किसी का सूज गया मुंह तो किसी ने कपड़ा ओढ़कर बचाई जान, हरियाणा सचिवालय पर मधुमक्खियों का अटैक
Haryana News हरियाणा सचिवालय परिसर में मधुमक्खियों के हमले से विधानसभा कर्मचारी नंद किशोर घायल हो गए। उन्हें एमएलए हॉस्टल की डिस्पेंसरी में भर्ती कराया गया। मधुमक्खियों के डंक से सूजन के चलते उन्हें दवा दी गई और तबीयत में सुधार के बाद घर भेज दिया गया। वहीं हरियाणा सरकार ने 2030 तक राज्य में 15500 मीट्रिक टन शहद उत्पादन का लक्ष्य रखा है।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। Haryana News: हरियाणा सचिवालय परिसर में मंगलवार को मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। मधुमक्खियों के हमले के चलते हरियाणा विधानसभा में तैनात नंद किशोर को एमएलए हॉस्टल की डिस्पेंसरी में दाखिल कराना पड़ा। उपचार के बाद विधानसभा अध्यक्ष के वरिष्ठ राजनीतिक सचिव को डिस्पेंसरी से छुट्टी दे दी गई।
दोपहर करीब एक बजे सचिवालय परिसर में कुछ कर्मचारी टहल रहे थे। इसी दौरान मधुमक्खियों ने हमला बाेल दिया। इससे वहां अफरातफरी मच गई। कुछ कर्मचारी कपड़ा ओढ़कर जमीन पर बैठ गए, जबकि कुछ अपने कार्यालयों में घुस गए।
सीआइएसएफ जवानों ने जैकेट उतारकर बचाई जान
इसी दौरान मधुमक्खियों ने नंद किशोर पर हमला बोल दिया। गेट पर तैनात सीआइएसएफ जवानों ने अपनी जैकेट उताकर मधुमक्खियों को भगाना शुरू किया तो विधानसभा कर्मचारी कपड़ा ओढ़कर जमीन पर बैठ गया। मधुमक्खियों के डंक से सूजन के चलते उसे डिस्पेंसरी में भर्ती कराना पड़ा।
डॉक्टरों ने मधुमक्खियों के विष के असर को खत्म करने के लिए दवा दी और तबीयत में सुधार के बाद उसे घर भेज दिया गया। मधुमक्खियों को लेकर कर्मचारी-अधिकारी एसोसिएशन की तरफ से पहले भी शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई संज्ञान नहीं लिया गया।
हरियाणा में मधुमक्खी पालन नीति
उधर, हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा है कि राज्य में फसल विविधीकरण की दिशा में कदम उठाते हुए मधुमक्खी पालन व्यवसाय को बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है। मंत्री ने कहा कि इसके लिए मधुमक्खी पालन नीति पहले ही बना ली गई है।
हरियाणा सरकार ने 2030 तक राज्य में 15,500 मीट्रिक टन शहद उत्पादन का लक्ष्य रखा है। यहां एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि हरियाणा की मधुमक्खी पालन नीति-2021 के तहत विभिन्न गुणवत्ता हस्तक्षेपों के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शहद उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करने के उद्देश्य से 10 वर्षीय कार्य योजना तैयार की गई है।
राणा ने कहा कि इस योजना के तहत वर्ष 2030 के अंत तक शहद का उत्पादन वर्तमान 4500 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 15500 मीट्रिक टन करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि राज्य में मधुमक्खी पालन गतिविधियों जैसे शहद उत्पादन, पराग निष्कर्षण और गुणवत्ता मूल्यांकन को बढ़ावा देने के लिए एक नया कार्यक्रम शुरू किया गया है।
इस कार्यक्रम के तहत मधुमक्खी पालकों को विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं। मंत्री ने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केंद्र, रामनगर की स्थापना की गई है।
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