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    दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर डंपर रेलिंग तोड़कर अंडरपास की सड़क पर गिरा, क्लीनर जिंदा जला; ड्राइवर की भी मौत

    Updated: Fri, 12 Dec 2025 09:45 PM (IST)

    दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर नूंह के पास एक डंपर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें क्लीनर जिंदा जल गया और ड्राइवर की भी मौत हो गई। तेज गति से आ रहे डंपर न ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, नूंह। दिल्ली मुंबई-एक्सप्रेस-वे पर शुक्रवार सुबह करीब पांच बजे तेज गति से आ रहे डंपर ने गुर्जर नंगला गांव के समीप सड़क की रेलिंग तोड़कर अंडर पास की सड़क में जा गिरा। जिससे डंपर में आग लग गई। डंपर में सवार क्लीनर परवेज (18 वर्ष) जिंदा जल गया तथा व ड्राइवर रणजीत (57 वर्ष)गंभीर से घायल हो गया।

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    स्थानीय लोगों ने गंभीर रूप से घायल रणजीत को निकालकर अपने वाहन से अस्पताल पहुंचाया, जिसने रास्ते में दम तोड़ दिया। बताया गया है कि ड्राइवर को नींद का झटका आने के कारण यह हादसा हुआ। जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त डंपर की स्पीट 85 किमी प्रति घंटे से थी।

    क्लीनर परवेज राजस्थान के धोलेट गांव का रहने वाला था, जबकि ड्राइवर रणजीत राजस्थान के तिजारा तहसील के नीमली गांव का रहने वाला बताया गया है। घंटना के एक घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची तथा डीएमई का बचाव दल की टीम भी काफी देरी से पहुंची थी।

    मौके पर समय पर दमकल का वाहन नहीं पहुंचने के कारण वाहन में काफी देर तक आग लगती रहती। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार समय पर अगर बचाव दल की टीम पहुंच जाती तो शायद डाइवर को बचाया जा सकता था। पुलिस ने इत्तेफाकिया घटना की केस दर्ज करके दोनों के शवों को मेडिकल के बाद स्वजन को सौंप दिया है।

    जानकारी के अनुसार रणजीत अपने क्लीनर परवेज के साथ नोएड़ा में निर्माण सामग्री डालकर राजस्थान जा रहा था। सुबह करीब पांच बजे जैसे ही वह डीएमई पर गुर्जर नंगला गांव के समीप पहुंचा तो उस वक्त डंपर की स्पीड करीब 85 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से थी। बताया गया है कि ड्राईवर को अचानक नींद की झपकी आ गई।

    जिस कारण डंपर को संतुलन बिगड़ गया। वहां पर सड़क के किनारे करीब एक फीट चौड़ी कंकरीट की रेलिंग को तोड़क डंपर नीचे अंडर पास की सड़क पर जा गिरा। डंपर के गिरते ही उसमें आग लग गई। तेज आवाज सुनकर वहां पर आसपास के लोग पहुंचे। प्रत्यक्षदर्शी आसिम व समीर ने बताया कि डंपर का अगला हिस्सा टक्कर के कारण अलग हो गया तथा उसमें आग लग गई।

    स्थानीय लोगों की मदद से डंपर में फंसे घायल ड्राइवर रणजीत को निकाल लिया गया, लेकिन क्लीनर को नहीं निकाला जा सका। जिस कारण वह डंपर में आग लगने के कारण जिंदा जल गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के एक घंटे बाद तक न तो मौके पर स्थानीय पुलिस पहुंची न ही दमकल का वाहन। डीएमई का बचाव दल भी लगभग 25 मिनट देरी से पहुंचा।

    मामले को लेकर स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर करीब एक घंटे से भी बाद पहुंची। डीएमई पर लेटलतीफी की ये कोई नई बात नहीं है। बीते दो नंवबर को भी एक दंपत्ति अपनी कार में दुर्घटना के बाद आठ घंटे फंसी रही थी। जिसके बाद डीएमई का बचाव दल पहुंचा था।

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    घटना की सूचना करीब पांच बजकर 50 मिनट पर पुलिस को मिली थी, उसके बाद मौके पहुंचकर पुलिस ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी थी। दोनों मृतकों के शव को आवश्यक कार्रवाई के बाद मेडिकल कराने के बाद स्वजन को सौंप दिया है।


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    - पवन कुमार, जांच अधिकारी फिरोजपुर झिरका थाना।

    घटना के करीब 20 मिनट बाद डीएमई का बचाव दल की टीम मौके पर पहुंच गई थी। लेकिन डंपर में आग लग चुकी थी। डंपर पीछे से तंज गति से आ रहा था। जिसकी स्पीट लगभग 85 किमी प्रति घंटे से थी। टीम की तरफ से पूरी कार्रवाई की गई थी।


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    -मुकेश चौधरी, प्रोजेक्ट मैंनेजर डीएमई