नूंह के अल आफिया अस्पताल में नवजात के कटे हाथ की हुई मेडिकल जांच, पुलिस को डाॅक्टर्स की रिपोर्ट का इंतजार
नूंह के अल आफिया अस्पताल में प्रसव के दौरान नवजात शिशु का हाथ अलग होने के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने तीन डाॅक्टरों की टीम गठित की है। मेडिकल बोर्ड ने नवजात का परीक्षण किया और अलग हुए हाथ को जांच के लिए भेजा है। बेहतर इलाज के लिए बच्चे को दिल्ली रेफर किया गया है। पुलिस मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करेगी। परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया।

जागरण संवाददाता, नूंह। अल आफिया अस्पताल में प्रसव के लिए सर्जरी के दौरान नवजात का हाथ शरीर से अलग होने के मामले में तीन डाॅक्टर की टीम की रिपोर्ट पर ही आगे की कार्रवाई निर्धारित है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मामले की गंभीरता को देखते हुए यह बोर्ड का गठन किया गया है। इस मेडिकल बोर्ड ने नवजात का मेडिकल परीक्षण किया है। वहीं, शरीर से अलग हुए हाथ की जांच के लिए उसे नल्हड़ मेडिकल काॅलेज में भिजवाया गया है। बेहतर इलाज के लिए नवजात को दिल्ली की कलावती अस्पताल में रेफर कर दिया गया है। नवजात के स्वजन द्वारा दी गई शिकायत की जांच कर रही पुलिस का कहना है कि मेडिकल रिपोर्ट पर राय आने के बाद ही पुलिस नियमानुसार कार्रवाई करेगी।
हाथ कटने की बात छुपाने का प्रयास
दोहा गांव के रहने वाले मुबीन द्वारा पुलिस में दी गई शिकायत के अनुसार, गत बुधवार को वह अपनी भाभी सरजीना को प्रसव कराने के लिए अल आफिया अस्पताल मांडीखेड़ा लेकर आया था। शाम के करीब साढ़े छह बजे उसने अस्पताल में महिला को भर्ती करा दिया। दो से तीन घंटे के बाद ही डाक्टरों ने कहा कि सर्जरी करनी पड़ेगी, तभी बच्चा पैदा होगा। उसके बाद जब प्रसव कराया गया तो डाॅक्टर उनके पास आया और बोला कि लड़का हुआ है।
परिजनों को धक्का देकर कर दिया बाहर
आरोप है कि डाॅक्टर ने उसे बताया कि नवजात के हाथ में हल्का सा ब्लेड लग गया है। इसके बाद जब उन्होंने वार्ड में जाकर देखा तो नवजात शिशु का सीधा हाथ बाजू से अलग था। स्वजन का आरोप है कि जब उन्होंने डॉक्टर से बोला कि हाथ तो बिलकुल अलग हो गया है, तो डाॅक्टर ने उनके साथ बदतमीजी की और धक्का देकर बाहर निकाल दिया।
इसे लेकर नवजात के स्वजन ने हंगामा कर दिया। पुलिस से भी शिकायत की। अलआफिया अस्पताल के प्रवर चिकित्सा अधिकारी डाॅ संदीप ने बताया कि डाॅ नसीम, डाॅ चंद्रमोहन व डाॅ मनीष की तीन सदस्यीय डाॅक्टरों की टीम ने मेडिकल जांच किया है। उन्होंने बताया कि फिलहाल बच्चे की हालत स्थिर है।
पहले भी लापरवाही होती रही है उजागर
उधर, मामले को लेकर नगीना थाना प्रभारी पवन कुमार का कहना है कि शिकायत मिल गई है। बोर्ड द्वारा जो मेडिकल किया गया है, उसकी रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। विदित रहे कि इससे पहले भी कई बार प्रसव को लेकर अलआफिया अस्पताल के प्रसव केंद्र के चिकित्सकों व कर्मचारियों पर उदासीनता के आरोप लगते रहे हैं।
नवजात के जन्म के दौरान हुए ऐसे मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली को लेकर सवाल उठने लगे हैं। आरोप है कि जिला अस्पताल में प्रसव के दौरान कर्मचारियों की अनदेखी की कई बार शिकायतें आ चुकी हैं लेकिन कोई उचित कार्रवाई न होने से लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है।
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