पंचायत में उठा देवेश की मौत का मामला, लापरवाह प्रशासन को जगाने के लिए उठाएंगे बड़ा कदम, ग्रामीणों में आक्रोश
पलवल में खस्ताहाल सड़क के कारण देवेश नामक युवक की मौत हो गई जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क ठीक होती तो देवेश की जान बच जाती। उन्होंने मुआवजे की मांग की है और 18 अगस्त को सड़क जाम करने की चेतावनी दी है यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की। उनका आरोप है कि भ्रष्टाचार के कारण सड़क की मरम्मत नहीं हो रही है।

जागरण संवाददाता, पलवल। जर्जर हाल में पड़े नूंह-पलवल स्टेट हाइवे पर गड्ढों के चलते हुई देवेश की मौत से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। ग्रामीणों में इस हादसे को लेकर भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि अगर सड़क सही होती तो देवेश को इन गड्ढों में फिसलकर अपनी जान न गंवानी पड़ती। लोगों का कहना है कि वे देवेश की मौत को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। अब किसी देवेश को इस जर्जर सड़क पर मरने नहीं दिया जाएगा। चाहे इसके लिए हमें कोई भी कदम क्यों उठाना पड़े।
...तो सड़क जाम का निर्णय टाल दिया
मृतक देवेश और उसके परिजनों को न्याय दिलाने के लिए महेशपुर गांव बस अड्डा चौक पर जाम लगाने के लिए युवा एकत्रित हुए। इस दौरान मौजूद बुजुर्गों ने कहा कि आज 15 अगस्त है। सारा प्रशासन स्वतंत्रता दिवस मनाने में जुटा हुआ है। इसलिए आज सड़क जाम नहीं करनी चाहिए। इसके चलते युवाओं ने सड़क जाम का निर्णय टाल दिया। अब सोमवार 18 अगस्त को रास्ता जाम किया जाएगा।
इसके बाद देवेश के घर पर आयोजित पंचायत में मौजूद लोगों ने कहा कि हमारे देवेश को नेता, अफसर व भ्रष्टाचार खा गया है। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक प्रवीण डागर के कार्यकाल से ही सड़क जर्जर हाल पड़ी है। उन्होंने कभी भी सड़क के निर्माण कार्य रूचि नहीं दिखाई। ग्रामीणों का कहना है कि कई वर्षों से सड़क की स्थिति जर्जर हो चुकी है। बाइक से जाना तो दूर लोगों का पैदल जाना भी दूभर हो गया है।
यह भी पढ़ें- पलवल में घर से बाहर से अचानक गायब हो गई नाबालिग लड़की, मां ने एक शोहदे पर लगाया अपहरण का आरोप
भारी वाहनों के कारण सड़क हुई जर्जर
भारी वाहनों के गुजरने के कारण सड़क से डामर गायब है। रोड में गड्ढे ही गड्ढे। ऐसे वैसे नहीं पानी से लबालब गड्ढे। बरसात खत्म होते ही धूल लोगों के लिए मुसीबत बन जाती है। मांग करने के बावजूद शासन और प्रशासन सुध नहीं ले रहा है। इस कारण मजबूरन सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करना ग्रामीणों की मजबूरी बन गई है।
अगर प्रशासन ने दो दिनों में सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया तो 18 अगस्त को नूंह-पलवल स्टेट हाइवे जाम किया जाएगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो डागर पाल के आठ गांवों की सरदारी को एकत्रित कर आंदोलन को नई दिशा दी जाएगी।
प्रशासन से मुआवजे की मांग
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि देवेश की मौत के चार दिन बीत जाने के बाद भी न कोई पुलिस कर्मी भी पूछताछ करने तक नहीं आया है और न ही कोई अधिकारी हमारी सुध लेने पहुंचा है। ग्रामीणों ने मांग की कि देवेश के घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। प्रशासन को उसके स्वजन को मुआवजा दिया जाना चाहिए।
इस मौके पर देवेश का दादा जीवन सिंह, पिता ब्रह्म सिंह, पूर्व सरपंच राजबीर हवलदार, दलबीर, सुंदर, धर्मेंद्र, कृष्ण, कमल, सुंदर मास्टर, प्रेम सिंह, सुख सिंह, बिजेंद्र, बलराम व चेतक मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें- जर्जर सड़क ने फिर लील ली एक जिंदगी... जवान बेटे की मौत से परिवार में मचा कोहराम; मां का रो-रोकर बुरा हाल

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।