पलवल में भारी बारिश से किसानों की फसलें तबाह, संयुक्त किसान मोर्चा ने उठाई ये बड़ी मांग
पलवल जिले में भारी बारिश के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। संयुक्त किसान मोर्चा और अखिल भारतीय किसान सभा ने प्रभावित गांवों का दौरा करके नुकसान का जायजा लिया। किसानों ने मुआवजे की मांग की है और सरकार को प्रदर्शन की चेतावनी दी है। नुकसान की जानकारी पोर्टल पर अपलोड करने की अपील की गई है।

जागरण संवाददाता, पलवल। पलवल जिले के कई गांवों में लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण हुए जलभराव से किसानों की फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा और अखिल भारतीय किसान सभा के प्रतिनिधियों ने बुधवार को जलभराव से प्रभावित गांवों-घुघेरा, अलिका, धतीर, कारना, लालवा, महेशपुर और यादूपुर का दौरा किया और फसलों के नुकसान का जायजा लिया।
प्रभावित किसानों ने किसान नेताओं को बताया कि हजारों एकड़ जमीन में ज्वार, बाजरा, कपास, मूंग, सब्जियां और धान की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। इस प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों में भारी मायूसी छाई हुई है।
किसान नेताओं ने बताया कि अगर जल निकासी की उचित व्यवस्था नहीं की गई, तो आगामी रबी की फसल की बुवाई भी संभव नहीं हो पाएगी। इस संकट से न केवल किसान, बल्कि भूमिहीन खेतिहर मजदूर भी बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा और अखिल भारतीय किसान सभा ने हरियाणा सरकार और जिला प्रशासन से तुरंत विशेष गिरदावरी (फसल नुकसान का सर्वे) कराकर प्रभावित किसानों को 50 हजार रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा देने की मांग की है। इसके अलावा, किसानों को डीएपी खाद उपलब्ध कराने और जल निकासी की व्यवस्था करने की भी मांग की गई है।
किसान नेताओं ने घोषणा की है कि अगर सरकार ने समय रहते किसानों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो 10 और 11 सितंबर को उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान, उन्होंने सभी प्रभावित किसानों से अपने नुकसान की जानकारी क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपलोड करने की अपील की है, ताकि सरकार को कोई बहाना न मिले।
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इस दौरान अखिल भारतीय किसान सभा के जिला प्रधान धर्मचंद घुघेरा, किसान मोर्चा के नेता मास्टर महेंद्र सिंह चौहान, ताराचंद प्रधान, रूप राम तेवतिया, और किसान सभा के जिला उपाध्यक्ष चरनजीत डागर व चन्द्रमुणि आर्य मौजूद रहे।
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