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    पब्लिक हेल्थ के XEN, SDO और JE पर होगा मुकदमा! STP न चलाने से हो रहा प्रदूषण; 2.41 करोड़ का जुर्माना लगाया

    Updated: Tue, 23 Dec 2025 10:05 AM (IST)

    प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नारनौल के रेवाड़ी रोड और महेंद्रगढ़ के डुलाना रोड स्थित एसटीपी पर प्रदूषण फैलाने के आरोप में दो करोड़ 41 लाख 50 हजार रुपए का ...और पढ़ें

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    बलवान शर्मा,नारनौल। प्रदूषण को लेकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सख्त हो गया है। बोर्ड ने नारनौल के रेवाड़ी रोड और महेंद्रगढ़ के डुलाना रोड स्थित एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) द्वारा लगातार प्रदूषण फैलाने के आरोप में दो करोड़ 41 लाख 50 हजार रुपए जुर्माना ठोक दिया है।

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    बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन को पत्र प्रेषित कर जनस्वास्थ्य विभाग पर उक्त राशि की वसूली की संस्तुति की है। चेयरमैन इस मामले में अंतिम निर्णय लेंगे।

    इसके साथ ही एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) संचालन नहीं करने पर अब एक्सईएन, एसडीओ और जेई पर कोर्ट में केस दायर करने की तैयारी भी की जा रही है। जाहिर है कि ऐसे में जनस्वास्थ्य विभाग केे अधिकारियों की मुसीबत बढ़ने जा रही है।

    बता दें कि जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा रेवाड़ी रोड पर 7.50एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) क्षमता का एसटीपी बनाया हुआ है। यह एसटीपी बना तो दिया पर कार्य नहीं कर रहा है। इस वजह से भूमि और भूमिगत जल को प्रदूषित कर रहा है।

    प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जनस्वास्थ्य विभाग पर क करोड़ 17 लाख 90 हजार रुपए जुर्माना लगाने की संस्तुति करते हुए चेयरमैन प्रदूषण बोर्ड के पास भेज दिया है। चेयरमैन इस नोटिस को मंजूरी देकर जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जारी करेंगे।

    इसी तरह दूसरा 6.5 एमएलडी क्षमता का एसटीपी महेंद्रगढ़ के डुलाना रोड पर एक सितंबर 2014 को बनाया गया था। यह एसटीपी भी लंबे समय तक वर्किंग में नहीं रहा। कुछ समय के लिए वर्किंग में रहा भी तो एसटीपी का कार्य संतोषजनक नहीं रहा।

    प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इस एसटीपी के दूषित पानी को ट्रीट होने के बाद निकासी स्थल पर 2022 में सैंपल लेने शुरू किए। यह सिलसिला 27 अक्टूबर 2025 तक चला। इस अवधि के दौरान 12 बार सैंपल लिए गए और एक बार भी सैंपल पास नहीं हुए।

    इसको लेकर बोर्ड की ओर से 16 जनवरी 2023 17 अप्रैल 2023,19 फरवरी 2024, 22 अप्रैल 2024, 15 सितंबर 2025,17 अक्टूबर 2025 और 14 नवंबर 2025 को जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए।

    विभाग की ओर से सात में से केवल चार बार ही नोटिस का जवाब दिया गया। इस पर अब क्षेत्रीय प्रदूषण बोर्ड ने जनस्वास्थ्य विभाग पर 1 करोड़ 23 लाख 60 हजार रुपए जुर्माना की संस्तुति की है। 

    कब-कब लिए गए सैंपल और क्या रही रिपोर्ट

    क्रम सैंपल की तिथि रिजल्ट
    1 30 मार्च 2022 पास
    2 1 जुलाई 2022 फेल
    3 30 सितंबर 2022 फेल
    4 27 दिसंबर 2022 फेल
    5 28 मार्च 2023 फेल
    6 27 जून 2023 फेल
    7 29 दिसंबर 2023 फेल
    8 21 मार्च 2024 फेल
    9 24 सितंबर 2024 फेल
    10 24 जुलाई 2025 फेल
    11 28 अगस्त 2025 फेल
    12 15 अक्टूबर 2025 फेल

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    हमने जनस्वास्थ्य विभाग पर जुर्माना लगाने से संबंधित नोटिस संस्तुति के लिए बोर्ड चेयरमैन के पास भेज दिया है। इसके साथ ही विभाग के एक्सईएन, एसडीओ और जेई पर केस चलाने की अनुमति मांगी है। अनुमति मिलते ही कार्रवाई की जाएगी। पर्यावरण के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं करने दी जाएगी। बोर्ड इस मामले में सख्त है।


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    - विजय चौधरी, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड