दिल्ली-मथुरा हाईवे और मेट्रो से जुड़ेगा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, हरियाण सरकार जल्द करेगी भूमि अधिग्रहण
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के सातवें स्थापना दिवस पर लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा ने विश्वविद्यालय को दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग और मेट्रो से जोड़ने की घोषणा की। उन्होंने उषा सिलाई स्कूल के सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस का उद्घाटन किया। कुलपति दिनेश कुमार ने विश्वविद्यालय की विकास यात्रा प्रस्तुत की और कौशल विकास पर जोर दिया।

जागरण संवाददाता, पलवल। देश के पहले राजकीय श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का सप्तम स्थापना दिवस समारोह बुधवार को धूमधाम से मनाया गया। हरियाणा के जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा ने मुख्यातिथि के रूप में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच 19) और प्रस्तावित बघौला मेट्रो स्टेशन से जोड़ने की महत्वाकांक्षी घोषणा की।
विश्वविद्यालय शीघ्र ही दिल्ली-मथुरा हाईवे से जुड़ेगा और मेट्रो से भी विश्वविद्यालय का सीधा लिंक होगा। इसके लिए एनएच 19 से बगौला गांव के पास से सीधा श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय तक सड़क बनेगी। इसके लिए भूमि का अधिग्रहण होगा। यह मार्ग श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय परिसर तक आएगा। इसी मार्ग से मेट्रो के साथ कनेक्टिविटी स्थापित होगी।
इस अवसर पर उन्होंने उषा सिलाई स्कूल की ओर से एसवीएसयू में स्थापित सेंटर आफ एक्सीलेंस का उद्घाटन भी किया। कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार और कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने मुख्यातिथि रणबीर गंगवा का भव्य स्वागत किया। दुधौला गांव की ओर से सरपंच सुनील कुमार ने उन्हें सम्मान की सूचक पगड़ी बांधी।
रणबीर गंगवा ने कहा कि यह विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कल्पना और हरियाणा सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए धन की कोई कमी आड़े नहीं आएगी। यह विश्वविद्यालय देश की शान है और कौशल के क्षेत्र में इसने देश और दुनिया में मिसाल कायम की है।
50 से भी अधिक रोजगारपरक प्रोग्राम चलाए जाने पर विश्वविद्यालय को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हमें रोजगार मांगने वाले नहीं, बल्कि दूसरों को रोजगार देने वाले युवा तैयार करने हैं। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय इस क्षेत्र में अग्रदूत की भूमिका निभा रहा है।
कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कौशल भारत-कुशल भारत मिशन को साकार करने की दिशा में अग्रसर है।
देश और दुनिया की नामचीन कंपनियों को इस विश्वविद्यालय के साथ जोड़ा जा रहा है, ताकि युवा शक्ति पेशेवर दुनिया में अपने पांव मजबूती से जमा सकें। कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने सप्तम स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर विश्वविद्यालय की विकास यात्रा का पूरा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
मुख्यमंत्री के विशेष कर्तव्य अधिकारी एवं श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलगुरु डा. राज नेहरू ने अति विशिष्ट अतिथि के रूप में अपने संबोधन में कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना जिन लक्ष्यों को लेकर की गई थी, वह उससे भी बेहतरीन परिणाम दे रहा है। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय आगे और आदर्श और प्रतिमान स्थापित करेगा।
इस अवसर पर ट्रांजिट कैंपस की निदेशक प्रोफेसर सुजाता शाही, अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर विक्रम सिंह, अधिष्ठाता प्रोफेसर आर.एस. राठौड़, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर कुलवंत सिंह, निदेशक यूथ वेलफेयर अनिल कौशिक, परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर सुरेश कुमार, प्रोफेसर सुनील गर्ग, डीन प्रोफेसर आशीष श्रीवास्तव, प्रोफेसर डीवी पाठक और प्रोफेसर उषा बत्रा सहित काफी संख्या में शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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