नागरिक अस्पताल की ऑक्सीजन टेस्टिग में रही अव्वल
जिला नागरिक अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट सरकार और जिला प्रशासन के सहयोग से अब पूरी तरह जनता को समर्पित कर दिया गया है। यहां की ऑक्सीजन की गुणवत्ता उच्चस्तरीय लैब जांच में अव्वल पाई गई है। अस्पताल के प्रधान चिकित्सा अधिकारी डा. पीयूष शर्मा ने बताया कि आक्सीजन गैस प्लांट द्वारा बनाई गई आक्सीजन परीक्षण के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एवं अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यापन बोर्ड भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त फेयरलैब फूड एनालसिस एंड रिसर्च लैबोरेट्री भेजी गई थी।

जागरण संवाददाता, करनाल : जिला नागरिक अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट सरकार और जिला प्रशासन के सहयोग से अब पूरी तरह जनता को समर्पित कर दिया गया है। यहां की ऑक्सीजन की गुणवत्ता उच्चस्तरीय लैब जांच में अव्वल पाई गई है।
अस्पताल के प्रधान चिकित्सा अधिकारी डा. पीयूष शर्मा ने बताया कि आक्सीजन गैस प्लांट द्वारा बनाई गई आक्सीजन परीक्षण के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एवं अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यापन बोर्ड भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त फेयरलैब फूड एनालसिस एंड रिसर्च लैबोरेट्री भेजी गई थी। इसकी रिपोर्ट में आक्सीजन की गुणवत्ता 95.61 प्रतिशत रही है। यह करनाल के लोगों के लिए खुशखबरी है। उन्होंने दावा किया कि नागरिक अस्पताल में मरीजों को आक्सीजन की कमी से संबंधित कोई भी परेशानी नहीं है और न ही भविष्य में किसी मरीज को कोई परेशानी आने दी जाएगी। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जिला नागरिक अस्पताल के आक्सीजन प्लांट में 200 लीटर प्रति मिनट आक्सीजन की पैदावार की जा रही है। डा. पीयूष शर्मा ने बताया कि यह आक्सीजन गैस प्लांट एक बेहतर तकनीक से लैस है, जिसे पीएसए कहते हैं। अब तक मरीजों को आक्सीजन देने के लिए बाहर से सिलेंडर मंगवाने पडते थे। अब यह प्लांट स्वयं ही आक्सीजन बनाकर पाइप के जरिए सीधे तौर पर मरीजों को आक्सीजन उपलब्ध करवाएगा। इसके अतिरिक्त आक्सीजन सिलैंडरों को आपातकाल के लिए पर्याप्त स्टॉक नागरिक अस्पताल में हमेशा उपलब्ध रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि यह प्रयास रहता है कि अस्पताल आने वाले मरीजों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो। इससे पहले नागरिक अस्पताल में नई एक्स-रे मशीन लोगों को समर्पित की गई थी, जिससे मरीजों को काफी राहत मिली। साथ ही अस्पताल में आइसीयू कमरों का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है।

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