Kaithal School Bus Accident: कैथल में दर्दनाक हादसा, 15 फीट गहरी नहर में गिरी स्कूली बस; 7 बच्चों सहित 11 घायल
कैथल Haryana Bus Accident के नौच गांव के पास एसवाईएल नहर में एक दर्दनाक हादसा हुआ। गुरु नानक एकेडमी की स्कूली बस का टायर गड्ढों में लगने से स्टेयरिंग फेल हो गया और बस नहर में जा गिरी। हादसे में सात बच्चे चालक चालक की मां सहायक और एक अन्य बच्चे को चोटें आई हैं। सभी को कैथल के शाह अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जागरण संवाददाता, कैथल। Kaithal Road Accident News: हरियाणा के कैथल जिले के गांव नौच के पास से गुजर रही एसवाइएल नहर की टूटी पटरी के कारण एक दर्दनाक हादसा हो गया। पिहोवा की गुरु नानक एकेडमी की स्कूली बस का टायर गड्ढों में लगने से स्टेयरिंग फेल हो गया। बस अनियंत्रित होकर करीब 15 फीट गहरी नहर में जा गिरी। इसमें सात बच्चे सवार थे।
हादसे में सातों बच्चों सहित चालक, चालक की मां, सहायक और एक अन्य बच्चे को चोट आई हैं। गनीमत रही कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई। बच्चों को कैथल के शाह अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
अचानक स्टेयरिंग फेल होने से हुआ दुर्घटना
बस के चालक मंगा सिंह ने बताया कि वह नियमित रूप से गांव नौच से बच्चों को लेने जाते हैं। सोमवार को वह गांव व डेरों से बच्चों को लेकर वापस जा रहे थे। गांव नौच से थोड़ी ही दूरी पर एसवाइएल नहर की पटरी पर गहरे गड्ढे में बस का टायर चला गया।
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गति भी लगभग 25 किलोमीटर प्रति घंटा ही थी। गड्ढे में टायर लगने की वजह से अचानक स्टेयरिंग काम करना बंद कर गया और बस मुड़ कर नहर में जा गिरी।
हादसे में चालक और उसकी मांग को भी लगी चोटें
चालक ने बताया कि पहले वह खुद बस से बाहर निकले। उनके बाद सहायक बलविंद्र भी निकल आए। एक-एक करके सभी बच्चों को बाहर निकाला गया। चालक मंगा सिंह की मां जसबीर कौर भी बस में ही थी।
चालक, उसकी मां जसबीर कौर और बलविंद्र को भी हादसे में चोटें आई हैं। बस में गांव का ही एक अन्य लड़का जोत भी था। उसे मामूली चोटें आई हैं। घटना की सूचना ग्रामीणों ने 112 पर फोन करके इसकी जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस भी मौके पर आ पहुंची। घायल बच्चों को ग्रामीणों की मदद से नहर से बाहर निकाला गया।
हादसे में घायल बच्चों की पहचान मनप्रीत (12), हरसिमरत (12), गुरनव (07), हरनूर कौर (10), हरकीरत (11), गुरसिद्धक (05) और सुप्रीत (10) के रूप में हुई है।
नहर की पटरी पर नहीं है रेलिंग
एसवाइएल और हांसी बुटाना नहर की पटरी पर कहीं भी रेलिंग नहीं है। इनकी पटरियों से ग्रामीणों का आना-जाना रहता है। रेलिंग नहीं होने के कारण कई बार दोपहिया वाहन भी नहर में गिर चुके हैं और बेसहारा पशुओं का गिरना तो प्रति दिन का काम है। गहरी होने के कारण पशु खुद से बाहर भी नहीं निकल पाते हैं।
हादसे में घायल बच्चों को अस्पताल में हो रहा है इलाज।
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