Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हरियाणा का ये परिवार तीन पीढियों से सेना में कर रहा देश सेवा, युद्ध में PAK-चीन को चटाई थी धूल

    Updated: Sat, 10 May 2025 04:53 PM (IST)

    पलवल के असावटा गांव का एक परिवार तीन पीढ़ियों से भारतीय सेना में देश सेवा कर रहा है। शिब्बू राम पोसवाल के बेटे रामपाल 1961 में सेना में भर्ती हुए थे जिन्होंने 1962 1965 और 1971 के युद्धों में भाग लिया। उनके बेटों और पोतों ने भी सेना में सेवा जारी रखी है। परिवार के छह सदस्य अभी भी सेना में हैं।

    Hero Image
    पलवल का फौजी परिवार तीन पीढ़ियों से देश सेवा में समर्पित। फोटो जागरण

    अंकुर अग्निहोत्री, पलवल। जिले के असावटा गांव में एक ऐसा परिवार रहता है, जो तीन पीढ़ियों से भारतीय सेना में रहते हुए देश की सेवा कर रहा है। असावटा गांव के रहने वाले किसान शिब्बू राम पोसवाल के घर 1935 में बेटे रामपाल पोसवाल का जन्म हुआ। रामपाल 18 वर्ष की आयु में 1961 में सेना में भर्ती हुए तथा 15 वर्ष की सेवा के उपरांत सन 1976 में हवलदार के पद से सेवानिवृत्त हुए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्होंने 1962 भारत-चीन , 1965 भारत-पाक युद्ध तथा 1971 भारत-पाक युद्ध में भाग लिया। 2020 में रामपाल का निधन हो गया। पत्नी बतासो देवी ने बतौर मुखिया और उनके तीनों बेटे श्यामवीर, रामवीर, व ओमवीर ने परिवार की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली। परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए बेटे श्यामवीर व रामवीर भारतीय सेना में अपनी सेवा देकर सेवानिवृत्त हो चुके हैं।

    सात में से छह बेटे भारतीय सेना में दे रहे सेवा 

    श्यामवीर, रामवीर, व ओमवीर के मिलाकर सात बेटे हैं। सात में से छह बेटे धर्मवीर, मनवीर, दलवीर, नरवीर, उदयवीर व चमनवीर हवलदार के पद पर भारतीय सेना में सेवा दे रहे हैं। रामवीर के दामाद दिनेश भी सेना में हैं। इसलिए इस परिवार को पलवल का फौजी परिवार भी कहा जाता है। रामपाल के बड़े बेटे श्यामवीर बताते हैं कि पूरा परिवार आज भी एक छत के नीचे रहता है।

    एक ही चूल्हे में खाना बनता है। 17 छोटे बड़े बच्चों सहित 40 सदस्यों वाले इस परिवार में छह 6 अभी भी सेना में हैं। वहीं सबसे 90 वर्शीय उनकी माता बतासो देवी परिवार की मुखिया हैं.। श्यामवीर का कहना है कि आने वाली पीढ़ियों का सेना में जाने का क्रम रुकेगा नहीं।

    हम भी दोगुने उत्साह के साथ सरहद पर जाने के लिए तैयार

    घर बच्चों को सेना के लिए तैयार करने का काम कर रहे हैं। बच्चों को अनुशासन का पूरा पाठ पढ़ाया जा रहा है। सुबह चार बजे से बच्चों की कक्षा शुरू हो जाती है। बच्चों को सुबह दौड़ लगवाई जाती है। शिक्षा के साथ-साथ उन्हें अभी से ही अकादमी में प्रशिक्षण भी दिलाया जा रहा है।

    फौज अनुशासन में रहना और वह सब कुछ सिखाती है, जो देश सेवा के लिए काम आए। यही शिक्षा हम अपने बच्चों को दे रहे हैं। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर श्यामवीर कहते हैं कि हमारे बेटे तो पहले ही सरहद पर पाकिस्तान से दो-दो हाथ करने को तैनात हैं।

    हम भी दोगुने उत्साह के साथ सरहद पर जाने के लिए तैयार हैं। रामवीर का कहना है हमारे पास विश्व की सर्वश्रेष्ठ सेना है। दुनिया के दुर्गम स्थानों में लड़ने का अनुभव है। यदि युद्ध आगे बढ़ा तो पाकिस्तान दुनिया के नक्शे से गायब हो जाएगा। मेरा पूरा परिवार मां भारती की सेवा के लिए तैयार हैं।

    यह भी पढ़ें: हिंदुस्तानी युवाओं का जोश... सीना चौड़ा कर बोले- हम निकालेंगे PAK की हेकड़ी; पूर्व सैनिकों में भी दिखा पहले जैसा दम