कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। आज के मौजूदा समय में महिलाएं पुरुषों के कदमों से कदम मिलाकर चल रही हैं। ऑफिस हो या फिर खेल का मैदान, हर एक क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों को टक्कर दे रही हैं। अब तो हर स्कूल और कॉलेज में छात्रों को स्वयं की सुरक्षा के गुर सिखाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में कुरुक्षेत्र के एक महाविद्यालय में छात्राओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी गई।

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स्वयं सेविकाओं ने सीखा सेल्फ डिफेंस

रविवार को कृष्ण मार्शल आर्ट्स संस्थान की ओर से दयानंद महाविद्यालय के एनएसएस कैंप में स्वयं सेविकाओं को सेल्फ डिफेंस गुर सिखाए गए। छेड़छाड़ या हमले की स्थिति में छात्राएं अपना बचाव कैसे कर सकती हैं ऐसी कुछ टेक्निक सिखाई गई। संस्थान के मुख्य प्रशिक्षक राजेश शर्मा ने छात्राओं को हमेशा अलर्ट रहने की सलाह देते हुए बताया कि वह इन टेक्निक से किसी भी बलशाली व्यक्ति पर भारी पड़ सकती है।

उन्होंने बताया कि स्वयं सेविकाओं को हमला होने की स्थिति में बचाव की भिन्न-भिन्न तकनीकों का प्रशिक्षण दिया गया जिनके द्वारा न केवल अपना बचाव किया जा सकता है बल्कि असामाजिक तत्वों को मुंह तोड़ जवाब भी दिया जा सकता है।

कार्यक्रम अधिकारी डा. सोनिया और डा. रितु ने कहा कि आज जब छात्राएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और देश का नाम विश्व पटल पर चमका रही हैं तो इस दौरान उन्हें अक्सर असामाजिक तत्वों द्वारा छेड़छाड़ की घटना का शिकार होना पड़ता है। जिसके लिए सभी छात्राओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग देना बहुत जरूरी हो जाता है।

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'छेड़छाड़ करने वालों को सबक सिखाएं'

महाविद्यालय प्राचार्या उर्मिला सिंह ने कहा कि जब भी छात्राओं को किसी भी छेड़छाड़ की घटना का शिकार होना पड़े तो उन्हें इस घटना को छिपाना नहीं है बल्कि अपने शिक्षकों अपने अभिभावकों और पुलिस को तुरंत ही सूचना देनी चाहिए जिससे कि असामाजिक तत्वों को दंड दिया जा सके क्योंकि छेड़छाड़ की दिशा में चुप रहने से इस तरह की हरकत करने वालों का मनोबल बहुत ही बढ़ जाता है और घटना की पुनरावृति बढ़ जाती है ।

Edited By: Swati Singh