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    'मुझसे मत खेल मैं आग हूं...', भूपेंद्र हुड्डा की ओर इशारा कर बोले अनिल विज, सदन में शायराना अंदाज में कसे गए तंज

    हरियाणा विधानसभा में गुरुवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कैबिनेट मंत्री अनिल विज के बीच शायराना अंदाज में खूब जुबानी तीर चले। सदन में तंज कसने के लिए किस्से-कहानियों और शायरी का सहारा लिया गया। हुड्डा ने कहा गुरु गुड़ और चेला शक्कर हो गया जबकि विज ने कहा मुझसे मत खेल मैं आग हूं मैं फैल गया तो तू भाग भी न पाएगा।

    By Sudhir Tanwar Edited By: Prince Sharma Updated: Thu, 27 Mar 2025 08:49 PM (IST)
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    हरियाणा परिवहन मंत्री अनिल विज और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा (फाइल फोटो)

    सुधीर तंवर, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा में गुरुवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (CM Nayab Singh Saini), पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupendra Singh Hooda) और कैबिनेट मंत्री अनिल विज (Anil Vij) के बीच शायराना अंदाज में खूब जुबानी तीर चले।

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    13 मार्च को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री के जवाब के दौरान जहां कांग्रेस के तमाम विधायक मैदान छोड़ गए थे, वहीं गुरुवार को बजट अभिभाषण पर मुख्यमंत्री के जवाब देते समय पूरा विपक्ष सदन में डटा रहा। कभी किस्से-कहानियों तो कभी शेरों-शायरी के माध्यम से दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर तंज कसे।

    हुड्डा बोले- गुरु गुड़ और चेला शक्कर हो गया

    साढ़े तीन घंटे तक मुख्यमंत्री ने एक-एक विधायक का नाम लेकर बजट प्रस्तावों पर उठाई आपत्तियों का आंकड़ों के साथ जवाब दिया। किस्से-कहानियों और कहावतों के बीच हुड्डा ने चुटकी ली कि गुरु गुड़ और चेला शक्कर हो गया। जब सीएम ने कहा कि मनोहर लाल ने पूरे हरियाणा की तस्वीर बदल दी है तो हुड्डा ने कहा कि अपने गुरु की सारी बात मानना, नहीं तो गड़बड़ हो जाएगी।

    बीच में कूदते हुए अनिल विज (Anil Vij )ने कहा कि मेरी आवाज बहुत तेज है। इसका क्रेडिट हुड्डा को जाता है क्योंकि उन्होंने हमेशा मेरा माइक बंद करके रखा। इसलिए मेरी आवाज बुलंद हो गई। आपका तो वह हाल है कि चमगादड़ के घर आए। चमगादड़ बोले, हम उल्टे लटके हैं, आप भी उल्टे लटक जाओ।

    नायब सैनी ने विपक्ष पर साधा निशाना

    मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए शेर सुनाया कि, 'जिनकी सियासत में सिर्फ दावे रहे हैं, आज वो हमें नसीहतें सुनाने लगे हैं, जो खुद चलते रहे भटकी हुई राह पर, आज हमें रास्ता दिखाने लगे हैं।' इस पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने पलटवार करते हुए कहा कि एक उम्र से यही रिवायत रही है, एक दूसरे को कसूरवार ठहराते रहे हैं। हुड्डा के बीच में बाेलने पर कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने आपत्ति जताते हुए कहा कि ये रनिंग कमेंट्री क्यों कर रहे हैं। इनकी भागने की नीयत लग रही है।

    इस पर कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स (Kuldeep Wats)ने आपत्ति जताई तो नायब ने चुटकी ली कि यह विज और हुड्डा के बीच की बात है। आप इसमें मत बोलो। इस पर विज ने हुड्डा की ओर इशारा करते हुए कहा कि मैं इनसे कहना चाहता हूं कि 'मुझसे मत खेल मैं आग हूं, मैं फैल गया तो तू भाग भी न पाएगा।'

    सीएम सैनी ने सुनाया किस्सा

    एक किस्सा सुनाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बार एक मास्टर ने बच्चों के साथ एक प्रयोग किया। उन्होंने एक सफेद पेपर के ऊपर छोटा सा चिह्न लगा दिया। इसके बाद उसे दीवार पर टांग दिया। बच्चों से कहा, इसमें क्या नजर आ रहा है। बच्चे कहने लगे इसमें बिंदु नजर आ रहा है।

    मास्टर ने बच्चों को कहा कि इतना बड़ा ये पेपर दिखाई नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि यदि व्यक्ति अपने ही घर पर खड़ा हो जाए तो बाकी सब दिखता है, लेकिन अपना घर नहीं दिखाई देता। यही स्थिति विपक्ष की है।

    सास-जमाई की कहानी सुनाने पर भड़का विपक्ष

    कांग्रेस द्वारा विपक्ष का नेता नहीं चुने जाने पर चुटकी लेते हुए मुख्यमंत्री ने सास और जमाई की एक कहानी सुनाते हुए कहा कि एक बार एक छोरा अपनी ससुराल चला गया। उसकी सास ने उसके आगे रोटी और बूरा रख दिया, पर वह उसमें घी डालना भूल गई।

    सासू बोली कि गर्मी हो रही है, पंखे से हवा कर दूं। छोरा बोला थोड़ा सा बूरा है, यह भी उड़ जाएगा। इस पर विपक्ष ने हंगामा कर दिया तो मुख्यमंत्री ने यह कहकर मामला शांत किया कि यह आपके ऊपर नहीं है।

    गिलहरी और बंदर की कहानी पर लगे ठहाके

    नायब सैनी ने बजट स्पीच के दौरान कहानी सुनाते हुए कहा कि एक बार एक पेड़ पर गिलहरी चढ़ रही थी। वहां बंदर भी बैठा था। बंदर ने गिलहरी से पूछा कि यहां क्यों आ रही है। गिलहरी बोली कि मैं सेब खाऊंगी। बंदर ने कहा कि यह पेड़ तो आम का है तो गिलहरी ने कहा तू ज्यादा चौधरी ना बन।

    मैं सेब अपने साथ लेकर आई हूं। इस पर हुड्डा ने भी एक कहानी सुनाते हुए कि जंगल में न्याय नहीं कर पाने वाले शेर की तरह आप अच्छी भागदौड़ कर रहे हो। इस पर खूब ठहाके लगे।

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