नए साल में रिटायर होंगे 13 IAS अधिकारी, हरियाणा की ब्यूरोक्रेसी पर बढ़ेगा दबाव
हरियाणा में आईएएस अधिकारियों की कमी से ब्यूरोक्रेसी पर दबाव बढ़ने वाला है। मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी समेत 13 आईएएस अधिकारी नए साल में सेवानिवृत्त होंग ...और पढ़ें

हरियाणा में आईएएस काडर के कुल 225 स्वीकृत पदों के मुकाबले 183 आईएएस अधिकारी हैं, इनमें भी 12 केंद्र में दे रहे सेवाएं।
सुधीर तंवर, चंडीगढ़। आईएएस अधिकारियों की कमी से जूझ रहे हरियाणा में ब्यूरोक्रेसी के लिए नये साल में मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। एक साल का सेवा विस्तार पाने वाले मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी के साथ ही 13 आईएएस अधिकारी नए साल में सेवानिवृत्त हो जाएंगे। इनमें सीनियर मोस्ट आईएएस अधिकारी सुधीर राजपाल से लेकर अतिरिक्त मुख्य सचिव स्तर के राजा शेखर वुंडरू और अरुण कुमार गुप्ता, केंद्र सरकार में सचिव अभिलक्ष लिखी तथा प्रधान सचिव स्तर के डी सुरेश शामिल हैं। अरुण कुमार गुप्ता इस समय हरियाणा के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव हैं।
प्रदेश के 12 आईएएस अधिकारी पहले ही केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर चल रहे हैं। हरियाणा में आईएएस काडर के कुल 225 पद स्वीकृत हैं, जिनमें से 183 आईएएस अधिकारी वर्तमान में सेवाएं दे रहे हैं। इस तरह स्वीकृत काडर संख्या के मुकाबले 42 आईएएस अधिकारियों की कमी है। वर्ष 2005 बैच के आईएएस रमेश चंद्र बिधान इसी 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। हाल ही में हरियाणा को छह नये आईएएस अधिकारी मिले हैं, लेकिन नए साल में 13 आईएएस अधिकारियों की सेवानिवृत्ति से प्रशासनिक कार्यों के लिए आईएएस अधिकारियों की कमी बढ़ने वाली है।
स्थिति यह है कि वर्तमान में ज्यादातर सीनियर आईएएस अधिकारियों के पास तीन से चार विभागों का कार्यभार है। आईएएस अधिकारियों पर काम का बोझ कम करने के लिए प्रदेश सरकार ने सात आइपीएस, आईएफएस और आईआरएस और आइआरपीएस अधिकारियों को आईएएस के लिए निर्धारित पदों पर लगाया हुआ है। इनमें आइपीएस अधिकारी आलोक मित्तल और पंकज नैन, आईएफएस एस नारायणन, आईआरएस डा. विवेक अग्रवाल, आइआरपीएस विवेक कुमार, एचपीएएस प्रशांत देष्ठा और सेवानिवृत्त आइपीएस अधिकारी मनोज यादव शामिल हैं।
हालांकि, सरकार के पास नए साल में आईएएस अधिकारियों के रिक्त पदों पर एचसीएस अधिकारियों को भी पदोन्नत करने का विकल्प है। आईएएस के 67 प्रतिशत पद सीधी भर्ती से और करीब 33 प्रतिशत पदोन्नति के आधार पर भरने का प्रविधान है। इस तरह प्रदेश में आईएएस के 66 पद पदोन्नति से भरे जाते हैं, लेकिन आईएएस की भारी कमी के बावजूद पदोन्नति से भरे जाने वाले कई पद खाली हैं। एचसीएस की आठ वर्ष की सर्विस पूरी होने और उसमें पांच साल की एसीआर अच्छी होने पर वह अफसर आईएएस बनने के योग्य हो जाता है।
नए साल 2026 में यह आईएएस अधिकारी होंगे सेवानिवृत्त
आईएएस अधिकारी -पद -सेवानिवृत्ति
मुकेश कुमार आहूजा (2009) -सचिव -31 मार्च
जयबीर आर्य (2009) - सचिव -30 अप्रैल
विरेंद्र लाठर (2014) -सदस्य सचिव -30 अप्रैल
प्रदीप कुमार (2011) -निदेशक -30 जून
अनुराग रस्तोगी (1990) -मुख्य सचिव -30 जूनराजा शेखर वुंडरू (1990) -अतिरिक्त मुख्य सचिव -31 जुलाई
डी सुरेश (1995) -प्रधान सचिव -31 अगस्त
अरुण कुमार गुप्ता (1992) -अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं सीएम के प्रधान सचिव -30 सितंबर
अनीता यादव (2004) - प्रबंध निदेशक 30 सितंबरसंजय जून (2003) -महानिदेशक -31 अक्टूबर
सुधीर राजपाल (1990) -अतिरिक्त मुख्य सचिव -30 नवंबर
अभिलक्ष लिखी (1991) -केंद्र सरकार में सचिव -30 नवंबर
गीता भारती (2005) - प्रबंध निदेशक -30 नवंबर
यह आईएएस अधिकारी चल रहे केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर
वर्तमान में 1991 बैच के वी उमाशंकर और अभिलक्ष, 1993 बैच की दीप्ति उमाशंकर, सुकृति लिखी और नीरजा शेखर, 2000 बैच के नितिन कुमार यादव, 2001 बैच के विकास गुप्ता और पंकज यादव, 2008 बैच के निखिल गजराज केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर चल रहे हैं। इसी तरह वर्ष 2009 बैच की शरणदीप कौर बरार और 2010 बैच की डा. गरिमा मित्तल केंद्र सरकार में सेवाएं दे रही हैं।

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