नूंह में 10 दिन तक छिपा रहा सफेदपोश आतंकी उमर, जांच में हिदायत कॉलोनी से सामने आए बड़े खुलासे
नूंह में एक सफेदपोश आतंकी उमर 10 दिनों तक छिपा रहा, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे हैं। जांच में हिदायत कॉलोनी से कई अहम खुलासे हुए हैं, जो आतंकी नेटवर्क और स्थानीय संपर्कों की ओर इशारा करते हैं। इन खुलासों से भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने में मदद मिल सकती है।

जागरण संवाददाता, नूंह। आतंकी उमर नूंह की हिदायत काॅलोनी के जिस मकान के कमरे में 10 दिन ठहरा था, वहां पहचान छिपाकर रुका था। 28 अक्टूबर को अफसाना ने अपने रिश्तेदार शोएब के फोन पर ही कमरे की व्यवस्था की थी।
शाेएब ने फोन पर अफसाना से कहा था कि एक मेहमान यहां पर कुछ दिन रुकेगा, शोएब अफसाना का जीजा बताया गया है। उसके कहने पर वह कमरे देने के लिए तैयार हो गई थी। फोन करने के तीन दिन बाद 31 अक्टूबर की रात को आतंकी उमर व शोएब सफेद रंग की आई 20 कार में हिदायत काॅलोनी आए थे।
रात को ही शाेएब वहां आतंकी उमर को छोड़कर वापस चला गया था। यहां पर अफसाना को आतंकी के बारे में साफ-साफ शोएब नहीं बताया था। अफसाना के उनके गांव गोलपुरी से पकड़े जाने के बाद उसके छोटे बच्चों से आतंकी उमर के ठहरने के दौरान के हालत सामने आए हैं।
आतंकी उमर हर वक्त डरा रहता था: बताया गया है कि आतंकी उमर अक्सर कमरे को बंद रखता था। वह जितने दिन भी यहां पर रहा, तनाव में रहा। इसका सबसे बड़ा कारण यह माना जा रहा है कि 30 अक्टूबर को आतंकी डाॅ. मुजम्मिल को कश्मीर पुलिस पकड़कर ले गई थी।
इसलिए उसे डर था कि उन्हें भी कहीं पकड़ा न जाए। इसलिए उसने इलेक्ट्रीशियन शोएब के माध्यम से नूंह की हिदायत काॅलोनी में कमरा लिया था, ताकि यहां पर छिप सके। वह कभी भी दिन में कमरे से बाहर नहीं आया। रात के समय वह कहां जाता था उसके बारे में कोई पता नहीं चला है।
पता चला है कि नूंह की हिदायत काॅलोनी में आतंकी उमर दो फोन का इस्तेमाल करता था। एक दिन उसका फोन का नेट खत्म होने पर उसने अफसाना के छोटे बेटे से उसका फोन लेकर हाॅटस्पाॅट से जोड़कर भी किसी से बात की थी।
बाद में पुलिस ने जब कमरे की जांच की थी, उसमें सिम के खाली खोल भी पुलिस ने अपने कब्जे में लिए थे। दिन में अफसाना अक्सर अपने गांव चली जाती थी, वहां वह आंगनबाड़ी सेंटर पर वर्कर लगी हुई है। एक फोन अपने घर बेटे के पास छोड़ जाती थी, उसी फोन के नेट का आतंकी कई बार इस्तेमाल करता था।
रात के समय लेता था खाने का सामान: शुरुआत में एक दो- दिन अफसाना ने आतंकी उमर को चाय नाश्ता भी दिया था। लेकिन वह रात को खाने के लिए अक्सर आसपास के रेहडियों पर जाता था। वहां से खाना लाता था। आसपास के कई दुकानदारों ने भी इस बात को माना है, लेकिन कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं। कमरा बंद होने के कारण कमरे में गंदगी रहती थी। जिससे अन्य लोगों को परेशानी होती थी। इसकी शिकायत भी अफसाना ने फोन पर शोएब से की थी।
नौ नवंबर रात करीब 11 बजे निकला कार से: आतंकी उमर नौ नवंबर को रात के करीब 11 बजे कमरे के बाहर खड़़ी आइ 20 कार को लेकर निकला था। ऐसी जानकारी है कि वह फरोजपुर झिरका की तरफ से डीएमई होते हुए दिल्ली की तरफ से गया । उसकी कार कई स्थानों पर सीसीटीवी में भी कैद हो चुकी है। जिनकी पुलिस खंगालने में लगी हैं।
जांच एजेंसियों की नजर सीसीटीवी कैमरों पर: जांच एजेंसियों के पास नूंह में आतंकी रुकने के दौरान उसकी मुवमेंट की पड़ताल करने में लगी है। सूत्रों ने बताया कि अब तक 100 से भी ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले जो चुके हैं। करीब आधा दर्जन की डीवीआर भी जांच के लिए कब्जे में ली गई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार जितने दिन आतंकी यहां पर टहरा उसकी यह पता लगाने की कोशिश हो रही है और खासकर रात को किन लोगों से मिलने जाता था। ऐसे कई लोगों की जानकारी जांच टीमों को मिली है, वे भी जांच की टीम की रडार पर हैं।

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