथ चुनाव जीत रही हैं।

    अभी तक उनका जीत का अंतर 2 लाख 65 हजार से अधिक बना हुआ है। तीसरे नंबर पर सबसे अधिक मार्जिन से पूर्व सीएम मनोहर लाल करनाल से भाजपा टिकट पर चुनाव जीत रहे हैं। अभी तक उनका जीत का अंतर 2 लाख 5 हजार से अधिक मतों का है। यहां से यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा कांग्रेस टिकट पर मनोहर लाल को चुनौती दे रहे थे।

    सिरसा में कुमारी सैलजा का जलवा

    वहीं सैलजा के सामने भाजपा ने सिरसा में पूर्व सांसद डॉ़ अशोक तंवर को टिकट दिया था। चुनावी रुझानों ने स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा ने सिरसा का उम्मीदवार चयन करने में गलती की। तंवर की पहले दिन से ही खिलाफत थी। लोकसभा के इन चुनावों में यह स्पष्ट हो गया कि हरियाणा के लोगों ने इस बार चौटाला परिवार की इनेलो और जननायक जनता पार्टी को पूरी तरह से नकार दिया है। प्रदेश की किसी भी लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला नहीं बन सका।

    सभी दस सीटों पर भाजपा और इंडिया गठबंधन के बीच आमने-सामने की टक्कर हुई। वहीं दूसरी ओर, करनाल विधानसभा क्षेत्र में हो रहे उपचुनाव में सीएम नायब सिंह सैनी कांग्रेस के सरदार तरलोचन सिंह पर बढ़त बनाए हुए हैं।

    अंबाला व भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट

    अंबाला लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस के वरुण मुलाना अभी तक के सभी राउंड में आगे रहे हैं। उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री रतनलाल कटारिया की पत्नी व भाजपा प्रत्याशी बंतो कटारिया पर सुबह से ही बढ़त बनाकर रखी। वर्तमान में भी वे 39 हजार 928 मतों के अंतर से आगे चल रहे हैं। इसी तरह से भिवानी-महेंद्रगढ़ में भाजपा के मौजूदा सांसद धर्मबीर सिंह शुरू से ही कांग्रेस के राव दान सिंह पर भारी पड़ते नज़र आए। धर्मबीर सिंह 41 हजार 310 मतों के अंतर से बढ़त बनाए हुए हैं।

    फरीदाबाद लोकसभा सीट

    फरीदाबाद लोकसभा सीट पर केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर की कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह के साथ कांटे की टक्कर मानी जा रह थी। लेकिन अब मतगणना के रुझानों से स्पष्ट है कि कृष्णपाल गुर्जर का पलड़ा काफी भारी था। अभी भी केपी गुर्जर, कांग्रेस के महेंद्र प्रताप सिंह के मुकाबले 1 लाख 61 हजार से अधिक मतों से आगे चल रहे हैं।

    गुरुग्राम लोकसभा सीट

    गुरुग्राम लोकसभा सीट पर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह दोपहर एक बजे तक कांग्रेस के राज बब्बर से पिछड़ते रहे। इसके बाद राव इंद्रजीत सिंह ने ऐसी वापसी की कि फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। इस सीट पर राव इंद्रजीत सिंह की जीत लगभग तय मानी जा रहा है। वर्तमान में वे 63 हजार 581 मतों के अंतर से आगे चल रहे हैं। शुरूआती रुझानों ने राव समर्थकों की चिंता बढ़ा दी थी। लेकिन जिस तरह से राज बब्बर ने राव इंद्रजीत सिंह को टक्कर दी है, वह काबिले तारीफ है। मेवात जिला के तीन हलकों में मतदान प्रतिशत 62 प्रतिशत की जगह अगर 70 प्रतिशत पार कर जाता तो राव साहब की जीत मुश्किल हो जाती।

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    हिसार में जेपी की वापसी

    हिसार पार्लियामेंट से पूर्व में चुनाव हारते और जीतते रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश ‘जेपी’ ने इस बार गजब तरीके से वापसी की है। विपरीत परिस्थतियों में उन्हें कांग्रेस टिकट मिला था। यहां से मौजूदा सांसद होते हुए बृजेंद्र सिंह ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन की थी। ऐसे में उनका टिकट पक्का माना जा रहा था लेकिन कांग्रेस ने जेपी पर भरोसा जताया। वहीं सत्तारूढ़ भाजपा ने प्रदेश के बिजली मंत्री व चौ़ देवीलाल के बेटे चौ. रणजीत सिंह को टिकट दिया। रणजीत सिंह शुरूआत में लीड बना रहे थे लेकिन बाद में जेपी ने उन पर बढ़त बना ली। आखिर तक भी रणजीत सिंह, जेपी की लीड को तोड़ नहीं सके। वर्तमान में भी कांग्रेस के जेपी 33 हजार 984 मतों से आगे चल रहे हैं।

    कुरुक्षेत्र में पलटी बाजी

    इस पार्लियामेंट सीट पर इंडिया गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी के डॉ़ सुशील गुप्ता चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला भाजपा के नवीन जिंदल से था। यहां आमने-सामने की टक्कर रही। इनेलो के अभय सिंह चौटाला ने मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश चुनाव प्रचार के दौरान की लेकिन लोगों ने उन्हें स्वीकार नहीं किया। कुरुक्षेत्र में अभय का शर्मनाक प्रदर्शन रहा है और वे अपनी जमानत भी नहीं बचा सकेंगे। अब कुरुक्षेत्र से नवीन जिंदल की जीत में कोई जोखिम नज़र नहीं आता। नवीन जिंदल, इंडिया गठबंधन के सुशील गुप्ता पर 23 हजार 256 मतों की लीड बनाए हुए हैं।

    सोनीपत में ब्रह्मचारी मारेंगे बाजी

    हरियाणा में यह अकेली ऐसी लोकसभा सीट है, जिस पर दोनों ही पार्टियों – भाजपा व कांग्रेस की धड़कनें सुबह से ही बढ़ी रही। दोनों पार्टियों के नेताओं का बीपी सुबह से ही अप-डाउन होता रहा। अब चूंकि मतणगना आखिरी दौर में है। मौजूदा रुझानों के हिसाब से कहा जा सकता है कि कांग्रेस के सतपाल ब्रह्मचारी सोनीपत लोकसभा क्षेत्र से चुनाव जीत रहे हैं। वे भाजपा के मोहनलाल बड़ौली पर 9 हजार 984 मतों की बढ़त बनाए हुए हैं।

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