Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पहलगाम हमले के बाद कैथल पुलिस अलर्ट, नफरत फैलाने वालों के लिए कड़ी चेतावनी; संवेदनशील इलाकों में बढ़ी सुरक्षा

    Pahalgam Terror Attack जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद कैथल पुलिस सतर्क हो गई है। डीएसपी बीर भान ने जनता से शांति और सामाजिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने अफवाहों और नफरत फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। सोशल मीडिया पर निगरानी रखी जा रही है और संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

    By Sunil Kumar Edited By: Rajiv Mishra Updated: Sun, 27 Apr 2025 03:23 PM (IST)
    Hero Image
    पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर कैथल पुलिस हुई अलर्ट (फोटो- जागरण और एजेंसी)

    जागरण संवाददाता, कैथल। Pahalgam Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश भर में आक्रोश और गम का माहौल बना हुआ है। वहीं इसको लेकर कैथल पुलिस भी सतर्क हो गई है। जिला मुख्यालय डीएसपी बीर भान ने इस गंभीर स्थिति को देखते हुए आम जनता से संयम बरतने और सामाजिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्होंने कहा कि आतंकवाद को अंजाम देने वाले केवल अपराधी होते हैं। उनकी कोई जाति, धर्म या समुदाय नहीं होता। उन्हें किसी भी धार्मिक या सामाजिक पहचान से जोड़ना न सिर्फ गलत है, बल्कि खतरनाक भी हो सकता है।

    नफरत फैलाने वाले कृत्यों से दूर रहें लोग

    वर्तमान हालात को देखते हुए हर नागरिक की यह जिम्मेदारी है कि वह अफवाहों और नफरत फैलाने वाले कृत्यों से दूर रहे। समाज को बांटने वाली गतिविधियों में लिप्त लोगों को कानून के कटघरे में लाया जाएगा। विशेष रूप से सोशल मीडिया के दुरुपयोग को लेकर चेतावनी जारी की है।

    यदि कोई व्यक्ति इस आतंकी घटना को लेकर भड़काऊ पोस्ट, वीडियो या संदेश शेयर करता है तो उसके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अफवाह फैलाने वालों की पहचान के लिए एक विशेष निगरानी सेल सक्रिय कर दी गई है, जो 24 घंटे ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं।

    जिले में शांति बनाए रखना प्राथमिकता

    डीएसपी बीर भान ने कहा हम सभी पहले भारतीय हैं। इसलिए किसी विशेष समुदाय को इस घटना से जोड़कर प्रचार करना न केवल सामाजिक रूप से गलत है, बल्कि यह देश की एकता और अखंडता के लिए भी खतरनाक है।

    धार्मिक व सामाजिक संगठनों, सरकारी अधिकारियों और प्रभावशाली व्यक्तियों से विशेष आग्रह किया कि वे अपने प्रभाव का इस्तेमाल समाज में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए करें, न कि उकसाने के लिए। यदि किसी को ऐसी कोई जानकारी मिलती है जिससे समाज में तनाव, साम्प्रदायिकता या हिंसा फैल सकती है, तो वह तत्काल पुलिस को सूचित करें।

    ड्रोन व सीसीटीवी से हो रही निगरानी

    ऐसी सूचनाएं गुप्त रखी जाएंगी और दोषियों के विरुद्ध तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिले में शांति बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या नफरत फैलाने वाली गतिविधि को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

    प्रशासन की तरफ से संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। रूटीन गश्त के साथ-साथ ड्रोन व सीसीटीवी की मदद से निगरानी की जा रही है। पुलिस के साथ खुफिया एजेंसियां भी सतर्क हैं। किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं।

    ये भी पढ़ें- पाकिस्तानियों के भारत छोड़ने का आज अंतिम दिन, वतन वापसी के लिए अटारी बॉर्डर पर लगी कतारें