अटल भू-जल योजना में 15 नए गांवों का चयन
जिला इंप्लीमेंट पार्टनर (डीआइपी) टीम के सदस्यों ने अटल भू-जल योजना में खंड के 15 नए गांवों का चयन किया है।

संवाद सहयोगी, लाडवा : जिला इंप्लीमेंट पार्टनर (डीआइपी) टीम के सदस्यों ने अटल भू-जल योजना में खंड के 15 नए गांवों का चयन किया है। भू-जल विशेषज्ञ एवं डीआइपी टीम के लीडर डा. नवीन नैन ने बताया कि लाडवा के गांव बरोट, खरकाली, खेड़ी दबदलान, लाठी धनौरा, संमालखा, शहजादपुर, जंधेड़ा, छलौंदी, सूरा, बड़शामी, दबखेड़ा, गजलाना, जोगी माजरा, पटाक माजरा व प्रहलादपुर का टीम ने चयन किया। इन लक्षित गांवों की सूची कुरुक्षेत्र प्रखंड विकास एवं पंचायत अधिकारी, ग्राम सचिव, प्रखंड संसाधन व्यक्ति, अधीक्षण अभियंता, कम्युनिटी मोबिलाइजर व्यक्ति, सरपंच, गांव जल एवं स्वच्छता समिति के सदस्य, चौकीदार, आंगनबाडी कार्यकर्ता एवं आशा कार्यकर्ता के साथ सांझा की जा रही है। ये गांव डार्क जोन में आते हैं और अटल भू-जल योजना का लाभ उठाकर ग्रामीण खंड में डार्क जोन की स्थिति को हल कर सकते हैं।
इन गांवों का चयन करने का मुख्य लक्ष्य अगले पांच साल में सामाजिक भागीदारी और सामुदायिक भागीदारी से भू-जल की स्थिति का प्रबंधन करना है। भू-जल के प्रबंधन के लिए विभिन्न जातियों के ग्रामीणों की भूमिका, विभिन्न भूमि धारकों के किसानों और महिलाओं की भागीदारी बहुत अनिवार्य है।
ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के सदस्यों को भू-जल एवं सतही जल के स्त्रोत के प्रबंधन के लिए सहभागी ग्रामीण मूल्यांकन प्रशिक्षण एवं सुझाव दिए जा रहे हैं। लक्षित गांवों की सूची बनाने के दौरान डीआइपी टीम के सदस्य संदीप कसाना, अमरजीत मान, शंकर राणा, सुनील कुमार, अजय कसाना, गुरमीत सिंह और रेणु रानी उपस्थित थे।
स्वच्छता में भगवान का निवास होता है : राजन गुप्ता
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बारना में सात दिवसीय एनएसएस कैंप के चौथे दिन विद्यालय के बच्चों ने विद्यालय के पेड़-पौधों की साफ-सफाई की। बच्चों ने गांव में जाकर ग्रामीणों को सफाई के प्रति जागरूक किया। विद्यालय के एनएसएस अधिकारी राजन गुप्ता ने बच्चों को स्वास्थ्य के बारे में बताते हुए कहा कि स्वच्छता में ही भगवान का निवास होता है। उन्होंने बच्चों से आह्वान किया कि वे कोरोना महामारी के चलते स्वच्छता का विशेष ख्याल रखें। विद्यालय में मास्क लगाकर आएं और दो गज की दूरी बनाकर रखें। इसके अलावा उन्होंने ये सभी संदेश गांव-गांव और घर-घर पहुंचाने का आह्वान किया।
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