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    'एक्स-रे से गलती हो गई, लेकिन ये हड्डी...', नीम हकीम खतरा-ए-जान; काटना ही पड़ा 11 साल के बच्चे का हाथ

    Updated: Thu, 11 Dec 2025 01:58 PM (IST)

    हरियाणा के मेवात जिले में नीम हकीम के गलत इलाज से एक 11 वर्षीय बच्चे जुनैद का हाथ काटना पड़ा। गुरासकर गांव के जुनैद का हाथ 23 नवंबर को गड्ढे में गिरने ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, नूंह। नीम हकीम के गलत इलाज की वजह से हथीन के गुरासकर गांव के एक 11 वर्षीय बच्चे जुनैद के हाथ को मेडिकल काॅलेज में काटना पड़ा। इस बच्चे का इलाज अभी भी मेडिकल काॅलेज में चल रहा है।

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    जिले में आए दिन गलत इलाज मामले सामने आ रहे हैं। बीते 30 जुलाई को भी जिला मांडीखेडा अस्पताल में प्रसव के दौरान एक बच्ची का हाथ डाॅक्टरों ने अलग कर दिया था। जिसे रोहतक में भर्ती कराना पड़ा था।

    जानकारी के अनुसार गुराकसर गांव में 23 नवंबर को घर के समीप खोदे गड्ढे में 11 वर्षीय जुनैद गिर गया। जिसके कारण बच्चे का हाथ मुड़ने से कलाई टूट गई। स्वजन हाथ को ठीक कराने के लिए गांव मालुका में देसी हकीम शहीद (50) के घर पहुंचे, लेकिन देसी हकीम शहीद उस वक्त घर पर नहीं था।

    बताया गया है कि हकीम के 25 साल के बेटे ने बच्चे के हाथ में देसी तरीके से पट्टी बांधते जल्द ठीक होने की बात कही। इसके बाद बच्चे के स्वजन उसे लेकर घर चले गए, लेकिन दो दिन तक तेज दर्द और कोई आराम न मिलने पर स्वजन फिर से बच्चे को लेकर हकीम के पास पहुंचे और कहा कि कोई आराम नहीं हुआ।

    इसके बाद हकीम ने हाथ सेट करने की बात कहकर एक सप्ताह बाद दिखाने की बात कही। लेकिन स्वजन हकीम की बात से असंतुष्ट रहे तो हथीन एक्स-रे कराने गए तो पता चला कि हड्डी जुड़ी ही नहीं है। इसके बाद फिर स्वजन बच्चे को लेकर हकीम के पास पहुंचे और बताया कि एक्स-रे से पता चला है कि हड्डी जुड़ी नहीं है।

    इस पर हकीम ने स्वजन से कहा कि एक्स-रे से गलती हो गई, लेकिन ये हड्डी जुड़ जाएगी। बच्चे का हाथ ठीक नहीं होने पर कई बाद दूसरे हकीम को दिखाया। उसने हाथ गलने की बात कही, जिससे बच्चे के स्वजन के होश उड़ गए। बच्चे स्वजन पलवल व दिल्ली की अस्पतालों में गए , लेकिन सभी डाॅक्टरों ने हाथ ठीक हाेने से मना करा दिया। सभी हाथ काटने सलाह दी।

    अंत में इसके बाद स्वजन तीन पहले नूंह के मेडिकल काॅलेज नल्हड़ पहुंचे तो हड्डी रोग विशेष (ऑर्थोपेडिक) डॉक्टर ने बताया कि देसी पट्टी टाइट बांधने से इसकी नसें खराब हो गई हैं, खून की सप्लाई बंद हो गई है। जिसके कारण बच्चे का हाथ काटना पड़ेगा नहीं तो इंफेक्शन और बढ़ सकता है जिससे शरीर में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

    इसके बाद मेडिकल कॉलेज में बच्चे का इलाज करते हुए बच्चे के गले हुए सीधे हाथ को काटा गया। फिलहाल बच्चे की हालत ठीक है और अभी अस्पताल में उपचारधीन है। वहीं मेडिकल काॅलेज के डाॅक्टरों का कहना है कि अभी कई दिन और लगेंगे, उसके बाद बच्चे को घर भेजा जाएगा।

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