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    पूरा परिवार खत्म: सूना हुआ घर का आंगन, नहीं बचा कोई दीया जलाने वाला; 4 मौतों से गांव में पसरा मातम

    Updated: Thu, 06 Nov 2025 12:51 PM (IST)

    नूंह के खुशपुरी गांव में एक दर्दनाक सड़क हादसे में ट्रक ड्राइवर तशरीफ, उनकी पत्नी और दो बेटों की मौत हो गई। तशरीफ अपने परिवार के साथ ससुराल जा रहे थे, तभी फिरोजपुर के पास एक ट्रक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। इस घटना से पूरे गांव में मातम पसर गया है। तशरीफ हाल ही में अपने बच्चों के लिए एक नया घर बनाया था, जो अब हमेशा के लिए सूना हो गया है।

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    जहीर खान, नूंह। देश प्रदेश में ट्रक चलाने वाले खुशपुरी गांव के तसरीफ तीन दिन पहले ही अपने बच्चों से मिलने और खेतों की सिंचाई के लिए घर आया था, लेकिन उसको क्या पता था कि वो और उसका पूरा परिवार हादसे का शिकार होकर हमेशा के लिए दुनिया से चले जाएंगे।

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    39 वर्षीय तशरीफ अपनी 37 वर्षीय पत्नी साहूनी और दोनों बेटे 12 वर्षीय अहसान एवं 10 वर्षीय अरफान को लेकर बाइक पर सवार होकर खुशपुरी से बीवां अपने ससुराल के लिए मिलने जा रहा था। जिसको फिरोजपुर के समीप एक ट्रक ने टक्कर मार दी और पति–पत्नी सहित दोनों बेटों की मौत हो गई। जिसके बाद मातम पसर गया।

    बड़ा बेटा अहसान सातवीं और छोटा बेटा अरफान छठी कक्षा में पढ़ते थे जो बड़े होकर कुछ बनना चाहते थे। लेकिन, कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। ट्रक चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण करने वाले तशरीफ अपने बच्चों सहित सभी भाइयों से अलग रहता था। करीब तीन दिन पहले ही गांव आया था। जो कृषि के सिंचाई के लिए रुका था। जैसे ही हादसे की खबर गांव में पहुंची तो चारों तरफ मातम पसर गया। तशरीफ सहित तीन भाई थे। पड़ोसी जलालुद्दीन मोहम्मद इमरान ने बताया कि तशरीफ बेहद सरल और शांत स्वभाव का था जो बेहद मिलनसार था।

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    उन्होंने बताया कि तशरीफ सहित चार भाई थे, जिनमें से फज्जर सबसे बड़ा उससे छोटा तय्यब था। पड़ोसियों ने बताया कि उसके भाई तय्यब की करीब बीस वर्ष पहले ही मौत हो चुकी थी। उन्होंने बताया कि तशरीफ तीसरे नंबर का था और सबसे छोटा शाहिद है।

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    ग्रामीणों ने बताया कि तशरीफ ने हाल ही में अपने बच्चों के लिए एक नया आशियाना बनाया था। घर से ताला लगाकर रिश्तेदारी में मिलने गया परिवार वापस नहीं लौटा और घर पर ऐसे ही ताला लटका रहा। जो अब शायद हमेशा के लिए ही बंद रहेगा। सड़क हादसे में पूरे परिवार की मौत के बाद तशरीफ का घर अब हमेशा के लिए बंद हो गया और तशरीफ के घर के आंगन में अब सन्नाटा छाया हुआ है। उस आंगन में अब अहसान और अरफान के खेलने कूदने हरकत दिखाई नहीं देगी। इस घटना के बाद गांव पूरा गमगीन हो गया। पूरे परिवार के साथ चले जाने क बाद उसके आंगन में केवल सन्नाटा पसरा हुआ है।