Health News : पलवल में Digital X-ray कराने वाले मरीज कृपया ध्यान दें! अस्पताल आएं तो एंड्राॅयड फोन साथ लाएं
पलवल के नागरिक अस्पताल में डिजिटल एक्सरे मशीन का प्रिंटर खराब होने से मरीजों को परेशानी हो रही है। मरीजों को अपने एक्स-रे की फोटो डॉक्टरों तक पहुंचाने के लिए एंड्रायड फोन का उपयोग करने की सलाह दी जा रही है। जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है उन्हें रिपोर्ट दिखाने में दिक्कत हो रही है। डॉक्टर भी मोबाइल की तस्वीरों से सही राय देने में मुश्किल महसूस कर रहे हैं।

अशोक कुमार यादव, पलवल। मरीज कृपया ध्यान दें! अस्पताल जाएं तो एंड्रायड फोन साथ लेकर जाएं क्योंकि इस बार जिला नागरिक अस्पताल में लगी डिजिटल एक्सरे मशीन का कंप्यूटर प्रिंटर खराब हो गया है। इसके चलते मरीजों के एक्स-रे डाॅक्टरों तक ऑनलाइन नहीं पहुंच पा रही हैं। ऐसे में तीमारदारों व मरीजों के मोबाइल में फोटो खिंचवाया जा रहा है। यही देखकर डॉक्टर दवाएं लिख रहे हैं। मगर मोबाइल न होने वाले मरीज भटक रहे हैं।
एक्सरे का प्रिंट नहीं निकल सका
डिजिटल एक्स-रे व सीआर सिस्टम लगने के बाद जिला अस्पताल में मरीजों काे फिल्म देनी बंद कर दी है।अब एक्स-रे सीधे ऑनलाइन माध्यम से डॉक्टर के पास पहुंच जाते हैं। डॉक्टर अपने पास रखे कंप्यूटर में एक्स-रे खोलकर मरीजों का इलाज व दवा लिखते हैं।
बीते शनिवार को अस्पताल के डिजिटल एक्स-रे विभाग में लगा कंप्यूटर प्रिंटर अचानक खराब हो गया। इसके बाद से उसमें से किसी मरीज के एक्सरे का प्रिंट नहीं निकल सका। रविवार होने के चलते अस्पताल प्रशासन ने इसकी मरम्मत नहीं करवाई।
स्क्रीन से फोटो खिंचवाया जाता रहा
लिहाजा सोमवार को बड़ी संख्या में मरीजों के एक्सरे होते रहे, मगर किसी का एक्स-रे ऑनलाइन डॉक्टर के पास नहीं पहुंच सका। मरीजों को ओपीडी में डॉक्टरों के पास बार-बार आना-जाना पड़ा। जिन मरीजों और तीमारदारों के पास एंड्रायड फोन था। उन्हें कंप्यूटर की स्क्रीन से फोटो खिंचवाया जाता रहा, लेकिन बड़ी संख्या में कीपैड फोन अथवा बिना मोबाइल के पहुंचे मरीजों को डाक्टर के फोन पर फोटो खींचकर भेजे गए।
हाई टेक मशीन लेकिन सिस्टम लाचार
सरकारी अस्पतालों में आजकल स्वास्थ्य और चिकित्सा व्यवस्था से जुड़ी मशीनें उच्च स्तर की हैं, लेकिन उन्हें चलाने की व्यवस्था बेहद खराब है। जिला अस्पताल के एक्सरे विभाग में हाईटेक मशीनों को लगाया गया है लेकिन इलाज के हालात अब भी नहीं सुधरे हैं। हाईटेक मशीन होने के बावजूद लचर व्यवस्था के कारण एक्सरे फिल्मों का संकट है।
मरीज हो रहे परेशान
डाक्टर भी जैसे-तैसे मोबाइल पर खींची गई तस्वीर में एक्सरे रिपोर्ट को देखकर इलाज कर रहे हैं। जिनके पास मोबाइल नहीं है वे और ज्यादा परेशान हो रहे हैं। ऐसे ही एक मरीज नेपाल सिंह अपने घुटने में दर्द के लिए एक्सरे कराने के बाद उसकी रिपोर्ट के लिए भटक रहे थे। उनके पास कीपैड वाला मोबाइल था और वो दूसरे से एंड्राइड फोन मांग रहे थे ताकि रिपोर्ट लेकर डाक्टर को दिखा सके।
डॉक्टर नहीं दे पाते सही ओपिनियन
जिला अस्पताल में एक्सरे करने के बाद मोबाइल से फोटो खींचकर मरीज को दे दी जाती है। इसमें सबसे ज्यादा परेशानी उन मरीजों को आ रही है, जिनके पास स्मार्टफोन नहीं हैं।
ऐसे में डाक्टर को रिपोर्ट दिखाने में उनके पसीने छूट जाते हैं। दूसरी तरफ मोबाइल से खींचे गए एक्स-रे की क्वालिटी इतनी अच्छी नहीं होती कि उसे देखकर आसानी से मर्ज पकड़ा जा सके।
डॉक्टर भी सही ओपिनियन नहीं दे पाते हैं।
मोबाइल में जूम करने के बावजूद कई बिंदु नहीं दिख पाते, कैमरा की गुणवत्ता भी इसे प्रभावित करती है।
इस बारे में कार्यकारी एसएमओ डॉ. सूबे सिंह ने बताया...
"कंप्यूटर खराब होने की शिकायत संबंधित एजेंसी काे कर रखी है। आज शाम तक या मंगलवार को सुबह इंजीनियर आएंगे। इसके बाद कंप्यूटर ठीक होगा।"
यह भी पढ़ें- हरियाणा के पलवल में बुखार ने बरपाया कहर, बच्चों समेत 6 लोगों की मौत
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।