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    Palwal Metro: बल्लभगढ़ से पलवल तक मेट्रो चलाने पर केंद्र की मंजूरी, 3 साल में पूरा होगा 24 किमी लंबा प्रोजेक्ट

    Updated: Sat, 25 Oct 2025 08:20 PM (IST)

    केंद्र सरकार ने बल्लभगढ़ से पलवल तक मेट्रो चलाने की परियोजना को स्वीकृति दे दी है। 24 किलोमीटर लंबी इस परियोजना को 3 साल में पूरा करने का लक्ष्य है। इस मेट्रो विस्तार से बल्लभगढ़ और पलवल के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी, जिससे क्षेत्र में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और लोगों को परिवहन का एक सुगम साधन उपलब्ध होगा।

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    परियोजना की टेक्नो-फेजिबिलिटी सर्वे के लिए राइट्स को जिम्मेदारी भी सौंप दी गई है। फोटो @ जागरण

    कुलवीर चौहान, पलवल। फरीदाबाद के बल्लभगढ़ से पलवल तक मेट्रो विस्तार योजना को केंद्र के शहरी विकास एवं आवासन मंत्रालय की ओर से हरी झंडी मिल गई है। परियोजना की टेक्नो-फेजिबिलिटी सर्वे के लिए राइट्स को जिम्मेदारी भी सौंप दी गई है। इससे अब जल्द ही मेट्रो के आने की उम्मीद जगी है। इस प्रोजेक्ट से बल्लभगढ़ और पलवल के बीच बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी और क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी।

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    धरातल पर काम शुरू

    बता दें कि पिछले कई वर्षों से मेट्रो के पलवल तक विस्तार की मांग उठाई जा रही थी। इसी मांग को देखते हुए 25 जून 2023 को गदपुरी में आयोजित रैली में हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पलवल तक मेट्रो के विस्तार की घोषणा की थी। घोषणा के दो दिन बाद ही मेट्रो के लिए धरातल पर काम शुरू हो गया था।

    कार्य तीन साल में पूरा करने की योजना

    घोषणा के अगले ही दिन 26 जून को मेट्रो प्रोजेक्ट की टेक्नो फिजिबिलिटी स्टडी के लिए आदेश जारी हुए थे और 27 जून को टीम ने पलवल तक मौके का मुआयना किया। इसमें हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन के प्रधान सलाहकार एसडी शर्मा, राइट्स के एसडीजीएम राज किशोर, राइट्स की प्रबंधक नेहा गंभीर शामिल रहे थे।

    इसके बाद से जिले के लोग मेट्रो के विस्तार के लिए अगली प्रक्रिया का इंतजार कर रहे थे। मुख्यमंत्री रहते हुए मेट्रो के विस्तार की घोषणा करने वाले मनोहर लाल ने ही अब केंद्रीय शहरी विकास एवं आवास मंत्री के तौर पर इसे हरी झंडी दी है। इसके विस्तार का कार्य तीन साल में पूरा करने की योजना है।

    आवागमन होगा आसान, विकास को मिलेगी रफ्तार

    पलवल जिला इस समय कनेक्टिविटी के मामले में दिल्ली-एनसीआर में सबसे पसंदीदा शहरों में गिना जा रहा है। जिले से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 19,केएमपी-केजीपी एक्सप्रेस वे, दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे, पलवल से कुछ किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित उत्तर प्रदेश के जेवर में बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के साथ मेट्रो के विस्तार से क्षेत्र में विकास की रफ्तार तेजी से बढ़ेगी।

    केएमपी के साथ-साथ सोनीपत से लेकर पलवल तक आर्बिटल रेल कारीडोर का निर्माण भी तेजी से चल रहा है। मेट्रो के आने से दिल्ली- आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग 19 पर वाहनों का दबाव कम होगा। इससे पलवल के यात्रियों का दिल्ली, गुरुग्राम और फरीदाबाद आना-जाना आसान हो जाएगा। इसका व्यापारिक रूप से भी बड़ा फायदा होगा।

    पृथला औद्योगिक क्षेत्र को उसका विशेष फायदा होगा। मेट्रो आने से जिले में नए उद्योग भी स्थापित होंगे। दिल्ली-एनसीआर के लोगों के रहने के लिए पलवल एक बेहतर विकल्प बन सकेगा। यहां के प्रापर्टी मार्केट को नई चमक मिलेगी।

    24 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर दस स्टेशन बनेंगे

    इस एलिवेटेड मेट्रो रूट पर प्रति किलोमीटर की अनुमानित लागत 180 करोड़ रुपए है। इस परियोजना पर 4320 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। बल्लभगढ़ से पलवल तक की परिधि में 24 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर करीब दस स्टेशन बनाए जाने की योजना है। इनमें बल्लभगढ़ के बाद पहला स्टेशन सेक्टर 58-59, सीकरी, सोफता, पृथला, बघौला, आल्हापुर और अंतिम पलवल बस स्टैंड हो सकता है।

    केजीपी-केएमपी वे इंटरचेंज तक हो रही विस्तार की मांग

    जिलावासी इस मेट्रो विस्तार को कुसलीपुर गांव स्थित केजीपी-केएमपी एक्सप्रेस वे इंटरचेंज तक लाने की मांग कर रहे हैं ताकि लोग आसानी से जिला लघु सचिवालय और दूसरे जिलों में आवागमन कर सकें। इसके लिए शहर आगरा चौक और केजीपी-केएमपी इंटरचेंज पर दो स्टेशन की मांग हो रही है।

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