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    Palwal: जन स्वास्थ्य विभाग ने बनाई 13.5 करोड़ की योजना, लाखों लोगों को जाम और जलभराव से मिलेगी राहत

    Updated: Mon, 22 Sep 2025 05:22 PM (IST)

    पलवल शहर को सीवर जाम और जलभराव से राहत दिलाने के लिए जन स्वास्थ्य विभाग ने 13.5 करोड़ रुपये की योजना बनाई है। पंचवटी कॉलोनी और राष्ट्रीय राजमार्ग-19 के आस-पास की सीवर लाइनों की मरम्मत की जाएगी। पुरानी लाइनों के जर्जर होने से जलभराव की समस्या बढ़ गई थी। एमडब्ल्यूएसएल तकनीक से पाइपलाइन की मरम्मत होगी जिससे सड़क खोदने की जरूरत नहीं होगी।

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    सीवर लाइनों को दुरुस्त करने का काम होगा शुरू। जागरण

    जागरण संवाददाता, पलवल। पलवल शहर के बड़े हिस्से को सीवर जाम और जलभराव की समस्या से जल्द ही छुटकारा मिलने जा रहा है। इसके लिए जन स्वास्थ्य विभाग ने साढ़े 13 करोड़ की लागत से जर्जर हो चुकी सीवर लाइनों की मरम्मत की योजना बनाई है।

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    शहर की पंचवटी कालोनी,राष्ट्रीय राजमार्ग-19 से बस स्टैंड तक और रासुलपुर रोड होते हुए पुरानी जीटी रोड तक सीवर लाइनों के सुदृढ़ीकरण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

    उल्लेखनीय है कि बीते कुछ वर्षों से शहर में जलभराव की समस्या पैदा हो रही है। सीवर जाम होने से वर्षा आने के बाद कई-कई दिन तक पानी की निकासी नहीं हो पाती है। जलभराव होने से नै नै बनी सडकें टूटने की शिकायतें भी लगातार सामने आती हैं।

    शहर में शहर की पंचवटी कालोनी,राष्ट्रीय राजमार्ग-19 से बस स्टैंड तक और रासुलपुर रोड होते हुए पुरानी जीटी रोड तक सीवर लाइनें करीब 17 वर्ष पहले बिछाई गईं थीं, जो कि पिछले लंबे समय से जर्जर हालत में हैं। तीन किलोमीटर लंबी यह लाइनें कई स्थानों से टूट भी गईं है। इस कारण जलभराव, गंदगी और बदबू की समस्या आम हो गई है।

    बताया गया कि वर्षा के दिनों में यह समस्या और बढ़ जाती है, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पानी ओवरफ्लो होकर लोगों के घरों में दाखिल हो जाता है। लोगों की समस्याओं को देखते हुए जन स्वास्थ्य विभाग ने यह योजना बनाई।

    इस योजना के धरातल पर पूरा होने के बाद जलभराव की समस्या से काफी हद तक छुटकारा मिलेगा। मिली जानकारी के अनुसार अगले माह तक इस योजना की टेंडर प्रकिया पूरी किए जाने की उम्मीद है। इस वर्ष के अंत तक यह योजना पूरी कर ली जाएगी। ताकि मानसून के अगले सीजन से पहले जलभराव की समस्या से छुटकारा पाया जा सके।

    पूरी सड़क को खोदने की नहीं होगी आवश्यकता

    इस योजना के तहत 500 एमएम और 600 एमएम आई/डी आरसीसी पाइप सीवर लाइन का मशीन वाउंड स्पाइरल लाइनिंग (एमडब्ल्यूएसएल) तकनीक से मरम्मत कार्य किया जाएगा। इस योजना में अपनाई जाने वाली एमडब्ल्यूएसएल तकनीक में पूरी सड़क खोदने की आवश्यकता नहीं होती। पाइपलाइन के अंदर एक नई परत बनाई जाती है, जिससे पाइप और मजबूत हो जाती है। इस तकनीक से मरम्मत का कार्य तीव्र गति से किया जा सकता है।

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    जन स्वास्थ्य विभाग ने शहर में जर्जर हो चुकी सीवर लाइनों की मरम्मत की योजना बनाई है। यह योजना एमडब्ल्यूएसएल नाम की नई तकनीक के अंतर्गत पूरी की जाएगी। जल्द ही टेंडर प्रकिया पूरी कर इस ओजना को अमलीजामा पहनाया जाएगा। इससे जलभराव की समस्या से छुटकारा मिलेगा- हेमंत कुमार, एक्सईएन, जन स्वास्थ्य विभाग