Haryana: गंदे पानी और कीचड़ से जीना हुआ दुश्वार, प्रशासन की लापरवाही से कनीना बस स्टैंड बना तालाब
महेंद्रगढ़ के कनीना में मुख्य बस स्टैंड यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। गंदे पानी और कीचड़ से बस पकड़ना मुश्किल हो गया है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से कई बार शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। यात्रियों और दुकानदारों को भारी परेशानी हो रही है। लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही जलभराव नहीं हटाया गया तो वे आंदोलन करेंगे।

संवाद सहयोगी, कनीना (महेंद्रगढ़)। महेंद्रगढ़ में कनीना का मुख्य बस स्टैंड यात्रियों की सुविधा के बजाय अब उनकी मुसीबत बन चुका है। बाहर भरे गंदे पानी और कीचड़ से बस पकड़ना किसी चुनौती से कम नहीं। यह समस्या महीनों से बनी हुई है लेकिन प्रशासन पूरी तरह से आंखें मूंदकर बैठा है। बरसात के बाद भी पानी निकालने की कोई व्यवस्था नहीं की गई। सड़क तालाब का रूप धारण कर चुकी है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि विभाग और प्रशासन को बार-बार शिकायतें दी गईं, लेकिन न तो कोई अधिकारी मौके पर आया और न ही समस्या का समाधान किया गया।
यात्री सुनील कुमार ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि प्रशासन सिर्फ कागजों में सफाई दिखाता है, जमीनी हकीकत यही है कि यात्रियों को गंदगी और बदबू में खड़ा होना पड़ रहा है। वहीं, राजेश यादव का कहना है कि बरसात में यह जगह बस स्टैंड नहीं, तालाब बन जाता है। महिलाएं और बुजुर्ग फिसल कर गिरने से कई बार चोटिल हो चुके हैं।
महिला यात्री नीलम देवी ने कहा कि अधिकारियों को बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई। शायद प्रशासन यात्रियों की तकलीफों से बेखबर रहना चाहता है।
यह भी पढ़ें- Haryana: 16.43 करोड़ में बनेगी CHC की नई बिल्डिंग, दो लिफ्ट समेत मिलेंगी ये खास सुविधाएं
स्थानीय दुकानदार मोहनलाल ने आरोप लगाया कि गंदे पानी से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है और ग्राहक भी इधर आना बंद कर रहे हैं। प्रशासन की नाकामी का खामियाजा हम भुगत रहे हैं।
लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही जलभराव हटाने और निकासी की पक्की व्यवस्था नहीं की गई तो वे मजबूर होकर सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।