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    KMP Expressway: Toll Tax के नाम पर चल रहा ये बड़ा खेल, सच्चाई जान उड़े लोगों के होश

    Updated: Wed, 30 Jul 2025 03:27 PM (IST)

    पलवल में केएमपी एक्सप्रेसवे पर वाहन चालकों से अवैध टोल वसूली की जा रही है। स्कैनर खराब होने से कम दूरी तय करने वालों से भी पूरे मार्ग का शुल्क वसूला जा रहा है। एचएसआईआईडीसी से शिकायत के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो रहा है और पैसे रिफंड नहीं किए जा रहे हैं। रोजाना लाखों की अवैध वसूली से वाहन चालक परेशान हैं।

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    केएमपी पर अवैध तरीके से वसूला जा रहा कई गुना टोल। जागरण

    कुलवीर चौहान, पलवल। पलवल में केएमपी एक्सप्रेसवे पर वाहन चालकों से अवैध तरीके से कई गुना टोल टैक्स वसूला जा रहा है। विभिन्न स्थानों पर स्थित टोल प्लाजा के मानव रहित बूथों पर लगे स्कैनरों के काम नहीं करने से दिल्ली-वडोदरा इंटरचेंज, सोहना इंटरचेंज, तावडू इंटरचेंज और मानेसर इंटरचेंज से कुछ ही किलोमीटर चलकर पलवल आवागमन करने वाले वाहन चालकों के कुंडली तक के 135 किलोमीटर के रुपये कट रहे हैं।

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    वाहन चालक लगातार इसकी शिकायत एक्सप्रेसवे का रखरखाव और टोल वसूलने का काम संभाल रही एचएसआईआईडीसी (हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम) से कर रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही। ऐसा कर प्रतिदिन लाखों रुपये की अवैध तरीके से वसूली की जा रही है।

    उल्लेखनीय है कि केएमपी एक्सप्रेस वे पर पलवल से लेकर कुंडली तक की कुल लंबाई 135 किलोमीटर तक कई इंटरचेंज बने हुए हैं। एचएसआईआईडीसी प्रति किलोमीटर के हिसाब से कार वाहनों से एक रुपये 61 पैसे वसूलती है। एक्सप्रेस वे पर रोजाना 60 हजार वाहन आवागमन करते हैं।

    टोल रेट सूची के अनुसार, इस एक्सप्रेसवे पर पूरे 135 किलोमीटर के सफर के लिए कार चालकों से 280 रुपये वसूले जाते हैं। पलवल की सीमा में एक्सप्रेसवे पर सबसे पहला इंटरचेंज दिल्ली-वडोदरा एक्सप्रेसवे पर जाने के लिए खेड़ा खलीलपुर गांव स्थित बना हुआ है। पलवल से लेकर दिल्ली-वडोदरा एक्सप्रेसवे इंटरचेंज तक की दूरी 20 किलोमीटर के करीब है।

    वहीं, पलवल से मानेसर इंटरचेंज की दूरी करीब 55 किलोमीटर है। इनके बीच सोहना, तावडू इंटरचेंज भी स्थित हैं। लेकिन, उक्त इंटरचेंजों तक ही आवागमन करने वाले वाहन चालकों से कुंडली तक का 135 किलोमीटर का टोल वसूला जा रहा है।

    विभिन्न स्थानों पर स्थित टोल प्लाजा पर बिना बैरिकेट के लगे बूथों से लोग अपने वाहनों से बेफिक्र होकर गुजरते हैं, लेकिन स्कैन नहीं होने से इसके कुछ समय बाद ही उनके मोबाइल पर फास्ट टैग खाते से ज्यादा पैसे कटने के संदेश आते हैं, जिन्हें देखकर वह हैरान रह जाते हैं। कई वाहन चालक इसकी शिकायत भी नहीं करते। कुछ इसकी शिकायत करते हैं तो उनके पैसे रिफंड तक नहीं किए जाते।

    उदाहरण के तौर पर दिल्ली-वडोदरा एक्सप्रेसवे इंटरचेंज पर पलवल तक 20 किलोमीटर की दूरी तय करने पर कार चालकों से 40 रुपये वसूले जाते हैं, लेकिन पलवल स्थित टोल प्लाजा पर कुंडली तक के 280 रुपये वसूले जा रहे हैं। वहीं अन्य भारी वाहनों के साथ भी वसूली का यह खेल चल रहा है।

    जानबूझकर लोगों को चूना लगा रही टोल कंपनी

    बार-बार शिकायत करने के बावजूद भी वाहन चालकों को भी कोई सुनवाई नहीं हो रही। कई बार वाहन चालक रुपये कटने की शिकायत करते हैं। लेकिन उसके बाद भी उनके पैसे वापस नहीं किए जाते। यह शिकायत कई महीनों से बनी हुई है। लेकिन अभी तक विभाग इसका समाधान नहीं कर पाया है।

    शिकायत करने के बावजूद नहीं लौटाए पैसे

    ओमेक्स सिटी के रहने वाले भविष्य डागर के अनुसार उन्हें अपनी कार से व्यापार के सिलसिले में केएमपी एक्सप्रेस वे से लगातार जाना पड़ता है। वह जब भी जाते हैं, अक्सर उनके 280 रुपये कट जाते हैं, जबकि वह सिर्फ दिल्ली वडोदरा एक्सप्रेस वे तक का ही सफर करते हैं।

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    इस हिसाब से उनके सिर्फ 40 रुपये कटने चाहिए, लेकिन उनके कुंडली एक्सप्रेस तक की परिधि के 280 रुपये काटे जा रहे हैं। उन्होंने कई बार मेल पर विभाग को शिकायत की, लेकिन उनके पैसे वापस नहीं लौटाए गए।

    इस एक्सप्रेस वे पर सफ़र करने वाले सुनील रावत के अनुसार यह समस्या बीते कई महीनों से बनी हुई है। ज्यादातर लोग पैसे कटने के बावजूद शिकायत नहीं करते, लेकिन जो शिकायत करते हैं उनके भी पैसे वापस नहीं लौटाए जाते। यह जानबूझकर किया जा रहा है और वाहन चालकों से अवैध तरीके से वसूली की जा रही है।

    यह कहना है अधिकारी का

    एचएसआईआईडीसी अधिकारी प्रवीण के अनुसार यह मामला उनके संज्ञान में है। विभाग ने जिस कंपनी से स्कैनर लगवाए थे, उसने दावा किया था कि बिना 60-70 किलोमीटर की रफ्तार में भी वाहन स्कैन हो सकेंगे और उनसे टोल वसूला जा सकेगा। लेकिन, कंपनी के स्कैनर सही तरीके से काम नहीं कर रहे हैं। इस कारण वाहनों की एंट्री बूथ पर नहीं हो पा रही है। इसी कारण वाहनों के कुंडली तक के पैसे कट रहे हैं। उनके द्वारा शिकायत मिलने पर पैसे रिफंड भी किए जा रहे हैं।

    उन्होंने उक्त कंपनी का नोटिस दिया है और वह दोबारा से उक्त कंपनी को नोटिस देने की तैयारी कर रहे हैं। जल्द ही इस समस्या का समाधान कराया जाएगा।