Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    KMP Expressway को लेकर क्यों उठ रहे सवाल? ये अवैध कट भी लील रहा लोगों की जिंदगी

    नूंह जिले में कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे पर पुलिस और टोल प्रबंधन की लापरवाही के चलते हादसे हो रहे हैं। अवैध पार्किंग और प्रतिबंधित वाहनों के चलने से लोगों की जान जा रही है। हाल ही में खेड़ा खलीलपुर के पास एक ट्रक से बाइक टकराने से एक युवक की मौत हो गई। ग्रामीणों ने टोल प्रबंधन पर सवाल उठाए हैं और यातायात प्रभारी ने भी प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है।

    By Mohd Haroon Edited By: Kapil Kumar Updated: Tue, 26 Aug 2025 05:14 PM (IST)
    Hero Image
    अवैध कट और प्रतिबंधित वाहनों का चलन लील रहा लोगों की जिंदगी।

    संवाद सहयोगी, नूंह। नूंह जिले की सीमा से गुजर रहे कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस-वे पर जिला पुलिस और टोल प्रबंधन की लापरवाही के चलते आए दिन लोगों की जान जा रही है। टोल प्रबंधन कंपनियां सिर्फ टोल वसूलने तक ही सिमट कर रह गई है, आमजन की सुरक्षा से उन्हें कोई सरोकार नहीं। कुछ अवैध कट भी हादसे का बड़ा कारण बन रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रविवार की रात जिले के रोजका मेव थाना के अंतर्गत केएमपी एक्सप्रेसवे पर खेड़ा खलीलपुर क्षेत्र में अवैध रूप से पार्क किए गए ट्रक में पीछे से बाइक टकरा गई। जिसमें बाइक चालक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पीछे बैठा दूसरा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने शिकायत मिलने पर अज्ञात ट्रक चालक के विरुद्ध केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

    शिकायतकर्ता हमीद निवासी खेड़ा खलीलपुर ने बताया कि 23-24 अगस्त की रात दो युवक पलवल से गुरुग्राम जा रहे थे। रात करीब दो बजे के आसपास गांव खेड़ा खलीलपुर के पास एक खड़े ट्रक से बाइक टकरा गई। दुर्घटना के बाद चालक ट्रक को मौके पर छोड़कर फरार हो गया।

    ग्रामीणों ने बताया कि मृतक की पहचान नरेश निवासी भांगरोला थाना खेड़की दौला गुरुग्राम के रूप में हुई है। घायल हरकेश भी उसी के पड़ोस में रहने वाला था। पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम करा स्वजन को सौंप दिया है।

    स्थानीय ग्रामीणों ने अब केएमपी टोल प्रबंधन पर कड़े सवाल खड़े किए हैं। लोगों का कहना है कि जब इस मार्ग पर दो पहिया वाहन,थ्री व्हीलर और कृषि वाहनों का चलन पूरी तरह प्रतिबंधित है तो फिर इन वाहनों का चलन क्यों हो रहा है। टोल प्रबंधन कंपनियां सिर्फ टोल वसूलने तक ही सीमित हैं, आमजन की सुरक्षा से उन्हें कोई सरोकार नहीं। यदि इन वाहनों के चालान पर रोक लगा दी जाए तो काफी हद तक हादसों पर रोक लगाई जा सकती है।

    यह भी पढ़ें- हरियाणा के इस जिले में फिर गरमाया बूचड़खानों का मुद्दा, सदन में क्या बोले विधायक मामन खान?

    वहीं धुलावट केएमपी ट्रैफिक थाना प्रभारी सुखबीर सिंह ने बताया कि यह सारी लापरवाही टोल प्रबंधन की है जो इन वाहनों को प्रवेश देती है। बीते एक साल की बात करें तो बताया कि इस मार्ग पर उनकी सीमा में करीब डेढ़ दर्जन सड़क हादसे हुए हैं, इनमें कई हादसों में लोगों की जान भी गई है। अब यह टोल प्रबंधन कंपनी को देखना है कि इस पर किस तरह रोक लगाई जाए।