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    कन्या भ्रूण हत्या की सूचना देने वाले को दिया जाएगा एक लाख का इनाम, परिजनों और डॉक्टर को होगी जेल

    Updated: Fri, 01 Aug 2025 06:38 PM (IST)

    पलवल के सीएमओ ने बताया कि कन्या भ्रूण हत्या की सूचना देने वाले को एक लाख का इनाम मिलेगा और उसका नाम गुप्त रखा जाएगा। पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट के तहत लिंग निर्धारण करने वाले डॉक्टर और उकसाने वाले परिवारजनों पर सख्त कार्रवाई का प्रावधान है। पहली बार अपराध करने पर जुर्माना और जेल तथा दोबारा करने पर और भी कड़ी सजा का प्रावधान है।

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    कन्या भ्रूण हत्या की सूचना देने पर मिलेगा एक लाख का इनाम

    जागरण संवाददाता, पलवल। सीएमओ डा जयंत आहुजा ने बताया कि कन्या भ्रूण हत्या करने व करवाने वालों की सही सूचना देने पर सरकार द्वारा एक लाख रुपये का इनाम दिया जाता है। कन्या भ्रूण हत्या से संबंधित सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा रखा जाता है। सरकार व प्रशासन की ओर से कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं।

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    जुर्माने के साथ तीन साल तक की कैद

    पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट 1994 के तहत पंजीकृत सेंटर संचालक व डाक्टर द्वारा पहली बार गर्भधारण पूर्व लिंग चयन और प्रसव पूर्व लिंग निर्धारण संबंधी जुर्म करने पर 3 साल की कैद और 10 हजार रुपये जुर्माना तथा इसके उपरांत पुन: जुर्म करने पर पांच साल कैद और 50 हजार रुपये जुर्माना का प्रावधान है।

    पति एवं परिवार के सदस्य या लिंग चयन के लिए उकसाने वाले व्यक्ति के लिए एक्ट में पहले अपराध पर 50 हजार रुपये तक के जुर्माने के साथ तीन साल तक की कैद तथा इसके उपरांत पुन: अपराध करने पर एक लाख रुपये तक जुर्माने के साथ 5 साल तक की कैद का प्रावधान एक्ट में किया गया है।

    आरोप तय होने पर डॉक्टर का मेडिकल रजिस्ट्रेशन निलंबित कर दिया जाएगा। पहले अपराध के मामले में राज्य मेडिकल काउंसिल द्वारा डाक्टर के मेडिकल पंजीकरण को पांच साल के लिए तथा इसके उपरांत अपराध के मामले में स्थायी रूप से मेडिकल पंजीकरण को रद्द कर दिया जाएगा।

    पीएनडीटी रजिस्ट्रेशन तुरंत होगा रद्द

    उन्होंने बताया यदि कोई अल्ट्रासाउंड सेंटर भ्रूण हत्या व लिंग जांच की गतिविधियों में संलिप्त पाया जाता है तो अल्ट्रासाउंड सेंटर का पीएनडीटी रजिस्ट्रेशन तुरंत प्रभाव से रद कर दिया जाएगा और आरोपित के खिलाफ पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।

    यदि कोई गर्भवती महिला नकली ग्राहक बनकर भ्रूण हत्या व लिंग जांच करने वालों को पकड़वाने में स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करती है तो उस महिला को 50000 रुपये दिए जाते हैं तथा उसका नाम भी पूर्ण रूप से गुप्त रखा जाता है। उन्होंने आमजन से भ्रूण हत्या व लिंग जांच के बारे में सूचना देकर जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करने की अपील की है।

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