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    पलवल: बच्चेदानी की जगह पेशाब की थैली का कर दिया ऑपरेशन, डॉक्टर पर लगे वसूली के गंभीर आरोप

    Updated: Thu, 02 Oct 2025 09:33 PM (IST)

    पलवल के नागरिक अस्पताल में ऑपरेशन के नाम पर वसूली का आरोप है। एक बुजुर्ग महिला ने सर्जन पर पैसे लेने और गलत ऑपरेशन करने का आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि बच्चेदानी की जगह पेशाब की थैली का ऑपरेशन किया गया। पहले भी एक दिव्यांग ने डॉक्टर पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। सीएमओ ने जांच के लिए पैनल का गठन किया है।

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    नागरिक अस्पताल में आपरेशन के नाम पर वसूली, बच्चेदानी की बाजय पेशाब की थैली का कर दिया आपरेशन

    अशोक कुमार यादव, पलवल। जिला नागरिक अस्पताल में ऑपरेशन के नाम पर वसूली की जा रही है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि एक बुजुर्ग महिला मरीज ने अस्पताल के एक सर्जन पर आरोप लगाया है कि उसने ऑपरेशन के नाम पर उनसे रुपये वसूल किए। उसके बाद भी उनका ऑपरेशन कामयाब नहीं हुआ। उनका बच्चेदानी का ऑपरेशन होना था। मगर सर्जन ने पेशाब की थैली का कर दिया। 67 वर्षीय बुजुर्ग महिला ओमवती का कहना है कि पिछले चार साल से इंसाफ के लिए अस्पताल का चक्कर लगा रही हैं। उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने 25 सितंबर को पलवल में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व मंत्री मूलचंद शर्मा से मिलकर भी डाॅक्टर की शिकायत दी थी। ओमवती का कहना है कि डाॅक्टर जिम्मेदारी लेते हुए उनका दोबारा से इलाज करे।

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    नहीं हुई कोई सुनवाई

    गहलब गांव निवासी ओमवती पत्नी होशियार सिंह ने बताया कि 17 सितंबर 2021 को अस्पताल के सर्जन डाॅ. नवीन कुमार से बच्चेदानी का ऑपरेशन कराया था। पीड़िता का आराेप है कि सर्जन सात हजार रुपये जमा कराने के बाद मेरा ऑपरेशन किया था। पैसे देने के बाद भी पीड़िता का ऑपरेशन कामयाब नहीं हुआ। पीड़िता ने बताया कि ऑपरेशन के बाद से मेरी तबियत खराब रहने लगी। जांच कराई तो पता चला सर्जन ने बच्चेदानी की बजाए पेशाब की थैली का ऑपरेशन कर दिया। इससे मेरा पेशाब आना बंद हो गया। 67 वर्षीय बुजुर्ग महिला अपने पति होशियार सिंह कई दिनों से अस्पताल का चक्कर लगा रही है। उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

    रुपये के अभाव में नहीं किया ऑपरेशन

    इससे पहले बीते 11 सितंबर को समाजसेवी डाॅ. हरित बैसला एक दिव्यांग को लेकर सीएमओ के पास पहुंचे थे। रसूलपुर गांव निवासी दिव्यांग मनोज ने सीएमओ लिखित शिकायत देकर सर्जन डाॅ. नवीन कुमार पर सात हजार रुपये मांगने का आरोप लगाया था। पीड़ित मनोज ने बताया कि मेरी पित की थैली 20 एमएम की पथरी है। अस्पताल में डाॅक्टर की ओर से सात हजार रुपये की मांग की गई। पैसे के अभाव में मेरा ऑपरेशन नहीं किया जा रहा है। ऑपरेशन के लिए मैं काफी समय से अस्पताल के चक्कर काट रहा हूं। डाॅ. हरित बैसला ने सीएमओ से कहा कि जल्द ही वह संबंधित डाॅक्टर के विरुद्ध कार्रवाई करें। नहीं तो अस्पताल का घेराव कर प्रदर्शन करेंगे।

    ऑपरेशन से पहले डॉक्टर गायब

    15 सितंबर को करीब एक दर्जन महिलाएं के फैमिली प्लानिंग के तहत ऑपरेशन कराने अस्पताल पहुंची थी। इन सभी महिलाओं का ऑपरेशन सर्जन डाॅ. नवीन कुमार को ही करना था। मगर डाॅ. नवीन कुमार बिना बताए अस्पताल से गायब हो गए। दो बजे तक महिलाएं भूखे पेट डाॅक्टर का इंतजार करती रहीं। जब डाॅक्टर ऑपरेशन थियेटर नहीं पहुंचे तो महिलाएं, उनके स्वजन व आशा वर्कर फैमिली प्लानिंग के नोडल अधिकारी तथा डिप्टी सीएमओ डाॅ. संजय शर्मा से मिले। उन्होंने डाॅ. नवीन कुमार के ऑपरेशन थियेटर में न पहुंचने की लिखित में शिकायत की। महिलाओं के स्वजन व आशा वर्करों की लिखित शिकायत के बारे में डाॅ. संजय शर्मा ने सीएमओ डाॅ. सतिंद्र वशिष्ठ को अवगत कराया था। इस पर डाॅ. वशिष्ठ ने एसएमओ डाॅ. सुरेश बुरोलिया काे महिलाओं के ऑपरेशन कराने के आदेश दिए थे।

    पैनल इन शिकायतों की जांच करेगा

    इस बारे में सीएमओ डाॅ. सतिंद्र वशिष्ठ से बात करनी चाही तो उन्होंने अधिकारियों के साथ वीसी में होने का हवाला देकर मना कर दिया। उन्होंने इस बारे में एसएमओ से बात करने को कहा। इस बारे में एसएमओ डाॅ. सुरेश बुरोलिया ने बताया कि पीड़ित महिला के मुताबिक उनका बच्चेदानी का ऑपरेशन होना था, मगर जो कागज लगाए गए हैं उनमें उनका ऑपरेशन पेशाब की थैली का हुआ है। हो सकता है कि बच्चेदानी व पेशाब की थैली एक साथ चिपकी हुई हो। जिस कारण यह समस्या बनी हो। महिला की शिकायत तथा दो अन्य शिकायतों पर डाॅक्टरों का पैनल का गठन कर दिया गया है। तीन अक्टूबर के बाद पैनल इन शिकायतों की जांच करेगा। अगर डाॅक्टर के विरुद्ध शिकायत सही पाई जाती है तो उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

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