पलवल नागरिक अस्पताल में डॉक्टरों की हड़ताल से बढ़ी परेशानी, घट गईं ओपीडी और 50 से अधिक सर्जरी टलीं
पलवल के नागरिक अस्पताल में डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। ओपीडी सेवाओं में कमी आई है, जिससे मरीजों को इलाज मिलने में दिक्कत ह ...और पढ़ें

जिला नागरिक अस्पताल में ओपीडी की पर्ची बनवाने के लिए लाइन। जागरण
जागरण संवाददाता, पलवल। विभिन्न मांगें पूरी नहीं होने के विरोध में दो दिन हड़ताल पर रहने के बाद जिला नागरिक अस्पताल के डाॅक्टर बुधवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। हालांकि हड़ताल का असर ओपीडी पर तो नहीं पड़ रहा, मगर हड़ताल के चलते ओपीडी में मरीजों की संख्या में कमी आई है। वहीं, पिछले दो दिनों में अस्पताल में ऑपरेशन बंद पड़े हैं।
ओपीडी की सेवाओं पर नहीं पड़ा असर
सूत्रों की जानकारी के अनुसार, पिछले दो दिनों से मरीजों की संख्या कम दर्ज की गई है। हड़ताल को लेकर नल्हड़ मेडिकल कालेज से बुलाए गए डाॅक्टर व एनएचएम डाॅक्टर की सेवाएं ली गईं। इसलिए ओपीडी की सेवाओं पर हड़ताल का असर दिखाई नहीं दिया है। मरीजों का कहना है कि ओपीडी में इलाज तो मिला, लेकिन नियमित डाॅक्टर न होने के कारण अन्य दिनों के मुकाबले काफी इंतजार करना पड़ा।
परिवार नियोजन, आंखाें, हड्डी विभाग पर पड़ा सबसे अधिक असर
हड़ताल का सबसे अधिक असर सर्जरी विभाग पर पड़ा। पिछले दो दिनों से एक भी सर्जरी नहीं हुई। ऑपरेशन थियेटर में सिर्फ गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी हो रही है। विभागीय सूत्रों के अनुसार दो दिनों में 50 से अधिक परिवार नियोजन, आंखों, कान, हड्डी और जनरल सर्जरी विभाग में एक भी बड़ा ऑपरेशन नहीं हुआ। इमरजेंसी विभाग में भी मंगलवार की रात्रि को अस्पताल के एसएमओ डाॅ. सुरेश बुरोलिया अपनी ड्यूटी पर तैनात रहे।
डाॅक्टर हड़ताल पर, उनके नाम का कार्ड बन रहा
डाॅक्टर के हड़ताल पर चले जाने के बाद भी ओपीडी के कार्ड पर संबंधित डाॅक्टर के नाम लिखकर आ रहा है। इससे कई बार मरीज परेशान हो रहे हैं। कमर के दर्द की शिकायत लेकर पहुंचे मनवीर सिंह ने बताया कि उनकी पर्ची पर डाॅक्टर का नाम लिखा हुआ है। मगर वहां उक्त नाम का डाॅक्टर मौजूद नहीं है। उनकी जगह दूसरे डाॅक्टर काम कर रहे हैं।
इस पर पलवल जिला इकाई के प्रधान डाॅ. योगेश मलिक ने पर्ची पर नाम लिखे जाने का विरोध करते हुए कहा कि अस्पताल प्रबंधन को इस पर तुंरत रोक लगानी चाहिए। जब संंबंधित डाॅक्टर हड़ताल पर है, तो उनके नाम की पर्ची क्यों बनाई जा रही है। इस तुंरत रोक लगनी चाहिए।अगर ऐसे में किसी मरीज के साथ कोई घटना घट गई हो इसका कौन जिम्मेदार होगा।
जिला प्रधान डाॅ. योगेश मलिक ने कहा कि एचसीएमएसए द्वारा की अपील के बावजूद, सरकार द्वारा बातचीत का कोई प्रस्ताव न मिलने के कारण बुधवार से डाॅक्टर अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर चले गए। जब तक कि मांगें पूरी नहीं हो जाती या सरकार के साथ बातचीत के माध्यम से कोई सहमति नहीं बन जाती है। तब तक हड़ताल पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि हड़ताल कभी भी हमारी प्राथमिकता और उद्देश्य नहीं रही है। हम बातचीत के माध्यम से समाधान के लिए हमेशा तैयार हैं।
महिलाओं के अल्ट्रासाउंड लेट हुए
नागरिक अस्पताल में कार्यरत डाॅ. ललित के हड़ताल पर चले जाने के चलते गर्भवती महिलाओं के अल्ट्रासाउंड पर असर पड़ा। महिलाओं को करीब तीन से चार घंटे तक इंतजार करना पड़ा। दोपहर एक बजे के बाद डिप्टी सीएमओ डाॅ. संजय शर्मा ने पहुंचकर महिलाओं के अल्ट्रासाउंड किए। तक महिलाओं को भूखा रहना पड़ा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।