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    हरियाणा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह की मुश्किलें बढ़ीं, इनेलो के खुलासे पर सीडी कांड में चार्जशीट पेश

    By BALWAN SHARMAEdited By: Kushagra Mishra
    Updated: Fri, 24 Oct 2025 05:07 PM (IST)

    कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं, एसीबी ने उनके खिलाफ चार्जशीट पेश की है। यह मामला पलवल में 30 एकड़ जमीन के सीएलयू के लिए पैसे मांगने से जुड़ा है, जिसका स्टिंग ऑपरेशन हुआ था। इनेलो ने इस मामले में सीडी जारी की थी, जिसके बाद लोकायुक्त ने जांच के आदेश दिए थे। राव नरेंद्र सिंह ने कहा है कि वह मुकदमे का सामना करने के लिए तैयार हैं।

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    एसीबी ने नारनौल के एडीजे की कोर्ट में पेश की है चार्जशीट।

    जागरण संवाददाता, नारनौल। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह की मुसीबत बढ़ती नजर आ रही है। पलवल की 30 एकड़ जमीन की सीएलयू के लिए पैसों की डिमांड के मामले में किए गए स्टिंग ऑपरेशन को लेकर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो गुरुग्राम ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश हर्षाली चौधरी की अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है।

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    इस मामले की अगली सुनवाई 10 नवंबर को होगी। राव नरेंद्र सिंह को न्यायालय में पेश होना होगा। यहां बता दें कि इनेलो (इंडियन नेशनल लोकदल) ने राव नरेंद्र सिंह की पिछले दिनों चंडीगढ़ में सीडी जारी की थी और इनेलो नेता ने बाकायदा इस मामले में पत्रकार वार्ता भी की थी। एसीबी ने यह चार्जशीट बृहस्पतिवार को पेश की है।

    राव नरेंद्र सिंह पर आरोप है कि कांग्रेस सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए उन्होंने पलवल की 30 एकड़ जमीन की सीएलयू के बदले रुपयों की मांग की थी। धर्मेंद्र नाम के एक व्यक्ति ने राव नरेंद्र सिंह का स्टिंग ऑपरेशन कर लिया था।

    इनेलो नेता रामपाल माजरा ने लोकायुक्त को शिकायत की थी। लोकायुक्त ने इसकी जांच आईपीएस अधिकारी वी कामराज को सौंपी थी। आईपीएस अधिकारी ने जांच रिपोर्ट लोकायुक्त को सौंप दी थी।

    इसके बाद लोकायुक्त ने जांच रिपोर्ट तत्कालीन मुख्य सचिव के माध्यम से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो गुरुग्राम को जांच सौंपी थी। यह जांच पूरी होने पर ब्यूरो ने बृहस्पतिवार को न्यायालय में पेश कर दी है। अब न्यायालय में मामले की अगली सुनवाई 10 नवंबर को होगी।

    उधर, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह ने इस मामले में स्पष्ट किया है कि उनके प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद जानबूझकर इस तरह की फाइलें निकाली जा रही हैं और वह न्यायालय का ट्रायल फेस करने को तैयार हैं।

    इस मामले में पता चला है कि फिलहाल चार्जशीट से संबंधित फाइल जिला एवं सत्र न्यायाधीश के पास है। यह जिला एवं सत्र न्यायाधीश पर निर्भर करता है कि इस मामले को वह खुद देखेंगे या अन्य न्यायाधीश को सौंपेंगे।

    चार्जशीट कितने पेज की है और इसमें क्या आरोप हैं ? इसे लेकर अभी कुछ पता नहीं चल रहा है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह की ओर से चार्जशीट लेने के लिए आवेदन अभी नहीं किया गया है। संभवत: शनिवार को इस पर आवेदन किया जाएगा।

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    जो केस पिछले 12 वर्षों से निष्क्रिय पड़ा था, उसे अब अचानक सक्रिय किया जाना भाजपा की बौखलाहट और प्रतिशोध की राजनीति को दर्शाता है। बिना किसी नोटिस के की गई यह कार्रवाई भाजपा की घबराहट और कांग्रेस संगठन की बढ़ती मजबूती से उपजे भय का परिणाम है। पिछले 25 दिनों में कांग्रेस संगठन ने जिस सशक्त और अनुशासित कार्यशैली का परिचय दिया है, उससे भाजपा सरकार स्पष्ट रूप से विचलित है। हमें न्यायालय पर पूर्ण विश्वास है और हम उसी निडरता व प्रतिबद्धता के साथ जनता और संगठन की मज़बूती के लिए कार्यरत रहेंगे।


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    राव नरेंद्र सिंह, प्रदेशाध्यक्ष, कांग्रेस