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    'पी गए थे 10 KG गोबर', एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाने वाले अरविंद शर्मा व रामकुमार गौतम के मिले दिल; अब उमड़ा प्रेम

    Updated: Sun, 16 Mar 2025 04:39 PM (IST)

    हरियाणा विधानसभा में हाल ही में हुए विवाद को खत्म करने के लिए कैबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा और विधायक रामकुमार गौतम ने एक-दूसरे को सम्माननीय बताया है। दोनों नेताओं ने इंटरनेट मीडिया पर वीडियो जारी कर कहा कि वे भाजपा के अनुशासित कार्यकर्ता हैं और किसी को भी भाईचारा खराब नहीं करना चाहिए। उन्होंने लोगों से किसी भी बात को तूल न देने की अपील की।

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    Haryana Politics: अरविंद शर्मा और रामकुमार गौतम ने एक-दूसरे को बताया सम्माननीय।

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा में चार दिन पहले एक-दूसरे पर गंभीर व्यक्तिगत आरोप लगाने वाले कैबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा और विधायक रामकुमार गौतम ने विवाद पर विराम लगाने का प्रयास किया है।

    होली पर फिर से दिल मिलने और कटुता को मिटाने का संदेश देते हुए भाजपा के दोनों ब्राह्मण नेताओं ने इंटरनेट मीडिया पर वीडियो जारी कर एक-दूसरे को सम्माननीय बताया है।

    साथ ही कहा कि हम दोनों भाजपा के अनुशासित कार्यकर्ता हैं। लोग भाईचारा खराब न करें। दादा गौतम ने यह भी कहा कि जो भी एपिसोड विधानसभा में मेरे और डॉ. अरविंद शर्मा के बीच हुआ है, उसको लेकर मेरे पास बहुत लोगों के फोन आए हैं और दुख प्रकट किया है।

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    मैं चाहता हूं कि कोई भी ऐसा काम न करें जिससे भाईचारा बिगड़े और पार्टी कमजोर हो। हम दोनों पर देश की सेवा करने की जिम्मेदारी है और हम मिलकर करेंगे। इसलिए किसी भी बात को तूल न दें। हम पार्टी के अनुशासित सिपाही हैं। हमारा काम देश की सेवा करने का है।

    'पूरी जिंदगी हमने ईमानदारी से काम किया'

    वहीं, अरविंद शर्मा ने पूरे प्रकरण पर सफाई देते हुए कहा कि रामकुमार गौतम हमारे सम्माननीय नेता हैं और बड़े भाई की तरह हैं। हमने उनका पूरा सम्मान किया है और आगे भी करते रहेंगे। हमने जिंदगी में कभी घमंड नहीं किया और न किसी से झगड़ा किया। न किसी से तू-तू, मैं-मैं की।

    पूरी जिंदगी हमने ईमानदारी से काम किया है। कोई हम पर ऊंगली नहीं उठा सकता। हमेशा जाति-पाति से ऊपर उठकर काम किया है। हमने कोई ऐसा काम नहीं किया है, जिससे ब्राह्णण समुदाय और सर्वसमाज की पगड़ी पर कोई आंच आए।

    'मेरे रिश्तेदार के भी पैसे नहीं दिए'

    दरअसल 12 मार्च को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान गोहाना की जलेबियों पर शुरू हुई बहस के बाद मंत्री अरविंद शर्मा और विधायक रामकुमार गौतम भिड़ गए थे।

    बात बढ़ी तो सहकारिता और पर्यटन मंत्री एवं गोहाना के भाजपा विधायक डॉ. अरविंद शर्मा ने गौतम की ओर इशारा कर कह दिया कि इनके बारे में कई चर्चाएं हो रही हैं। यह तो शर्त लगाकर 10 किलो गोबर तक पी गए थे।

    इस पर रामकुमार गौतम ने पलटवार करते हुए अरविंद शर्मा का नाम लेकर भरे सदन में कहा कि ये न जाने कितनों के पैसे लेकर मार गए। मेरे रिश्तेदार के भी पैसे नहीं दिए।

    हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने दोनों नेताओं की बहस को सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं किया, लेकिन उसके बाद से ही राजनीतिक गलियारों में नई बहस छिड़ी हुई है। मंत्री पर आरोपों की जांच के लिए विधानसभा में कांग्रेस वॉकआउट भी कर चुकी है।

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