Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Haryana News: 'बिल पास कराना है, 20 हजार दो...'; करनाल में रिश्वत लेते ग्राम सचिव गिरफ्तार

    Updated: Sat, 27 Sep 2025 09:09 PM (IST)

    करनाल के इंद्री में एंटी करप्शन ब्यूरो ने ग्राम सचिव अमित कुमार को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। अमित कुमार पर ठेकेदार से बिल पास कराने के एवज में कमीशन मांगने का आरोप है। शिकायतकर्ता ने अप्रैल 2024 में सीसीटीवी कमरों की मरम्मत का कार्य किया था जिसके बिल के भुगतान के बाद सचिव ने कमीशन की मांग की थी।

    Hero Image
    बिल पास करने की एवज में 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते ग्राम सचिव काबू। फोटो जागरण

    संवाद सहयोगी, इंद्री (करनाल)। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने शनिवार को इंद्री में ग्राम सचिव को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपित ग्राम सचिव अमित कुमार एक ठेकेदार से काम के बिल पास करवाने की एवज में रुपये मांग रहा था। एसीबी के इंस्पेक्टर बिजेंद्र सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता ने शिकायत में आरोप लगाया कि उसने अप्रैल 2024 में ग्राम पंचायत चौगांव तहसील इंद्री में सीसीटीवी कमरों की रिपेयर का कार्य किया था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस रिपेयर कार्य की बिल राशि 1 लाख 8 हजार 452 रुपये थी। आरोपित अमित कुमार द्वारा अप्रैल 2024 में उसके बैंक खाते में अदा कर दी गई थी। आरोपित अमित कुमार ने यह राशि अदायगी करने की एवज में शिकायतकर्ता से बार-बार कमीशन की मांग की। आरोपित ने 26 जुलाई को ठेकेदार के पास फोन कर कमीशन के रुपये की मांग की थी।

    इसकी ठेकेदार ने रिकॉर्डिंग कर ली। इस आधार पर मामला दर्ज किया गया और आरोपित को रंगे हाथों बस स्टैंड इंद्री के सामने से गिरफ्तार किया गया। ग्राम सचिव अमित कुमार इंद्री की बुटानखेड़ी, रायतखाना, छपरियों व उमरपुर ग्राम पंचायत में कार्यरत है और इन ग्राम पंचायतों का काम देखता था और करीब एक डेढ़ वर्ष से ग्राम पंचायतों में सचिव का काम कर रहा था।

    आरोपित ग्राम सचिव अमित लाडवा का रहने वाला है और एक अक्टूबर को उसके साले की शादी भी है। बताया जा रहा है कि वह इंद्री में शादी के कार्ड देने के लिए आया हुआ था और एसीबी ने उसे दबोच लिया। ग्राम सचिव पर आरोप है कि उसने अपनी आय से अधिक संपत्ति बना ली है।

    वह लंबे समय से ठेकेदारों से बिल पास कराने की एवज में रुपये ले रहा था। वहीं पंचायत के कार्यों में भी वह अपना कमीशन निकालता था। पिछले लंबे समय से ही इंद्री की बड़ी-बड़ी पंचायतों का सचिव रहा है। एसीबी की टीम उसकी संपत्ति का रिकार्ड भी खंगालेगी। उसने कमीशन के रुपये से कितनी संपत्ति जोड़ी है। कितने समय से वह यह कार्य कर रहा था।