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    मोनू मानेसर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया जेल, नासिर-जुनैद हत्याकांड में कोर्ट में हुई थी पेशी

    By Satyendra SinghEdited By: Shyamji Tiwari
    Updated: Thu, 14 Sep 2023 09:36 PM (IST)

    राजस्थान के डीग जिला की कामा अदालत ने मोनू मानेसर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भरतपुर जेल भेज दिया है। पुलिस ने नासिर-जुनैद हत्याकांड में गुरुवार को मोनू मानेसर की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया था। इससे पहले बुधवार को पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड पर मोहित यादव उर्फ मोनू से हत्याकांड को लेकर पूछताछ की थी।

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    मोनू मानेसर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया जेल

    नूंह, जागरण संवाददाता। राजस्थान के डीग जिला की कामा अदालत में गुरुवार को मोनू मानेसर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया। कोर्ट ने मोनू को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। बता दें कि घाटमिका गांव के रहने वाले नासिर और जुनैद की हत्या मामले में माेहित यादव उर्फ मोनू मानेसर को गिरफ्तार किया गया था। 

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    अदालत के बाहर इकट्ठा हो गए लोग

    गुरुवार को ऐसीजेएम नंबर दो शैलेंद्र चौधरी की कामां अदालत ने चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में भरतपुर जेल भेज दिया है। मोनू को भरतपुर से लेकर पुलिस टीम यहां पर पहुंची तो पर अदालत के बाहर लोगों के एकत्र होते ही अदालत से वर्चुअल पेशी करने का अनुरोध किया, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया। सुनवाई के दौरान अदालत में मोनू की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता एलएन पराशर तथा कुलभूषण भारद्वाज ने जमानत याचिका लगाई जिसे अस्वीकार कर दिया।

    वारदात की साजिश में रही मोनू की संलिप्तता- पुलिस

    अधिवक्ता ने दलील दी थी कि पुलिस माेनू का बेवजह फंसा रही है। हत्या के मामले से उसका कोई लेना-देना नहीं है। घटना वाली रात वह एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में था। जिसके जवाब में पुलिस की ओर से कहा गया कि वारदात की साजिश में मोनू की संलिप्तता रही है। इसे जमानत दी गई तो आगे की जांच प्रभावित होगी। 15 फरवरी को डीग जिला के गोपालगढ़ थाना क्षेत्र से घाटमिका के रहने वाले नासिर और जुनैद का अपहरण कर लिया गया था।

    मामला गोपालगढ़ थाने में दर्ज हुआ था, अपहरण के अगले दिन 16 फरवरी को नासिर और जुनैद के शव हरियाणा के भिवानी थाना क्षेत्र में उनकी बोलेरो में जली हुई अवस्था मे मिले थे। भिवानी पुलिस से मिली सूचना के बाद गोपालगढ़ थाने की पुलिस टीम भिवानी गई थी और शव कब्जे में लिया था। 16 फरवरी को ही गोपालगढ़ थाना पुलिस ने एफआइआर में हत्या की धारा जोड़ते हुए मोनू मानेसर, रिंकू सैनी सहित दस लोगों काे नामजद किया था।

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    एक महीने तक बैंकाक में रहा मोनू मानेसर

    बाद में 28 लोगों को नामजद किया गया था। दस आरोपितों पर दस हजार का इनाम भी घोषित किया गया था। उस लिस्ट में मोनू का नाम नहीं था। इसी दिन रिंकू सैनी को गिरफ्तार किया गया था। मामला दर्ज होने के बाद मोनू मानेसर भूमिगत हो गया था। बताते हैं कि एक माह वह बैंकांक में रहा, उसके बाद कई दिन मथुरा और अयोध्या में बिताए थे।

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    इधर कई माह से मोनू मानेसर स्थित अपने घर पर ही था। नूंह पुलिस ने जलाभिषेक के लिए लिए दूसरी बार 28 अगस्त से पहले फेसबुक पर भड़काऊ पोस्ट डालने के आरोप में मंगलवार को मानेसर से नाटकीय अंदाज में गिरफ्तार कर नूंह अदालत में पेश किया था। जहां से डीग पुलिस ट्रांजिड रिमांड पर लेकर गई थी।